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Milkipur By- Election: गोरखनाथ बाबा एक बार फिर छलका दर्द, शायरी सुनाकर बयां की टिकट कटने की दांस्ता
Milkipur By- Election: मिल्कीपुर से पूर्व विधायक और इस बार के उपचुनाव में टिकट के सबसे प्रबल दावेदारों में से एक, बाबा गोरखनाथ, भाजपा द्वारा टिकट न दिए जाने से खासा नाराज हैं। इस निराशा ने उन्हें न केवल आहत किया, बल्कि उन्होंने अपनी भावनाओं को शायरी के जरिए व्यक्त किया
Milkipur By- Election: मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव प्रदेश की सियासत में एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। इस चुनाव में एक नाम जो लगातार चर्चा में रहा है, वह है गोरखनाथ बाबा का। मिल्कीपुर से पूर्व विधायक और इस बार के उपचुनाव में टिकट के सबसे प्रबल दावेदारों में से एक, बाबा गोरखनाथ, भाजपा द्वारा टिकट न दिए जाने से खासा नाराज हैं। इस निराशा ने उन्हें न केवल आहत किया, बल्कि उन्होंने अपनी भावनाओं को शायरी के जरिए व्यक्त किया,
बाबा गोरखनाथ ने शायरी पढ़ते हुए कहा:
“एक ज़ख़्मी परिंदे की तरह जाल में हम हैं,
ऐ इश्क़ अभी तक तेरे जंजाल में हम हैं।
हँसते हुए चेहरे ने भरम रखा हमारा,
वो पूछने आया था कि किस हाल में हम हैं।
अब आपकी मर्ज़ी है संभालो न संभालो,
खूशबू की तरह आपके रूमाल में हम हैं…”
टिकट न मिलने से नाराजगी
2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने बाबा गोरखनाथ को मिल्कीपुर से उम्मीदवार बनाया था, लेकिन वे हार गए थे। उपचुनाव के लिए भी उन्होंने टिकट पाने के लिए कड़ी मेहनत की, लेकिन पार्टी ने अंत में चंद्रभानु पासवान को टिकट दे दिया, जिससे बाबा गोरखनाथ निराश हो गए। गुरुवार को चंद्रभानु पासवान के नामांकन के समय भी बाबा गोरखनाथ ने इस प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लिया। सूत्रों के अनुसार, शाही और स्वतंत्र देव ने बाबा गोरखनाथ से मुलाकात की और उनके गुस्से को शांत करने की कोशिश की। इस मुलाकात में बाबा गोरखनाथ ने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि वे लंबे समय से उपचुनाव की तैयारी कर रहे थे, लेकिन पार्टी ने एक बाहरी उम्मीदवार को टिकट दे दिया। बाबा गोरखनाथ पासी समाज से आते हैं और उनकी अपनी बिरादरी में मजबूत पकड़ मानी जाती है। दोनों मंत्रियों ने बाबा गोरखनाथ को सरकार और संगठन में उचित समायोजन का आश्वासन दिया है, हालांकि अब तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि बाबा गोरखनाथ ने इस आश्वासन पर क्या प्रतिक्रिया दी है।