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जानिए क्यों, मोदी के सपनों का बनारस देख NGT टीम पीटने लगी माथा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच साल पहले गंगा किनारे अस्सी घाट से सफाई अभियान की शुरूआत की तो लगा काशी की हालत सुधर जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सफाई के मोर्चे पर बनारस अब भी फेल नजर आ रहा है। ये हम नहीं कह रहे है बल्कि ये कहना है एनजीटी के यूपी मॉनिटरिंग कमेटी के चेयरमैन का।
वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच साल पहले गंगा किनारे अस्सी घाट से सफाई अभियान की शुरूआत की तो लगा काशी की हालत सुधर जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सफाई के मोर्चे पर बनारस अब भी फेल नजर आ रहा है। ये हम नहीं कह रहे है बल्कि ये कहना है एनजीटी के यूपी मॉनिटरिंग कमेटी के चेयरमैन का। शहर के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे चेयरमैन और हाईकोर्ट के पूर्व जज देवी प्रसाद सिंह ने जब यहां पर सफाई का हाल देखा तो माथा पीटने लगे। बोले, इस शहर में कैसे रहते हैं लोग ?
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शहर की हालत देख हैरान रह गए चेयरमैन
एनजीटी की मॉनीटरिंग कमेटी ने शहर के अलग-अलग हिस्सों का दौरा किया। सुबह सर्किट हाउस से निकलते ही काफिला सबसे पहले वरुणा नदी के पास रुका। इस दौरान वरुणा नदी में उन नालों को भी देखा जिससे सुबह-सुबह लाल पानी वरुणा में बह रहा था। इसके बाद टीम ने शहर की गलियों में गंदगी, स्लाटर हॉउस के इलाकों में बहने वाले नालों और सड़क के किनारे नगर निगम द्वारा डंप किए जा रहे कूड़ों को देखा। भ्रमण करने के साथ अस्पतालों में जाकर सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की जमीनी हकीकत देखी। उन्हें एक भी ऐसी जगह नहीं मिली जहां गंदगी न फैली हो। कंटेनर कूड़े से भरे मिले तो अस्पतालों में जगह-जगह मेडिकल वेस्ट खुले में फेंका गया था।
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अधिकारियों को लगाई फटकार
शहर की हालत देखकर टीम के सदस्य हैरान रह गए। यूपी मॉनिटरिंग कमेटी के चेयरमैन ने अधिकारियों को जमकर लताड़ लगाई। उन्होंने कहा, 'यह स्थिति देखकर नहीं लगता है कि शहर में कूड़ा उठता है। सिंह ने सवाल किया कि यहां पर्यटक कैसे घूमते होंगे और विदेशी पर्यटक गंदगी देखकर क्या सोचते होंगे? उन्होंने कहा कि नगर निगम के अफसरों की लापरवाही के चलते हर तरफ गंदगी का साम्राज्य है। लोग कूड़ा फेंक असि नदी को पाट रहे हैं फिर भी नगर निगम के अफसर ऐसा करने से उन्हें रोकते नहीं हैं। शहर में लोग खुलेआम प्लास्टिक का इस्तेमाल कर रहे हैं। प्रशासन प्लास्टिक का इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने में पूरी तरह विफल है। इसी तरह मेडिकल वेस्ट खुले में फेंके जाने से अस्पताल बीमारी फैला रहे हैं।