TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

मिड डे मील का हाल जानने पहुंचे राज्यमंत्री, गंदगी देखकर सुनाया ये फरमान

उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा. सतीश चन्द्र द्विवेदी ने अक्षय पात्र फाउंडेशन द्वारा प्रदेश के 11 जिलों प्रस्तावित मध्यान्ह भोजन योजना को जल्द शुरू करने का निर्देश दिये है।

Aditya Mishra
Published on: 11 April 2023 2:27 PM IST
मिड डे मील का हाल जानने पहुंचे राज्यमंत्री, गंदगी देखकर सुनाया ये फरमान
X

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा. सतीश चन्द्र द्विवेदी ने अक्षय पात्र फाउंडेशन द्वारा प्रदेश के 11 जिलों प्रस्तावित मध्यान्ह भोजन योजना को जल्द शुरू करने का निर्देश दिये है।

मंत्री ने इन जिलों में जल्द से जल्द रसोई की स्थापना कर भोजन वितरण शुरू करने का निर्देश दिया। मौजूदा समय में केवल राजधानी लखनऊ और वृंदावन में ही अक्षय पात्र फाउंडेशन द्वारा मध्यान्ह भोजन परोसा जा रहा है।

जबकि वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर, कानपुर और आगरा समेत प्रदेश के 11 जिलों में मिड डे मील की व्यवस्था अक्षय पात्र फाउंडेशन से किए जाने की योजना काफी समय से प्रस्तावित हैं।

राज्यमंत्री सतीश द्विवेदी ने सोमवार को लखनऊ स्थित अक्षय पात्र फाउंडेशन की व्यवस्थाओं तथा रसोई का औचक निरीक्षण किया।

इस दौरान उन्होंने प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों को मिड डे मील में ताजा, गरम व पौष्टिक भोजन उपलब्ध करने के निर्देश दिये।

डा. द्विवेदी ने लखनऊ के पूर्व माध्यमिक विद्यालय, अमौसी का भी निरीक्षण किया। यहां उन्होंने विद्यालय परिसर में गंदगी देखकर नाराजगी व्यक्त करते हुए सफाई के सख्त निर्देश दिए साथ ही महापौर से वार्ता कर विद्यालय परिसर में सफाई कराने को कहा।

ये भी पढ़ें...यूपी में मचा हड़कंप: एक साथ 175 सरकारी प्रधानाध्यापकों ने दिया इस्तीफा

रसोई स्थल पर स्वच्छता का रखा जाये ध्यान

उन्होंने कहा कि विद्यालय और रसोई स्थल पर स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि विद्यालय की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाएं तथा स्वच्छता में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए।

डा. द्विवेदी ने विद्यालय के बच्चों से बात कर शिक्षा, मध्यान्ह भोजन, स्कूल ड्रेस आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने बच्चों से कहा कि मन लगाकर पढ़ें और अच्छे नागरिक बनें।

उन्होंने शिक्षकों से भी कहा कि वे बच्चों को ठीक ढंग से पढ़ाएं, ताकि गांव के बच्चे अच्छी शिक्षा ग्रहण कर सकें और बेहतर शिक्षा प्राप्त कर गांव, प्रदेश व देश का नाम रोशन कर सकें।

ये भी पढ़ें...यूपी की जेलों में मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने पर होगी 3 साल की सजा



\
Aditya Mishra

Aditya Mishra

Next Story