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Moradabad: अतीक अहमद के नक्शे कदम पर चल ललित कौशिक ने वेस्ट यूपी में कराई हत्याएं, मामूली अमीन से ऐसे बना गैंगस्टर

Moradabad Crime News: मुरादाबाद पुलिस अभियान चलाकर माफियाओं पर कार्रवाई कर रही है। अपराध जगत से जुड़े माफियाओं की लगभग 55 करोड़ की बेनामी संपत्ति अब तक कुर्क की गई है। इन्हीं में एक नाम है ललित कौशिक।

Shahnawaz
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Published on: 28 Nov 2023 8:45 AM GMT
Moradabad Crime News
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ललित कौशिक (Social Media)

Moradabad Crime News : मुरादाबाद पुलिस (Moradabad Police) अभियान चलाकर माफियाओं पर कार्रवाई कर रही है। पिछले एक महीने में 23 गैंगस्टर की करीब 55 करोड़ की संपत्ति कुर्क की गई है। जिसमें करीब 30 करोड़ की संपत्ति अकेले ललित कौशिक की है। ललित कौशिक वही गैंगस्टर है, जिसने चार्टर्ड अकाउंटेंट, व्यापारी और भाजपा नेता की सरेआम हत्या करवा दी थी। अतीक अहमद की राह पर चलने वाले ललित कौशिक ने अपराध के दम पर वेस्ट यूपी में अकूत संपत्ति अर्जित की है।

गैंगस्टर को जेल तक पहुंचाने के बाद मुरादाबाद पुलिस ने अब उनकी प्रॉपर्टी जब्त करनी शुरू कर दी है। जिसके कारण अपराधियों की कमर टूट गई। पुलिस के इस एक्शन से उन अपराधियों में खलबली मची है। जिन्होंने क्राइम के दम पर करोड़ों की प्रॉपर्टी खड़ी कर ली हैं। जानिए कौन है गैंगस्टर ललित कौशिक-

9 साल तक तहसील में मामूली सीजनल अमीन था

ललित कौशिक (Lalit Kaushik) मूल रूप से मुरादाबाद के मूंढापांडे थाना क्षेत्र के गांव अक्का डिलारी निवासी का है। ललित 1993 से 2002 तक तहसील में सीजनल संग्रह अमीन था। इसके बाद उसने शहर में डिश केबल का काम शुरू कर दिया। शहर के दीनदयाल नगर में रहने लगा। उस वक्त अपराध की दुनिया में छाए योगेंद्र उर्फ भूरा की सरपरस्ती में ललित कौशिक ने अपराध की दुनिया में कदम रखा। फिर कभी पलटकर नहीं देखा। एक के बाद एक कई वारदातों में नाम आने के बाद पश्चिम यूपी में उसका दबदबा बन गया। अपने ऊपर से पुलिस की नजरें बचाने के लिए वो सियासी चोला पहनने की फिराक में था। फिलहाल इन दिनों ललित कौशिक यूपी की बलरामपुर जेल में बंद है।

ललित कौशिक की आलीशान कोठियां देख पुलिस हैरान

गैंगस्टर ललित कौशिक (Gangster Lalit Kaushik) तहसील का एक मामूली सीजनल संग्रह अमीन था। लेकिन, उसने देखते ही देखते अपराध की दुनिया में कदम रखा और अपनी दहशत के बल पर रातोंरात करोड़ों रुपये की प्रॉपर्टी खड़ी कर दी। मुरादाबाद शहर के सबसे पॉश इलाके रामगंगा विहार और दीनदयाल नगर में उसकी 2 आलीशान कोठियां हैं। यहां 2 भूखंड भी हैं। ललित कौशिक ने अपनी पत्नी, साले और दोस्तों के नाम पर भी करोड़ों रुपये की प्रॉपर्टी खरीदी। सर्किल रेट के हिसाब से सरकारी दर पर इन प्रॉपर्टीज की कीमत 11 करोड़ रुपये आंकी गई है। मौजूदा बाजार भाव से इनकी कीमत करीब 30 करोड़ रुपये है। जिस पॉश इलाके में कौशिक की कोठी है वहां जमीन का रेट एक लाख वर्ग मीटर है।

कोर्ट में भूरा को मरवाने में उछला था ललित कौशिक का नाम

ललित कौशिक ने जिस योगेंद्र उर्फ भूरा की सरपरस्ती में अपराध की दुनिया में कदम रखा। उसी को रास्ते से हटाने के लिए हत्या की साजिश रची। कौशिक अपने पैरों पर खड़ा होना चाहता था। 25 फरवरी 2015 को योगेंद्र उर्फ भूरा की भरी कचहरी में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। इस मामले में ललित कौशिक का नाम तहरीर में आया था। लेकिन ललनत ने इसे मैनेज कर लिया था। उस वक्त से पूरा शहर कौशिक के नाम से डरने लगा था। ये पहला मौका था जब कौशिक का नाम खुलेआम किसी सनसनीखेज हत्याकांड कई स्कूलों के मैनेजमेंट पर जमाया कब्जा, पत्नी को घर बैठे मिलती है तनख्वाह।

कई स्कूलों के मैनेजमेंट पर कब्जा जमाया

भूरा की हत्या के बाद ललित कौशिक ने शहर के कई स्कूलों के मैनेजमेंट पर कब्जा जमा लिया। इसकी बदौलत अपनी पत्नी और अपने नजीदीकी रिश्तेदारों की नौकरी भी इन्हीं स्कूलों में लगवा दी। कौशिक का डर और रुतबा इस कदर शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर हावी है कि कौशिक की पत्नी के कभी भी स्कूल जाए बगैर विभाग उसका वेतन जारी करता है। यहां तक कि कौशिक के जेल जाने के बाद भी उसकी टीचर पत्नी कभी स्कूल झांकने नहीं गई है। घर बैठे उसे एक टीचर का वेतन मिल रहा है।बिजनेसमैन की एक करोड़ की सुपारी ली

तेजी से बढ़ी धमक

ललित कौशिक तेजी से शहर में अपनी धमक बढ़ाता चला गया। यहां तक कि उसने शहर के बड़े बिजनेसमैन और आहूजा ग्रुप के एमडी मनोज आहूजा की भी एक करोड़ रुपये में सुपारी ले ली थी। इस मामले में कौशिक के रिश्ते में लगने वाला साला और शार्प शूटर केशव सरन शर्मा अरेस्ट हुआ था। कौशिक की योजना आहूजा को मारकर करीब 200 करोड़ रुपये के पीएमएस स्कूल पर कब्जे की थी।मुरादाबार में पहली बार अपराधियों पर सख्त कार्रवाई

24 गैंगस्टर्स की 55 करोड़ की प्रॉपर्टी कुर्क

पुलिस ने बताया कि, मुरादाबाद में ये गैंगस्टर अपराध कर करोड़ों की प्रॉपर्टी बनाते रहे हैं। क्राइम से जुटाई इसी दौलत की बदौलत पैरवी करके ये गैंगस्टर्स जेल जाने के बाद भी छूट जाते थे। यह पहला मौका है जब मुरादाबाद में गैंगस्टर्स पर इस तरह की कड़ी कार्रवाई हुई है। मुरादाबाद पुलिस ने पिछले एक महीने में 24 गैंगस्टर्स की 55 करोड़ की प्रॉपर्टी को कुर्क किया है। इसमें से 30 करोड़ की प्रॉपर्टी अकेले गैंगस्टर ललित कौशिक की है।करोड़ों की प्रॉपर्टी कहां से आई, नहीं बता सके गैंगस्टर

गैंगस्टर्स ने अपने साथ ही अपनी पत्नी, नजदीकी रिश्तेदारों यहां तक कि भरोसेमंद दोस्तों के नाम पर भी करोड़ों रुपये की प्रॉपर्टी खरीद रखी थी। पुलिस ने जब अपराधियों से प्रॉपर्टी खरीदने के लिए सोर्स ऑफ इनकम पूछा तो वो जवाब नहीं दे पाए। जिसके बाद पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए प्रॉपर्टी कुर्क कर दी। पुलिस का कहना है कि इनमें से कई गैंगस्टर्स की हैसियत 100 गज में एक छोटा मकान बनाने की भी नहीं है। लेकिन, उन्होंने कई-कई करोड़ की कोठियां बना रखी थीं।

एसएसपी बोले- कोर्ट से सजा दिलाने तक जारी रहेगा अभियान

मुरादाबाद के एसएसपी हेमराज मीणा (Moradabad SSP Hemraj Meena) ने कहा, 'ऐसे अपराधियों को सबक सिखाना जरूरी है जिन्होंने क्राइम कर रातोंरात अपराध से करोड़ों रुपये की जायदाद जुटा ली। फिर इसी दौलत के दम पर कानून को ठेंगे पर रखने की हसरत पाले हैं। ललित कौशिक एक शातिर गैंगस्टर है। उसने पहले युवा व्यापारी कुशांक गुप्ता की सरेआम हत्या कराई, फिर नामचीन सीए श्वेताभ तिवारी को सरेआम शूटर्स से मरवा दिया। जेल जाने के बाद भी वो अपराध से बाज नहीं आ रहा है। बलरामपुर जेल में रहते हुए उसने भाजपा नेता अनुज चौधरी की हत्या की साजिश रचकर उसे अंजाम तक पहुंचाया। ऐसे अपराधियों से सख्ती से निपटने के लिए उनकी आर्थिक रीढ़ को तोड़ना जरूरी है। इसके और इसके साथियों के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई भी की गई है। इनकी अपराध से अर्जित संपत्ति को जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर जब्त कर लिया गया है। कोर्ट से सजा दिलाने के लिए पुलिस पूरी संजीदगी से पैरवी कर रही है। समय से साक्ष्य और गवाह कोर्ट में पेश हों, इस बात का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। कानून को ताक पर रखने की कोशिश करने वाले अपराधियों के खिलाफ हम इतनी कड़ी कार्रवाई करेंगे कि आने वाले लंबे वक्त तक ये नजीर बनेगी।'

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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