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Moradabad News: सट्टाकिंग की हनक अफसर भी नाच रहे उंगलियों पर, नहीं दिख रही करोड़ों की अपराध से अर्जित सम्पत्ति
Moradabad News: महानगर के बीचों बीच संभली गेट चौराहे पर उक्त सट्टाकिंग द्वारा अपने परिवार के सदस्यों के नाम से एक तीन मन्जिला भवन जिसमें से भूतल तल वा प्रथम तल का बैनामा एक करोड़ 83 लाख में किया गया है।
Moradabad News: प्रदेश के मुख्यिा योगी आदित्यनाथ द्वारा जब जब अपराध व अपराधियों के खिलाफ सख्ती की जाती है तच तब जनपद स्तर पर अपराधियों पर नकेल कसने के निए उनकी अपराध से अर्जित सम्पत्ति को चिहिकरण करने की कार्यवाही की मात्र औपचारिकता कर मामाले को ठण्डे बस्ते में डाल दिया जाता है। यही कारण है कि अपराधियों के हौसले इतने बुलन्द है कि यह अपनी आय का ब्योरा दिये बिना ही बेखौफ होकर करोड़ों रुपए की सम्पत्ति को कौडियों में क्रय विक्रय कर न सिर्फ सरकार को लाखों का चूना लगा रहे हैं बल्कि अपने खौफ का डंका खुलेआम बजाते दिखाई दे रहे है।
ऐसा ही एक मामला मुरादाबाद के नामी सट्टाकिंग का सामने आया है। सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि महानगर के बीचों बीच संभली गेट चौराहे पर उक्त सट्टाकिंग द्वारा अपने परिवार के सदस्यों के नाम से एक तीन मन्जिला भवन जिसमें से भूतल तल वा प्रथम तल का बैनामा एक करोड़ 83 लाख में किया गया है। जबकि इसी भवन पर काबिज सम्पत्ति के एक हिस्सेदार पर शेष सम्पत्ति को विक्रय करने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा है।
लाखों रुपए की स्टाम्प चोरी
सूत्रों से बताया जा रहा है कि सट्टाकिंग द्वारा उक्त भवन के निष्पादन में उप निबंधक प्रथम से हमसाज होकर लाखों रुपए की स्टाम्प चोरी की गयी है। भवन घनी आबादी के बीचो बीच, मुख्य चौराहे पर स्थितहै जिसमें चार दुकानें भी दिखाई दे रही है। इतना ही नहीं सूत्रों की अगर मानें तो इस भवन पर नगर निगम का भी लाखों रुपए का गृहकर व जलकर बकाया है। पिछले दिनों नगर निगम द्वारा रिकवरी के लिए उक्त भवन पर बकाये का नोटिस भी चस्पा किया गया था जिसे सट्टाकिंग के एक करीबी द्वारा फाड़ कर फेंक दिया गया।
सूत्रों द्वारा ये भी ज्ञात हुआ है कि उका नामी सट्टाकिंग द्वारा रामपुर रोड पर प्रेम बल्डर लेंड से कुछ दूरी पर लगभग 1800 गज में एक आलीशान शादी हॉल का भी अवैध रूप से निर्माण कराया जा रहा है। जिसमें 800 गज भूमि के एक हिस्सेदार जिसका नाम इकवाल बताया जाता है को एक नामी माफिया व हिस्ट्रीशीटर के घर में फैसले के दौरान दबाव में लेकर अपने हक में बैनामा कराने के लिए मजबूर किया गया जबकि बेनामी में उसे सम्पत्ति की मौजूदा रकम की जगह कौड़ियां थमा दी गयीं। बताया ये भी जाता है कि सट्टाकिंग के उक्त भवन को मुरादाबाद विकास प्राधि करण द्वारा भी अवैध निर्माण के बदले सील किया जा चुका था जिसको सट्टाकिंग ने सफेदपोशों से अपने रसूकों व मुविप्रा के तत्कालीन भ्रष्ट अवर अभियंता से हमसाज होकर सील खुलवाने में कामयाबी हासिल कर ली थी। जिसका जल्द ही खुलासा किया जाएगा।