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Moradabad News: 4 साल के बच्चे की मां ने प्रेम जाल में फंस कर तोड़ा घर, अब प्रेमी के घर वालों के खिलाफ दी तहरीर

Moradabad News: पहले से ही विवाहित महिला को प्रेमजाल में फंसा कर और उसके साथ शादी का झांसा देकर उसका यौन उत्पीड़न करने तथा मारपीट करने की शिकायत पीड़िता द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारियों से की गई है।

Shahnawaz
Report Shahnawaz
Published on: 24 Sep 2023 5:28 PM GMT
Mother of 4 year old child got trapped in love trap and broke the house, now filed a complaint against her lovers family
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4 साल के बच्चे की मां ने प्रेम जाल में फंस कर तोड़ा घर, अब प्रेमी के घर वालों के खिलाफ दी तहरीर: Photo-Newstrack

Moradabad News: हम ने बुजुर्गों से सुना था की प्यार अंधा होता है और इतना अंधा होता है की प्रेम करने वाला कभी किसी की अच्छी बात तक सुनने को तैयार नहीं होता, चाहे कितना ही नुखसान क्यों न हो जाए। प्रेमी प्रेमिका प्यार में इतने अंधे हो जाते हैं की मासूम औलाद तक को प्रेम की भेट चढ़ा देते हैं। ऐसा ही मामला मुरादाबाद की तहसील ठाकुरद्वारा में देखने को मिला। पहले से ही विवाहित महिला को प्रेमजाल में फंसा कर और उसके साथ शादी का झांसा देकर उसका यौन उत्पीड़न करने तथा मारपीट करने की शिकायत पीड़िता द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारियों से की गई है।

थाना डिलारी क्षेत्र की एक विवाहित महिला ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर शिकायत की है कि उसकी शादी शुदा जिंदगी बड़े आराम से चल रही थी, लेकिन इसी बीच कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी एक युवक ने उसे अपने प्रेमजाल में फंसा लिया। आरोप है कि उक्त युवक ने उसके साथ शादी करने का झांसा देकर उसके पहले से मौजूद चार साल के बच्चे के बाद वह दो बार गर्भवती हुई लेकिन युवक ने उसका गर्भपात करा दिया।

जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं- पीड़िता

महिला का कहना है कि वह फिर से गर्भवती है और अब उक्त युवक के घर में रह रही है लेकिन अब उसके घरवालों ने उसको मारपीट कर घायल कर दिया है। वह लोग उसे जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं। पीड़िता ने कोतवाली पुलिस से इस मामले में कार्यवाही की गुहार लगायी है।

यह होता है प्रेम में अंधे होने का नतीजा, जिसकी खातिर प्रेमिका अपनों को मतलब अपने उन परिवार वालों को जो उसका हमेशा खयाल रखते थे, उसकी हर ख्वाइश को पूरा करते थे उनको छोड़ कर उस प्रेमी के पास चली जाती है जो कुछ समय तो पलकों पर बिठाता है और कुछ समय के बाद अपनी जिंदगी से ऐसे निकल कर फेंक देता है जैसे दूध में से मक्खी।

Shashi kant gautam

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