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MRI मशीन में चिपकी यूपी मंत्री के गार्ड की पिस्टल, 10 करोड़ का नुकसान

Rishi
Published on: 3 Jun 2017 10:00 AM IST
MRI मशीन में चिपकी यूपी मंत्री के गार्ड की पिस्टल, 10 करोड़ का नुकसान
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लखनऊ: यूपी सरकार में खादी एवं ग्राम्य उद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में एमआरआई कराने गए थे। मंत्री जैसे ही एमआरआई कक्ष में पहुंचे उनके साथ उनका गनर मुकेश भी अंदर चला गया। जब गनर मंत्री जी को लिटाने की कोशिश कर रहा था तभी हाई मैगनेटिक एरिया होने की वजह से मशीन ने गनर की पिस्टल अपनी तरफ खींच ली। इसके बाद काफी तेज आवाज हुई और करीब 10 करोड़ की एमआरआई मशीन खराब हो गई। पिस्टल अभी तक मशीन में फंसी हुई है। गनर और मशीनमैन दोनों परेशान हैं। वहीं, मंत्री जी इस पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।

मंत्री सत्यदेव पचौरी गुरुवार को हरदोई में एक कार्यक्रम के दौरान बेहोश हो गए थे। उन्हें लोहिया संस्थान में भर्ती करवाया गया था। शुक्रवार को डॉक्टरों ने उनको एमआरआई करवाने की सलाह दी, जिसके बाद वो एमआरआई कराने पहुंचे थे। डॉक्टर उन्हें जांच के लिए एमआरआई रूम में ले गए और टेबल पर लिटा दिया। इसके बाद मंत्री का गनर बंदूक लेकर अंदर पहुंच गया, जबकि रूम के दरवाजे पर ही मेटल भीतर न ले जाने की चेतावनी लगी हुई है, लेकिन गनर ने उसे नजरअंदाज कर दिया।

पिस्टल निकालने में आएगा 30 लाख का खर्च

जांच करने के लिए जैसे ही मशीन चालू की गई, हाई मैगनेटिक एरिया होने की वजह से गनर मुकेश की पिस्टल मशीन में जाकर चिपक गई। तेज आवाज आने से कमरे में मौजूद डॉक्टर और मंत्री जी काफी घबरा गए। बताया जा रहा है कि पिस्टल को मशीन से निकालने में करीब 25 से 30 लाख का खर्च आएगा। मशीन से पिस्टल निकालने के लिए एमआरआई मशीन की मैगनेटिक फील्ड को डिफ्यूज करना होगा। इसके बाद उसमें भरी हीलियम गैस निकालकर दोबारा डालनी पड़ेगी। इस प्रक्रिया में करीब 10 दिन लगेंगे। तब तक इस मशीन से कोई जांच नहीं हो पाएगी। वहीं अस्पताल प्रशासन इस मामले में कुछ भी बोलने से कतरा रहा है।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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