×

Mirzapur News: निषादों की लड़ाई लड़ने वाला कोई नेता नहीं, जिसको नेता माना वह लोग अपने कुर्सी के चक्कर में उलझे

Mirzapur News: यूपी के मिर्जापुर जिले के विंध्याचल में निषाद समाज की बैठक में बैठक में निषाद समाज के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि," मान खत्म कर देंगे, सम्मान खत्म कर देंगे, निषादों का काम खत्म कर देंगे, बच कर रहिए नहीं तो अगले बार संविधान खत्म कर देंगे।

Brijendra Dubey
Published on: 10 March 2024 4:07 PM GMT (Updated on: 10 March 2024 5:04 PM GMT)
District level meeting of Nishad community, there is no leader to fight the battle of Nishads
X

निषाद समाज के जिलास्तरीय बैठक, निषादों की लड़ाई लड़ने वाला कोई नेता नहीं: Photo- Newstrack

Mirzapur News: जनपद के विंध्याचल में निषाद समाज का जिलास्तरीय बैठक हुई। जिसमें कई गांवों के ग्राम प्रधान के साथ समाज के सैकड़ों लोग शामिल हुए। बैठक आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर किया गया। बैठक में समाज के लोगों ने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए। चुनार से आए राजकुमार निषाद ने निषाद समाज के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार अपने नेता ही अपनों को ठगने के लिए गद्दी पर बैठ गए। गंगा नदी में तीन-तीन किलोमीटर मछली मारने का ठेका देने की बात को गलत बताया। उन्होंने कहा कि मछुआरों को ठेका नहीं दिया जा रहा है। जिस समाज के लोगों को जाल बनाने, जिसे तैरने नहीं आता, जिसे नाव चलाने नहीं आता, उन्हें ठेका दिया जा रह है। निषाद समाज इसका घोर विरोध करेगा।

निषादों को मिला है धोखा

बैठक में निषाद समाज के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राजकुमार निषाद ने कहा कि "मान खत्म कर देंगे, सम्मान खत्म कर देंगे, निषादों का काम खत्म कर देंगे, बच कर रहिए नहीं तो अगली बार संविधान खत्म कर देंगे। उन्होने कहा कि मेरी बहन का निधन हो गया। अपने मृत बहन के पांच-पांच बच्चों को पाल रहा हूं। आज तक शादी नहीं हो पाया है लेकिन फिर भी कोई नेता समाजसेवी मेरे पास पूछने तक नहीं आया आखिर क्यों? क्योंकि मैं निषाद समाज का हूं। इस बार वोट उसी को दूंगा जो हमारी सुने। राजनीति करने वालों को वोट नहीं दूंगा,समाज को ठगने वालों को वोट नहीं दूंगा।

जिले में नाव संचालन बंद है। निषाद पार्टी के शीर्ष नेता क्या कर रहें है। रामबली निषाद ने कहा निषादों की लड़ाई करने वाला कोई नहीं है, जो लोग आए वे अपने कुर्सी के चक्कर में उलझ कर रह गए। "आज झौआ बड़ा है कि पौआ" इस पर सब लोगों ने झौआ को बड़ा बताया। इस पर उन्होंने कहा नहीं पऊआ बड़ा है क्योंकि तीन-तीन पउआ सीट के रूप में ले चुके निषाद पार्टी के लोग और हक अधिकार की बात करने वाले नेता हमारा वोट ले, संगठन जुटा कर सब गलत कर रहें है। इस गलत कार्य का विरोध करने से पीछे नहीं हटेंगे।

फूलन देवी की प्रतिमा नहीं लगने नाराज

नटवा तिराहे पर फूलन देवी की मूर्ति लगाने का जो वादा किया था हमारे सांसद अनुप्रिया पटेल ने अभी तक पूरा नहीं किया। निषाद समाज की कई ऐसी समस्याएं है जो उन्होंने अभी तक पूरा नहीं किया। नाव संचालन प्रत्येक 6 महीने की नवरात्र में 10 दिनों के लिए बंद कर दिया जाता है। इस दौरान कार्यक्रम में उपस्थित रामबली निषाद, राजकुमार निषाद, दीपक निषाद, रामचंद्र निषाद, ठाकुर प्रसाद निषाद, सूरज निषाद, नंदू निषाद, कन्हैया निषाद, भारत निषाद, रामलाल निषाद, नन्हे निषाद, आनंद देव निषाद, अंत निषाद, विक्कू निषाद, रामविलास निषाद सहित आदि लोग उपस्थित रहें।

Shashi kant gautam

Shashi kant gautam

Next Story