TRENDING TAGS :
Meerut News: चौधरी चरण सिंह विवि में पहुंचे विश्व मोहन नौटियाल, छात्रों को फोटोग्राफी की बारीकियों से रूबरू कराया
Meerut News: उन्होंने समझाया कि शटर स्पीड, जो 950 जैसी उच्च गति पर सेट की जा सकती है, किसी विशेष क्षण को कैप्चर करने में मदद करती है। अपर्चर का सही उपयोग करने से फोटो में उचित प्रकाश प्राप्त किया जा सकता है।
Meerut News: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल में चल रही तीन दिवसीय फोटोग्राफी कार्यशाला के दूसरे दिन आज विशेषज्ञ विश्व मोहन नौटियाल छात्रों को फोटोग्राफी की बारीकियों से रूबरू कराया। विश्व मोहन नौटियाल ने छात्रों को कैमरा तकनीक, लाइटिंग, शटर स्पीड, और एंगल के महत्व पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि फोटोग्राफी में कैमरा और लाइट दोनों आवश्यक तत्व हैं। एक बेहतरीन फोटो खींचने के लिए अपर्चर, शटर स्पीड और एक्सपोजर का सही संतुलन बनाए रखना महत्वपूर्ण होता है।
उन्होंने समझाया कि शटर स्पीड, जो 950 जैसी उच्च गति पर सेट की जा सकती है, किसी विशेष क्षण को कैप्चर करने में मदद करती है। अपर्चर का सही उपयोग करने से फोटो में उचित प्रकाश प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने सुझाव दिया कि शुरुआत में ऑटो मोड पर फोटो खींचकर यह समझने का प्रयास करना चाहिए कि अपर्चर, शटर स्पीड और एक्सपोजर को किस प्रकार सेट किया जाना चाहिए। कार्यशाला में कैमरा चिप, मेमोरी कार्ड और स्टोरेज की भूमिका पर भी चर्चा की गई। नौटियाल ने बताया कि लेंस को बदलने के पीछे मुख्य कारण यह होता है कि विभिन्न परिदृश्यों के लिए अलग-अलग प्रकार के लेंस की आवश्यकता होती है। साथ ही, लेंस की सफाई और रखरखाव को भी विशेष महत्व दिया गया। उन्होंने बताया कि विभिन्न परिस्थितियों में कौन-सा एंगल प्रयोग करना उचित होगा और गलत एंगल चयन से फोटो की गुणवत्ता पर क्या प्रभाव पड़ सकता है।
प्राकृतिक और कृत्रिम रोशनी के साथ फोटोग्राफी करने के तरीकों पर भी चर्चा की गई। नौटियाल ने बैकलाइट के महत्व को समझाते हुए बताया कि इसे कब और कहाँ उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार की लाइटिंग तकनीकों का व्यावहारिक प्रदर्शन दिखाया और फोटोग्राफी के दौरान सही लाइटिंग सेटअप के महत्व पर जोर दिया। कार्यशाला के इस सत्र में विद्यार्थियों को व्यावहारिक अभ्यास का अवसर भी दिया गया, जहाँ प्रत्येक छात्र ने स्वयं कैमरे का उपयोग कर विभिन्न शॉट्स लिए। उन्होंने यह भी बताया कि यदि प्रकाश सही न हो, तो कैमरा ऑपरेटर को अपनी स्थिति बदलनी चाहिए ताकि सर्वोत्तम फोटो प्राप्त हो सके। इस कार्यशाला के माध्यम से विद्यार्थियों ने न केवल तकनीकी ज्ञान प्राप्त किया, बल्कि उन्होंने फोटोग्राफी के व्यावहारिक पहलुओं को भी अनुभव किया।