TRENDING TAGS :
Moradabad News: गर्भपात कराने का चल रहा गोरखधंधा, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने प्राइवेट अस्पताल को किया सील
Moradabad News: अस्पताल के संचालक पर जबरन गर्भपात कराने को लेकर एक मुकदमा पंजीकृत कराया गया था जिसके स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल को सील कर दिया था और आरोपी अस्पताल संचालक आदिल को जेल भेज दिया गया था
प्राइवेट अस्पताल में गर्भपात कराने के मामले में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने किया सील (Photo- Social Media)
Moradabad News: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जनपद के बिलारी थाना क्षेत्र स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में गर्भपात कराने का गोरखधंधा फल फूल रहा था। आए दिन इस अस्पताल में गर्भपात कराने की शिकायत स्वास्थ्य विभाग को मिल रही थी। जिसके बाद आज स्वास्थ्य विभाग की टीम हरकत में आई और अस्पताल पहुंचकर साक्ष्य एकत्र करने के बाद अस्पताल को सील कर दिया।
पहले भी दो बार अस्पताल सील हुआ था दोबारा किया संचालित
कुछ माह पहले इसी अस्पताल के संचालक पर जबरन गर्भपात कराने को लेकर एक मुकदमा पंजीकृत कराया गया था जिसके स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल को सील कर दिया था और आरोपी अस्पताल संचालक आदिल को जेल भेज दिया गया था लेकिन जमानत पर छूटने के बाद आरोपी ने नए नाम से बिलारी थाना क्षेत्र में अस्पताल का संचालन शुरू कर दिया और फिर गर्भपात कराने लगा।जिसका स्वास्थ्य विभाग में कोई दस्तावेज नहीं है।
गर्भपात करने का वीडियो हो रहा है वायरल
इससे पहले ये अस्पताल आरव नर्सिंग होम के नाम से हुआ करता था लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने इस काली कमाई के अड्डे को नया नाम दे दिया और वर्तमान में एम ए हेल्थ केयर के नाम से इस अस्पताल को संचालित किया जा रहा था। इसी अस्पताल से गर्भपात करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें एक महिला की सर्जरी की जाती है और उसका गर्भपात कर दिया जाता है।
अस्पताल में मौजूद एक मरीज के तीमारदार ने बताया कि इस अस्पताल में उन्हें के दलाल द्वारा लाया गया है जहां पर डॉक्टर ने दवाई देने की बजाय गर्भपात कर दिया है डॉक्टर का नाम फरीन बताया गया है।
विभाग के नोडल अधिकारी संजीव बेलवाल ने की कार्रवाई
वहीं स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी मुरादाबाद संजीव बेलवाल ने बताया कि फोन के माध्यम से शिकायत प्राप्त हो रही थी कि एक अस्पताल ने अवैध रूप से सीजर कराए जा रहे हैं।वहां जाकर देखा तो मामला सत्य निकला जब इस बारे में स्टाफ पूछा तो किसी ने डॉ आफरीन का नाम बताया और उसकी कोई फाइल भी नहीं मिली है। किसने मरीज का सीजर किया है किसने उसे एनेस्थीसिया किया है कोई संतोषपूर्ण जवाब नहीं मिला है। ये एम ए हेल्थ केयर किसी आदिल का बताया जा रहा है।
आदिल के बारे में जानकारी की गई जिसने अस्पताल के पैड पर अपने नाम के नीचे एमडी लिखा हुआ था जबकि वो एक एमडी नहीं है जालसाजी करके एमडी लिखा है इसकी जांच कराई जा रही है। जांच के बाद इनके खिलाफ परिवाद दायर कराया जाएगा।अस्पताल में पैथोलॉजी संचालित की जा रही थी जोकि अवैध है। अस्पताल का सारा स्टाफ मौके से फरार हो चुका है।
पुलिस ने लिया एक्शन
सीएमओ कुलदीप सिंह भी इस बारे में कई बार नाराजगी जाता चुके हैं, झोला छाप अस्पतालों को संचालकों से नोडल अधिकारियों की मिली भगत होती है, और मौजूदा नोडल अधिकारी डॉक्टर संजीव बेलवाल पर तो पहले भी कई बार आरोप लग चुके हैं।
संजीव बेलवाल मुरादाबाद मंडल के इकलौते ऐसे डॉक्टर हैं जो 16वर्षों से भी ज्यादा मुरादाबाद में कार्यरत हैं। मुरादाबाद की PCS पोस्ट पर रह चुके हैं। आखिर स्वस्थ विभाग क्यों इन पर मेहरबान है?