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Moradabad News: अस्पताल की लापरवाही से चली गई आंखों की रोशनी, पीड़ित ने पुलिस से की कार्रवाई की मांग
Moradabad News: पीड़ित इकराम अली ने मुरादाबाद के सीएल गुप्ता आई बैंक और आई सर्जरी सेंटर पर अपनी एक आंख का आपरेशन करने के बाद दोनों आखों की रोशनी जाने की शिकायत उच्च अधिकारियों से की है।
Moradabad News: उत्तर प्रदेश के जनपद मुरादाबाद में एक व्यक्ति के ऑपरेशन के बाद उसकी आंखों की रोशनी चली गई। पीड़ित ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक मात्र आई हॉस्पिटल सीएल गुप्ता पर अपनी आखों से खिलवाड़ का आरोप लगाया है। मुरादाबाद के सीएल गुप्ता आई बैंक और आई सर्जरी सेंटर पर अपनी एक आंख का आपरेशन करने के बाद दोनों आखों की रोशनी जाने की शिकायत उच्च अधिकारियों से की है।
ये है पूरा मामला
जनपद के कटघर थाना क्षेत्र के करूला गली नंबर एक के रहने वाले पीड़ित इकराम अली ने सीएल गुप्ता आई इंस्टिट्यूट एंड आई बैंक पर आरोप लगाया है कि उनकी एक आंख से कम दिखाई दे रहा था। किसी ने इस बात की जानकारी दी कि सीएल गुप्ता अस्पताल में जाकर अपनी आंखों का ऑपरेशन कराए।
पीड़ित इकराम का कहना है कि दिनांक 12 सितंबर 2023 को उन्होंने सीएल गुप्ता हॉस्पिटल में जाकर अपने आंखों का ऑपरेशन कराया था। वही उन्होंने अपनी आंखों के ऑपरेशन के इलाज के लिए 1 लाख 10 हजार रुपए भी दिए थे। पीड़ित इकराम का आरोप है कि ऑपरेशन के कुछ ही दिन तक उनकी आंखों से सही ढंग से दिख रहा था।
पीड़ित इकराम का कहना है कि अस्पताल के डायरेक्टर और प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत करने पर उनकी आंखों का दोबारा से फिर एक बार फिर ऑपरेशन किया गया जो की 14 दिसंबर 2023 को हुआ था।
डॉक्टर ने कहा-आंखों का सफलतापूर्वक इलाज किया
अब पीड़ित का आरोप है की दूसरे ऑपरेशन के बाद उनकी आंखों से दिखाई देना बिलकुल बंद हो गया है। अब मेरी आंखों से कुछ दिखाई नहीं दे रहा। पीड़ित ने डॉक्टर से इस बारे में बात की तो डॉक्टर ने कहा कि हमारे द्वारा आपकी आंखों का सफलतापूर्वक इलाज किया गया है।
पीड़ित का ये भी कहना है कि जब उन्होंने दूसरे डॉक्टर को अपनी आंख जाकर दिखाई तो डॉक्टर का कहना है कि आपकी आंखों का ऑपरेशन ठीक से नहीं किया गया है जिसके कारण यह दिक्कत हुई है।
अस्पताल प्रशासन ने नहीं की कोई बात
पीड़ित इकराम ने इस मामले में डायल 112 करके पुलिस को बुलाया और डॉक्टर के खिलाफ शिकायत कर कार्यवाही की मांग की है। वहीं जब न्यूजट्रैक की टीम ने जब अस्पताल प्रशासन और डायरेक्ट से इस बाबत बात करने की कोशिश की तब कोई भी अधिकारी सामने आने को तैयार नहीं हुआ।