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Moradabad: बिजली विभाग की लापरवाही के चलते शटडाउन के बावजूद खंभे पर दौड़ा करंट, 4 कर्मचारी झुलस गए
Moradabad: मुरादाबाद के थाना सिविल लाइन क्षेत्र के जिगर कालोनी में शटडाउन के बाद बिजली के खंबे पर खड़े एक निजी कंपनी के 4 कर्मचारी गंभीर रूप से झुलस गए। इनमे से एक की हालत नाजुक है।
Moradabad News : मुरादाबाद के थाना सिविल लाइन क्षेत्र के जिगर कालोनी में शटडाउन के बाद बिजली के खंबे पर खड़े एक निजी कंपनी के 4 कर्मचारी गंभीर रूप से झुलस गए। इनमे से एक की हालत नाजुक है।निजी कंपनी के ये आदमी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बिजली की लाइन को डिस्मेंटल करने के लिए दो अलग- अलग खम्भो पर चढ़े थे। खंभे पर चढ़ने से पहले इन्होंने बकायदा शट डाउन किया था।
कैसे हुआ हादसा
कंपनी के ठेकेदार सतेंद्र पांडे के अनुसार, लाइनमैन ललित और दीपक शक्ति चौक मिशन पर काम कर रहे थे, जबकि दूसरे लाइनमैन सोनू और जगराम जिगर कॉलोनी कैंप चौकी के पास खंभे पर थे। कार्य के लिए विद्युत निगम से शटडाउन किया गया था, शुरू के लगभग 1 घंटा तो ये काम करते रहे लेकिन शाम को सात बजे के आसपास, दोनों खंभों में अचानक करंट दौड़ गया। एक तेज रोशनी चमकी और फॉल्ट की आवाज हुई। लोगों ने दौड़कर देखा, तो कर्मचारी अपनी सेफ्टी बेल्ट पर बेहोश लटके हुए थे।
स्थानीय लोगों ने दी जानकारी
स्थानीय लोगों ने बिजली विभाग को फोन करके सूचना दी। इसके पश्चात्, कंपनी के अन्य कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे और लाइनमैनों को रस्सी के माध्यम से खंभे से नीचे उतारा। उन्हें जिला अस्पताल में ले जाया गया, जहां से हायर सेंटर को रेफ़र किया गया। ठेकेदार ने बताया कि सोनू, दीपक, और जगराम को टीएमयू में भर्ती कराया गया है। जबकि सोनू, जिसे ललित कहा जाता है कि हालत गंभीर है, उसे विद्युत निगम के चीफ इंजीनियर आरके बंसल के आदेश पर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल भेजा गया है।
हादसे के बाद शटडाउन की जाँच के आदेश
एडीएम सिटी ज्योति सिंह, एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया, सीओ सिविल लाइंस अर्पित कपूर, विद्युत निगम के चीफ इंजीनियर आरके बंसल, एसई मुनीश चोपड़ा और तीनों एक्सीएन जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने कंपनी के ठेकेदार से पूरी जानकारी प्राप्त की। इसके पश्चात, विद्युत निगम के एसडीओ से पूछा गया कि शटडाउन के बावजूद कैसे करंट प्रवाहित हुआ। चीफ इंजीनियर ने जेई को निलंबित करने के बाद इस मामले की जांच के आदेश दिए। उन्होंने बताया कि जिस कर्मचारी की गलती पाई जाएगी, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में विद्युत निगम के अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की जा रही है। कार्रवाई के लिए किसी की तरफ से तहरीर मिलती है, तो मुकदमा दर्ज किया जाएगा।