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कोरोना का बढ़ता खतरा, लॉकडाउन के डर से घर लौट रहे मजदूर

पश्चिम रेलवे का दावा हैं कि यात्रियों की भीड़ को देखते हुए गाड़ियों की संख्या बढ़ाई जा रही है।

Shreedhar Agnihotri
Published on: 13 April 2021 8:51 AM GMT
कोरोना का बढ़ता खतरा, लॉकडाउन के डर से घर लौट रहे मजदूर
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कोरोना का बढ़ता खतरा, लॉकडाउन के डर से घर लौट रहे मजदूर (कॉन्सेप्ट फोटो)

लखनऊ। पिछले साल कोरोना काल में पूरे देश में हुए लॉकडाउन के बाद उसे याद करके आने वाले संकट के भय से पूर्वांचल समेत यूपी के अन्य क्षेत्र के प्रवासी मजदूर अपनी घर वापसी कर रहे हैं। इस कारण मुम्बई रेलवे स्टेशन के साथ ही लखनऊ का चारबाग स्टेशन इन मजदूरों के कारण भरा पड़ा है। अभी हाल ही में होली से वापस काम धंधे की तलाश में मुम्बई पहुंचे प्रवासी मजदूर फिर से वापस लौटने को तैयार है। पिछले साल लॉकडाउन के दौरान मुंबई सहित राज्य के अन्य शहरों से प्रवासी मजदूरों के पलायन की दर्दनाक तस्वीरें सामने आई थीं।

महाराष्ट्र में लॉकडाउन की संभावना को देखते हुए इन सभी के मन में भय का माहौल है। हजारों प्रवासी मजदूर पिछले कोरोना काल के कड़े अनुभव को देखते हुए लॉकडाउन लगने से पहले गांव पहुंचने की जद्दोजहद में लगे हैं। मध्य रेलवे के लोकमान्य तिलक टर्मिनस (एलटीटी) से पांच अप्रैल से लेकर अब तक करीब 70 विशेष ट्रेनें चलाई गई। एलटीटी और छत्रपति शिवाजी टर्मिनस से रोजाना करीब 42 से 45 ट्रेनें रवाना हो रही हैं। वहीं, पश्चिम रेलवे से उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए कम ट्रेनें चलती हैं। लेकिन इस बार रेगुलर ट्रेनों के अलावा 14 विशेष ट्रेन चलाई जा रही है।

मजदूरों का पलायन शुरू

इस तरह मुंबई से सटे ठाणे, नवी मुंबई और पालघर जिले के बोइसर से मजदूरों के अलावा पुणे के चाकण इंडस्ट्रियल क्षेत्र से भी मजदूरों का बड़े पैमाने पर पलायन शुरू है। मुंबई और पुणे से उत्तर भारत की ओर जाने वाली ट्रेनों में लंबी प्रतीक्षा सूची है। इसके कारण कई प्रवासी मजदूर कन्फर्म टिकट के लिए अपनी जमापूंजी भी टिकट दलालों पर खर्च कर दे रहे हैं। क्योंकि एलटीटी व सीएसएमटी स्टेशन पर उन्हीं को प्रवेश दिया जा रहा है जिनके पास कन्फर्म टिकट है।

स्टेशन पर लगी प्रवासी मजदूरों की कतार (फाइल फोटो)

यूपी के लिए रवाना हुई बसें

वहीं दूसरी तरफ बस स्टेशनों पर भी लम्बी-लम्बी लाइने देखने को मिल रही है। अब तक यूपी के लिए 100 से ज्यादा बसें रवाना की जा चुकी हैं। इसमें उत्तर प्रदेश और बिहार के प्रवासियों की तादात ज्यादा है। प्रवासियों की इस भीड़ में लॉकडाउन के भय से गांव जाने वालों के अलावा ऐसे प्रवासी भी हैं जो उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव, गेहूं की कटाई का सीजन शुरू होने और शादियों में शरीक होने के लिए घर वापसी कर रहे हैं।

घर वापसी के लिए प्रवासी मजदरों की लगी कतारे (फाइल फोटो)

शुरू हुई स्पेशल ट्रेनें

पश्चिम रेलवे का दावा हैं कि यात्रियों की भीड़ को देखते हुए गाड़ियों की संख्या बढ़ाई जा रही है। अब तक 10 स्पेशल ट्रेने रवाना की जा चुकी हैं। इस तरह मेल ट्रेनों और बसों के जरिये रोजाना तकरीबन 70 हजार से लेकर एक लाख प्रवासी मुंबई छोड़ चुके हैं।

Chitra Singh

Chitra Singh

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