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Moradabad News: सरकारी अस्पताल में जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के नाम पर लूट, माता-पिता से वसूल रहे अवैध पैसे
Moradabad News: मुरादाबाद के महिला अस्पताल में जननी सुरक्षा योजना के कार्यालय में तैनात बाबू बबलू की मिलीभगत से उनके मातहत बाबू बबलू नवजात का नाम जन्म प्रमाण पत्र में चढ़वाने के लिए नवजात के परिजनों से अवैध रूप से पैसे वसूल रहे हैं।
Illegal money being collected from parents for making birth certificate in government hospital (फोटो- सोशल मीडिया)
Moradabad News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रहे हों, लेकिन देखिए कैसे सरकारी कर्मचारी ही मुरादाबाद महिला अस्पताल में भ्रष्टाचार को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दावों और वादों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। ये नजारा मुरादाबाद के सिविल लाइंस स्थित सरकारी अस्पताल का है।
यह मामला सरकारी महिला अस्पताल का है, जहां सरकारी महिला अस्पताल में नवजात बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर अभिभावकों से पैसे वसूले जा रहे हैं, जी हां एक तरफ उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक प्रदेश भर के सरकारी अस्पतालों का दौरा कर मरीजों को चिकित्सा के क्षेत्र में बेहतर इलाज और मुफ्त सुविधाएं देने के निर्देश दे रहे हैं, लेकिन मुरादाबाद के महिला अस्पताल में जननी सुरक्षा योजना के कार्यालय में तैनात बाबू बबलू की मिलीभगत से उनके मातहत बाबू बबलू नवजात का नाम जन्म प्रमाण पत्र में चढ़वाने के लिए नवजात के परिजनों से अवैध रूप से पैसे वसूल रहे हैं, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इस पूरे प्रकरण में जब रिपोर्टर सागर रस्तोगी ने रिश्वत लेने वाले रवि और उसके अधीनस्थ कर्मचारी बबलू से रिश्वत लेने के वायरल वीडियो के बारे में बात की तो दोनों कर्मचारी साफ झूठ बोलते नजर आए, बताया जा रहा है कि यह वायरल वीडियो शनिवार का है, वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि जननी सुरक्षा योजना के कार्यालय में तैनात बाबू बबलू जन्म प्रमाण पत्र में नाम चढ़वाने के लिए नवजात के परिजनों से पैसे ले रहा है, इससे साफ है कि बबलू और उसके मातहत बाबू बबलू ने फर्जीवाड़ा किया है।
रिश्वत का यह खेल तैनात कर्मचारियों की मिलीभगत से काफी समय से चल रहा है, अब देखना यह है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दावों और वादों को ठेंगा दिखाने वाली इन महिला सरकारी अस्पताल कर्मचारियों के खिलाफ कब कार्रवाई होगी या फिर जांच के नाम पर इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा। इस संबंध में जब मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. निर्मला पाठक से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इसकी जांच की जाएगी और जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।