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Moradabad News: प्रथम अग्निवीर की शहादत पर सपा सांसद का बड़ा बयान, बोले-केवल इसलिए शहीद का दर्जा नहीं दिया गया क्योंकि वह चार साल के लिए भर्ती हुआ था
Moradabad News: सपा सांसद ने कहा-हम तो पहले से ही कह रहे थे की फुल फ्लैश नौकरी मिलना चाहिए, 4 साल की नौकरी नहीं, आखिर यह क्या संदेश देना चाहते हैं। बड़ी शर्म की बात है कि शहीद का दर्जा नहीं दिया गया। बड़ी-बड़ी बातें करने वाले लोग अग्नि वीर योद्धा को लेकर अपनी कमर थप थपाने वाले लोग आज क्यों खामोश हैं?
Moradabad News: बहुत ही दुख की बात है कि यह घटना भारत के प्रथम अग्निवीर की शहादत पर घटी। वह पंजाब के जिले मानसा से थे। अमृतपाल पाल सिंह केवल 19 वर्ष के थे और दिसंबर 2022 में अग्निवीर में भर्ती हुए थे। उनकी ड्यूटी जम्मू-कश्मीर में थी। दुर्भाग्यवश, इस बुधवार को पुंछ (जम्मू-कश्मीर) में एलओसी के पास ड्यूटी के दौरान वह शहीद हो गए।
यह दुखद है कि उनके शव को उनके परिवार वाले सेना के वाहन से नहीं बल्कि निजी एंबुलेंस से गांव लाए थे। उनके दाह संस्कार के समय सेना की कोई इकाई मौजूद नहीं थी और उन्हें सेना का कोई गार्ड ऑफ ऑनर भी नहीं दिया गया। ग्रामीणों के अनुरोध पर स्थानीय पुलिस ने हमारे बहादुर जवान को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। लोगों को अब पता चला कि यह सब मोदी सरकार की नई अग्निवीर नीति के कारण है। यही कारण है कि सेना की कोई भी इकाई उनके पार्थिव शरीर को गांव नहीं लायी और न ही सेना का कोई गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
अग्निवीर को शहीद का दर्जा नहीं दिया गया
अमृत पाल सिंह की शहादत के संबंध में मुरादाबाद के सांसद डॉक्टर एसटी हसन ने प्रतिक्रिया व्यक्ति की देश का एक जवान शहीद हुआ है, दुखद घटना है और सिर्फ इस वजह से उसको शहीद का दर्जा नहीं दिया गया क्योंकि वह 4 साल के लिए भर्ती हुआ था, हम तो पहले से ही कह रहे थे की फुल फ्लैश नौकरी मिलना चाहिए, 4 साल की नौकरी नहीं, आखिर यह क्या संदेश देना चाहते हैं। बड़ी शर्म की बात है कि शहीद का दर्जा नहीं दिया गया।
बड़ी-बड़ी बातें करने वाले लोग अग्नि वीर योद्धा को लेकर अपनी कमर थप थपाने वाले लोग आज क्यों खामोश हैं क्यों उस नौजवान की शहादत को सलाम नहीं करते सामने से गोली खाने वाले शहीद की बहादुरी पर हम सबको नाज होना चाहिए। मुरादाबाद से सपा सांसद डॉक्टर एसटी हसन सांसद ने कड़े शब्दों में इसकी निंदा की है।'