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Moradabad News: शहर को पवित्र करने वाली रामगंगा अपनी बदहाली पर बहा रही है आँसू
Moradabad News: राम गंगा पर हो रहे अत्याचारों के बारे में किसी ने कोई सुध नहीं ली।
Moradabad News: मुरादाबाद को पवित्र करने वाली नदी राम गंगा नदी खुद अपने बदहाल जीवन पर आँसू बहा रही है। लेकिन पिछले दो दशकों से राम गंगा पर हो रहे अत्याचारों के बारे में किसी ने कोई सुध नहीं ली। पुरानी सरकारों में तो 2007 से 2017 तक तो राम गंगा के किनारे इसी बंदरबाट के चलते लोगों ने अपने आलीशान मकान बना लिए।
2014 में जमीन कब्जे को लेकर मशहूर समाजवादी पार्टी की सरकार आ गई तो भू माफियाओं की तो जैसे चांदी हो गई। जमकर राम गंगा के किनारे की जमीन बेची गई। इतना ही नहीं राम गंगा नदी में पानी होने के बाबजूद भी रामगंगा के अंदर की जमीन भी जमकर बेची गई।
2014 से 2018 के बीच राम गंगा नदी अपना अस्तित्व ही खो चुकी
अब हम आपको बताते हैं बिजनौर के काला गढ़ डैम से निकलने वाली रामगंगा नदी जो मुरादाबाद के बीच बह रही थी कि जो 2010 में अपना रौद्र रूप दिखा चुकी है! वैसे तो भू माफियाओं की नजर इस पर 2022 से ही पड़ गई थी। तब इक्का दुक्का लोगों ने रामगंगा के किनारे पर धीरे धीरे कब्जा शुरू किया था।परंतु 2014 से 2018 के बीच ये राम गंगा नदी अपना अस्तित्व ही खो चुकी है और शहर में अपना लामा चौड़ा फाट (१ किलोमीटर) चौड़ाई से घट कर मात्र 5-6 मीटर चौड़ाई में बह रही हे और इसका पानी इतना दूषित हो गया है कि पीना तो दूर हाथ भी धो लो तो बीमारी लग जाए।
अवैध कालोनियों में सड़क और बिजली के खंबे लगवा दिए
भू माफियाओं ने राम गंगा नदी के लगभग दस किलोमीटर के किनारे क्षेत्र में अवैध मकान बना रखे हैं। समाजवादी सरकार में तो रामगंगा नदी किनारे की जमीनों की बकायदा रजिस्ट्री भी हुई है और समाजवादी सरकार में ही पार्षदों ने नई अवैध कालोनियों में सड़क और बिजली के खंबे तक लगवा दिए। जबकि मुरादाबाद विकास प्राधिकरण ने रामगंगा के किनारे बसी किसी भी अवैध कालोनी को कोई मान्यता नहीं दी है।
कई बार यह सुना गया की अवैध कालोनियों पर कार्यवाई होगी, उन्हें गिराया जायेगा लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नही हुई। 2017 में सूबे में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा सरकार आई तो धर्म प्रेमियों को कुछ उम्मीद हुई की अब राम गंगा का कुछ उद्धार होगा और धर्म प्रेमियों के लिए मां गंगा का निर्जल जल प्राप्त होगा परंतु भाजपा के भी अब तक के कार्यकाल में धर्म प्रेमियों को निराशा हाथ लगी है।
अब योगी आदित्यनाथ की दूसरी पारी में राम गंगा नदी का कुछ उद्धार होने की आशा है। कुछ धर्म प्रेमी तो कहते नजर आ रहे है की शायद अब बुलडोजर बाबा का बुलडोजर इस अवैध वसीयत पर चले और मां गंगा का आशीर्वाद धर्मप्रेमियों को भी अब मिल सके।