TRENDING TAGS :
Moradabad News : जिले में बढ़े आपराधिक ग्राफ को लेकर पुलिस अलर्ट, ललित कौशिक गैंग के मूवमेंट पर निगाह हुई तेज
Moradabad News : जिले में पिछले 15 दिन में हत्याओं की ताबड़तोड़ वारदातों से आम आदमी सहम गया है। बदमाशों ने शहर और देहात में सिलेसिलेवार हत्या की वारदातों को अंजाम दिया है। हालांकि पुलिस ने तेजी दिखाते हुए इनमें ज्यादातर मामलों का खुलासा कर आरोपियों को सलाखों के पीछे भेज दिया है। हालांकि अपराधों की गिनती में तेजी पुलिस पर सवाल खड़े कर रही है।
Moradabad News : जिले में महीने दर महीने अपराध का ग्राफ बढ़ता जा रहा है, जो जनता के साथ- साथ पुलिस के लिए भी चिंता का सबब बन हुआ है। बढ़ती उमस और तापमान के पारे के साथ ही अपराधों की गिनती में भी तेजी आई है। यह इत्तेफाक है या अपराधी सुनियोजित ढंग से अपराध का खाका खींच रहे हैं, पुलिस गणित नहीं समझ पा रही है। जिले में पिछले 15 दिन में हत्याओं की ताबड़तोड़ वारदातों से आम आदमी सहम गया है। बदमाशों ने शहर और देहात में सिलेसिलेवार हत्या की वारदातों को अंजाम दिया है। हालांकि पुलिस ने तेजी दिखाते हुए इनमें ज्यादातर मामलों का खुलासा कर आरोपियों को सलाखों के पीछे भेज दिया है। हालांकि अपराधों की गिनती में तेजी पुलिस पर सवाल खड़े कर रही है।
बीते शनिवार को कटघर पीतल बस्ती में महिला की हत्या, रविवार को गाड़ीखाना क्षेत्र में पीतल व्यापारी की चाकू से गोदकर हत्या, उससे पूर्व बिलारी क्षेत्र में ब्याज पर पैसे देने वाली महिला की गोली मारकर हत्या।प्रेस फोटोग्राफर के पुत्र पर रे राह जानलेवा हमला, दीनदयाल नगर में जोमैटो ब्वॉय पर गोलीबारी की घटना सहित अनेकों अन्य वारदातों से जिले में अचानक क्राइम का ग्राफ बढ़ चला है। अचानक इतनी सारी घटनाएं क्या संयोग मात्र हैं या पुलिस को बेवजह उलझाने की कोई योजना, जिस पर कार्य किया जा रहा है।
दरअसल, पश्चिमी यूपी के ज्यादातर बड़े अपराधिक गिरोह और गैंगस्टर पुलिस के बढ़ते दबाव और की गई प्रभावी कार्रवाई से जेल की सलाखों के पीछे डाल दिए गए थे। इन बड़े आपराधिक गिरोहों का नेटवर्क जिला और महानगर स्तर पर नई-नई उम्र के लड़कों को आपराधिक घटनाओं में इस्तेमाल करने के स्तर तक फैला हुआ है। ऐसे में यह गिरोह अब इन्हीं तत्वों का इस्तेमाल कर जिले की कानून व्यवस्था की स्थिति को खराब करने में लगे हुए हैं, ताकि पुलिस ऐसे प्रकरणों में उलझी रहे और वह जमानत कराकर जेल की सलाखों से बाहर आ सकें। ऐसी आशंका जानकारों द्वारा व्यक्त की जा रही है। जिस तरीके से नई उम्र के लड़कों द्वारा खुलेआम फायरिंग और बेखौफ हत्याओं को अंजाम दिया जा रहा है, वह इन सभी के बड़े गैंगस्टर से जुड़े होने का संकेत देते हैं।
पुलिस पैरवी मजबूत न होने के कारण गैंगस्टर को मिल रही जमानतें
इसी क्रम में यह उल्लेखनीय है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश का नामी गैंगस्टर ललित कौशिक अपने अपराधिक चातुर्य और कौशल के लिए जाना जाता है। इसका खास सिपहसालार कमलवीर अपराधिक घटनाओं का ताना-बाना बुनने से लेकर पुलिस विभाग में अपनी मजबूत पैंठ बनाने के लिए कुख्यात रहा है। जिसके बल पर तमाम अपराधी घटनाओं को अंजाम देने के बाद भी इस गैंग के खिलाफ पुलिस लंबे समय तक प्रभावी कार्रवाई नहीं कर पाई।
गौरतलब है कि पूर्व में मुरादाबाद में रहे एक तेज तर्रार डीआईजी जो अब एडीजी जोन बरेली हैं, उनके द्वारा ललित कौशिक गैंग के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए थे, लेकिन वह यह देखकर हैरान रह गए कि जांच अपने आप एलआईयू को ट्रांसफर हो गई व एलआईयू द्वारा ललित कौशिक गैंग को क्लीन चिट देते हुए रिपोर्ट उनकी टेबल पर रख दी गई। तब तत्कालीन डीआईजी को कौशिक गैंग के पुलिस विभाग में मजबूती से जमे पंजों का एहसास हुआ। अब इस कुख्यात गैंग के खिलाफ ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही है कि मुरादाबाद जिले में ताबड़तोड़ घटनाओं के बढ़ते ग्राफ के पीछे संभवत: इसी गैंग का हाथ है, ताकि पुलिस इनमें उलझी रहे और गैंग के कर्ताधर्ता आराम से जमानत कराकर बाहर आ सकें।
रामपुर जेल से संचालित हो रहे गैंग के ऑपरेशन
वहीं, सूत्रों का दावा है कि रामपुर जेल से ललित कौशिक गैंग के ऑपरेशन योजनाबद्ध ढंग से संचालित किए जा रहे हैं। पुलिस को भी ऐसे इनपुट मिलने के कारण विभाग पूरा तरह अलर्ट हो गया है। दरअसल यह गैंग अपने खिलाफ सख्ती बरतने वाले पुलिस अधिकारियों के विरुद्ध अखबारों में कानून-व्यवस्था को नियंत्रित न कर पाने की फर्जी खबरें प्रकाशित करवाने व अधिकारियों के खिलाफ तमाम झूठी शिकायतें पत्रों के माध्यम से ऊपर भेजने की कार्यशैली उपयोग में लाता था। जिसके चलते पुलिस अफसरों को असहज स्थिति का सामना करना पड़ता था। पुलिस विभाग के सूत्रों के मुताबिक, अधिकारियों के खिलाफ तमाम फर्जी शिकायतों का बड़ा पुलिंदा इस गैंग के मास्टरमाइंड और सिपहसालार कमलवीर के घर पर छापे के दौरान बरामद किया गया है।
कौशिक गैंग के शिकार हुए लोग कर गए पलायन
इस गैंग के उत्पीड़न के शिकार बहुत से व्यक्ति तो शहर से ही पलायन कर गए। जानकारी के मुताबिक, महानगर में देव विहार कॉलोनी में रहने वाला एक व्यक्ति तो इस गैंग के उत्पीड़न और आतंक से इतना परेशान हुआ कि अपना जमा जमाया मोबाइल टावरों पर जनरेटर लगाने इत्यादि के कार्य को छोड़कर परिवार सहित शहर से पलायन कर गया। इस तरह के लोगों की संख्या दर्जनों में है, जिन पर आतंक कायम कर कौशिक गैंग ने जमकर रंगदारी वसूली। सूत्रों के मुताबिक, ऐसे सभी लोग अब लखनऊ तक अपने साथ हुई उत्पीड़न की घटनाओं के बारे में शासन को अवगत करा रहे हैं।
एसएसपी सतपाल अंतिल के एक्शन पर सभी की निगाह
निवर्तमान एसएसपी हेमराज मीणा के द्वारा इस गैंग के सभी सदस्यों को सलाखों के पीछे डालकर गैंग की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी गई थी। उनके जाने के बाद अचानक अपराध के बढ़े ग्राफ ने इस गैंग को अपनी कार्यशैली को एक्टिव करने का मौका दे दिया है। ऐसे में नए एसएसपी सतपाल अंतिल के एक्शन की तरफ सभी की निगाहें लगी हुई है। ज्ञात हो कि सतपाल अंतिल अपनी तेज तेजतर्रार कार्यशैली और कार्रवाई के लिए प्रदेश पुलिस में अपना एक अलग स्थान रखते हैं। उनका अपना एक अलग आभामंडल और दबदबा रहा है। ऐसे में ललित कौशिक सहित अन्य अपराधियों की दुर्गति निश्चित है।