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Padma Award 2024: 'शिल्प गुरु' खलील अहमद को मिला पद्मश्री, गृह मंत्रालय से आया फोन...बधाई देने वालों का लगा तांता
Padma Award 2024: खलील अहमद पिछले तीन पीढ़ियों से इस कला से जुड़े हैं। उन्हें साल 2000 में तत्कालीन राष्ट्पति एपीजे अब्दुल कलाम ने नेशनल अवार्ड से नवाजा था। वहीं, वर्ष 2007 में वस्त्र मंत्रालय के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार शिल्प गुरु से पुरस्कृत किया गया था।
Mirzapur News: यूपी के मिर्ज़ापुर में हस्त निर्मित दरी के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए खलील अहमद को पद्मश्री अवार्ड (Khalil Ahmed Padma Shri Award) देने की घोषणा हुई। पद्मश्री पाने वाले खलील अहमद हाथ से बनी दरी की बुनाई करते हैं। खलील अहमद को पहले 'शिल्प गुरु' अवार्ड से भी नवाजा जा चुका है। सरकार की तरफ से उन्हें कई बार विदेश भेजा गया। खलील साहब ने वहां भी अपने हुनर का जादू बिखेरा। विदेशी धरती पर भी उनकी दरी की मांग रही है। इतना ही नहीं, खलील अहमद ने जापान के प्रधानमंत्री को अपने हाथों बुनी दरी उपहार में भेंट कर चुके हैं।
जानिए खलील अहमद की पूरी कहानी?
उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर के रहने वाले खलील अहमद को सरकार ने हस्त निर्मित दरी के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए पद्मश्री, 2024 देने का ऐलान किया है। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्मश्री सम्मान देने की घोषणा के बाद मिर्ज़ापुर में खुशी का मौहाल है। मिर्ज़ापुर को इस बाद दो पद्मश्री पुरस्कार मिले हैं। पहला, कजली गायन में उर्मिला श्रीवास्तव (Kajali singer Urmila Srivastava) को और हस्त निर्मित दरी में खलील अहमद को ये पुरस्कार मिला है।
साल 2000 और 2007 में मिला सम्मान
शहर के इमामबाड़ा इलाके के रहने वाले 70 वर्षीय खलील अहमद पिछले तीन पीढ़ियों से इस कला से जुड़े हैं। घर पर हाथ से दरी की बुनाई का कार्य होता है। इससे पहले, उन्हें साल 2000 में तत्कालीन राष्ट्पति एपीजे अब्दुल कलाम ने नेशनल अवार्ड से नवाजा था। वहीं, वर्ष 2007 में वस्त्र मंत्रालय के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार 'शिल्प गुरु' से पुरस्कृत किया गया था।
गृह मंत्रालय से आया फोन
खलील अहमद के हाथ से बुनी दरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे को भी भेंट कर चुके हैं। पद्मश्री पुरस्कार मिलने पर खलील अहमद ने खुशी जताते हुए कहा, 'कल रात गृह मंत्रालय से फोन आया था। तब पुरस्कार मिलने की जानकारी हुई। बहुत खुश हूं। इस काम से पहले से जुड़ा हूं। हमारी दरी वाराणसी में प्रदर्शनी में भी लगी है। पीएम मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री को भी उपहार में दिया था। तब दरी बुनवाने सरकारी महकमे के लोग हमारे पास आए थे।'