TRENDING TAGS :
Mirzapur News: प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक निलंबित, जानिए क्यों हुई ये कार्यवाही
Mirzapur News: सरकारी स्कूल में मुस्लिम शिक्षक द्वारा जबरन बच्चों को दी जा रही उर्दू शिक्षा के मामले में बीएसए ने बड़ी कार्रवाई की है। बच्चों ने प्रधानाध्यापक पर उर्दू पढ़ाये जाने का आरोप लगाया था।
प्रतीकात्मक इमेज source: social media
Mirzapur News: सरकारी स्कूल में मुस्लिम शिक्षक द्वारा जबरन बच्चों को दी जा रही उर्दू शिक्षा के मामले में बीएसए ने बड़ी कार्रवाई की है। बच्चों ने प्रधानाध्यापक (headmaster) पर उर्दू पढ़ाये जाने का आरोप लगाया था। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था। खंड शिक्षा अधिकारी की जांच रिपोर्ट आने के बाद बीएसए ने इस पर कार्रवाई की। जांच रिपोर्ट आने के बाद बीएसए ने प्रधानाध्यापक को निलंबित (Suspended) कर दिया है।
यह था पूरा मामला
मिर्जापुर जनपद के एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय (Government Primary School) में मुस्लिम शिक्षक के द्वारा बच्चों को जबरदस्ती उर्दू पढ़ाई जा रही थी। यह मामला हलिया विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय महुगढ़ का है। जहाँ 2 मार्च को स्कूल के बच्चे लंच के दौरान क्रिकेट खेल रहे थे। गेंद विद्यालय के कार्यालय में चला गयी। जिसे हेड मास्टर माबूद अहमद (उर्दू अध्यापक) ने गुस्से में आकर बच्चों से बैट बाल छीनकर कार्यालय में रख लिया और बउन्हें पढ़ने के लिए वापस कक्षा में भेज दिया। कुछ देर बाद कक्षा 5 का एक छात्र वापस बैट बाल कार्यालय से निकाल कर विद्यालय परिसर में खेलने लगा।
इसी बात से नाराज होकर अध्यापक माबूद अहमद ने बच्चे को दो थप्पड़ मार कर वापस कक्षा में भेज दिया। बच्चा जब घर गया तो उसने अपने माता-पिता से शिकायत की। जिसके बाद छात्रके माता पिता विद्यालय पहुंचे। इसके बाद छात्र के माता-पिता और शिक्षक के बीच कहा सुनी हो गयी। इस दौरान विद्यालय में पढ़ रहे छात्रों ने प्रधानाध्यापक के खिलाफ प्रदर्शन किया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। बच्चे के परिजन द्वारा आरोप लगाया गया कि विद्यालय में जबरदस्ती बच्चों को उर्दू (Urdu) पढ़ाया जाता है।
जबरन उर्दू पढ़ने का लगाया आरोप
हलिया थाने में बच्चे अभिभावक दया शंकर ने 3 मार्च को जबरदस्ती उर्दू पढ़ायें जाने शिकायत पुलिस में की। पुलिस ने इसकी जानकारी शिक्षा विभाग को दी। बीएसए (Basic Shiksha Adhikari) अनिल कुमार वर्मा ने छानबे खंड शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार को इसकी जांच सौंपी। खंड शिक्षा अधिकारी की जांच रिपोर्ट में प्रधानाध्यापक को दोषी पाया गया। छात्रों, अभिभावकों के आरोप के साथ ही शिक्षक के द्वारा विद्यालय के अभिलेखों को भी उर्दू में लिखा पाया गया। जिसको लेकर बीएसए ने 5 मार्च को यह कार्रवाई की।
बीएसए अनिल कुमार वर्मा ने कहा
बीएसए अनिल कुमार वर्मा ने बताया की परिजनों और छात्रों ने विद्यालय के शिक्षक माबूद अहमद पर उर्दू जबरदस्ती पढ़ाई जाने का आरोप लगाया था। जिसके बाद इस पूरे मामले की जाँच को खंड शिक्षा अधिकारी को सौंपा गया। जांच रिपोर्ट में प्रधानाध्यापक दोषी पाए गए। जिसके आधार पर उन्हें निलंबित कर दिया गया।