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UP Police Paper Leak मामले में एसटीएफ को सफलता, गुरुग्राम से रिसॉर्ट मालिक गिरफ्तार
UP Police Paper Leak Case: पुलिस भर्ती कांस्टेबल पेपर लीक कांड में गुरुग्राम के नेचर वैली रिसोर्ट के मालिक सतीश धनकड़ को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्त की गिरफ्तारी हरियाणा के थाना सेक्टर-7 आईएमटी मानेसर से एक मुखबिर की सूचना पर गई है।
UP Police Paper Leak News: उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती कांस्टेबल पेपर लीक कांड में गुरुग्राम के नेचर वैली रिसोर्ट के मालिक सतीश धनकड़ को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया। नेचर वैली रिजॉर्ट के अंदर ही 1000 से ज्यादा अभ्यर्थियों को पेपर लीक करने के बाद पढ़ाया गया था। एसटीएफ फील्ड यूनिट मेरठ के अपर पुलिस अधीक्षक बृजेश सिंह ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त का नाम सतीश धनकड पुत्र राममेहर नि0 ग्राम-ढाणा थाना-सेक्टर-7 आईएमटी मानेसर, जनपद गुरूग्राम हरियाणा है। गिरफ्तार अभियुक्त के पास से एक मोबाइल फोन बरामद किया गया है।
अभियुक्त की गिरफ्तारी हरियाणा के थाना सेक्टर-7 आईएमटी मानेसर से एक मुखबिर की सूचना पर गई है। अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 5 मार्च को एस0टी0एफ0 फील्ड इकाई मेरठ उ0प्र0 पुलिस भर्ती परीक्षा में पेपर आउट कराने वाले गिरोह के सदस्यो दीप उर्फ दीपक, बिटटू , प्रवीण,रोहित उर्फ ललित, नवीन कुमार व साहिल को 18 फरवरी को आयोजित उ0प्र0 पुलिस भर्ती परीक्षा की द्वितीय पारी के प्रश्न-पत्र व उत्तर कुंजी सहित गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। इसी क्रम में 12 मार्च को महेन्द्र व 14 फरवरी को अभिषेक कुमार शुक्ला, शिवम गिरि, गिरि, रोहित कुमार पाण्डेय तथा 15 मार्च को पेपर आउट कराने वाले गिरोह के डॉ. शुभम मण्डल को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
इस मामले में जिला कारागार मेरठ में निरूद्ध अभियुक्त महेन्द्र शर्मा के खिलाफ न्यायालय से पुलिस अभिरक्षा रिमाण्ड प्राप्त कर अग्रिम पूछताछ की गयी तो ज्ञात हुआ कि इसमें नेचरवेजी रिसोर्ट, मानेसर, गुरूग्राम, हरियाणा का मालिक भी शामिल है, जो उ0प्र0 पुलिस भर्ती का पेपर आउट कर अभ्यिार्थियों को पढाते समय वह भी अपने साथियों सहित मौजूद था। इस सूचना पर एसटीएफ मेरठ की गठित टीमों द्वारा नेचरवेली रिसोर्ट मानेसर, गुरूग्राम हरियाणा पर पहुंच कर महेन्द्र शर्मा की निशानदेही पर सतीश धनकड को गिरफ्तार किया गया।
बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती की दो पाली की परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद मामला तूल पकड़ने पर मामले की जांच एसटीएफ को सौंपी गई थी। जांच के बाद खुलासा हुआ कि अहमदाबाद स्थित टीसीआई ट्रांसपोर्ट कंपनी से पांच और आठ मार्च को पेपर लीक हुआ था। एसटीएफ इस मामले में 15 मुकदमे दर्ज कराकर 54 आरोपियों को जेल भेज चुकी है।