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UP News: यूपी के 17 जिलों में खुलेंगे मोटर ड्राइविंग ट्रेंनिंग स्कूल, जानें पूरी डिटेल

UP News: इसके लिए नए चालक ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर से प्रशिक्षण की बारीकिया सीखेंगे और नियम समझेंगे। साथ ही प्रशिक्षणकर्ता की फिजिकल मैप प्रैक्टिकल ट्रेनिंग भी होगी।

Durgesh Sharma
Written By Durgesh Sharma
Published on: 11 March 2023 6:07 PM IST (Updated on: 11 March 2023 6:11 PM IST)
UP News
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UP News (Pic: Social Media)

UP News: संभागीय परिवहन निगम ने गलत तरीके से वाहन चलाने से होने वाले सड़क हादसों पर रोक लगाने के कवायद शुरू कर दिए है। इसके लिए नए चालक ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर से प्रशिक्षण की बारीकिया सीखेंगे और नियम समझेंगे। साथ ही प्रशिक्षणकर्ता की फिजिकल मैप प्रैक्टिकल ट्रेनिंग भी होगी। इसके लिए उत्तर प्रदेश के 17 जिलों में ड्राइविंग ट्रेंनिंग एंड टेस्टिंग इंस्टिट्यूट कॉलेज खोले जाने की प्रक्रिया जारी हैं। इसके लिए ऑनलाइन फॉर्म भरें जा रहे हैं।

ऐसा कई बार होता है जब हाईवे पर होने वाले हादसों की वजह सही तरीके से वाहन ना चलाने के कारण होता है। इसका एक कारण मनमर्जी तरीके से चल रहे मोटर ड्राइविंग सेंटर भी दोषी होते हैं। कई मोटर ड्राइविंग सेंटर में नियमों के मुताबिक वाहन बाहर चलाना नहीं सिखाया जाता है। इसके चलते परिवहन विभाग ने इन मोटर ड्राइविंग सेंटर पर कार्रवाई के लिए योजना तैयार कर रही है।

ट्रेनिंग सेंटर खोलने के लिए तय होंगे मानक

अलग-अलग जगहों पर ड्राइविंग एवं ट्रेनिंग सेंटर खोलने के लिए मानक निर्धारित हुए हैं। सेंटर का उद्देश्य ड्राइविंग स्किल में सुधार करना है। पूरी तरह से सेंटर आधुनिक व हाईटेक बनेंगे। इसमें सभी प्रकार के वाहनों की ट्रेनिंग नंबर प्लेट, यातायात नियम, पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए फिजिकल के साथ ट्रेनिंग दी जाएगी। संभागीय परिवहन अधिकारी भीमसेन ने कहा कि ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर आधुनिक होंगे। इसमें फिजिकल प्रैक्टिकल ट्रेनिंग कराई जाएगी। नए ट्रेनिंग केंद्र से प्रशिक्षण लेने वाले चालकों को ड्राइविंग टेस्ट से नही गुजरना पड़ेगा। ऐसे चालकों को विभाग सीधे ड्राइविंग लाइसेंस देगा।

हर कोर्स के लिए देने होंगे अलग-अलग फीस

प्रशिक्षण कोर्स के लिए अलग-अलग फीस निर्धारित की गई है। प्रत्येक कोर्स के लिए समय का निर्धारण किया गया है। ट्रेनिंग सेंटर में 10 तरह के कोर्स में थ्योरी, प्रैक्टिकल और ट्रक सिम्युलेटर की व्यवस्था की गई है। प्रशिक्षण के घंटे भी ट्रेनिंग सेंटर में तय किए गए है। इसमें एलएमवी (लाइट मोटर व्हीकल) की फीस 6,000 रुपये है। इसी तरह यातायात शिक्षा की ट्रेनिंग 1 दिन में 6 घंटे दी जाएगी। इसकी फीस 500 रूपए तो वहीं बिलिकल मैकेनिज्म फ्यूल दक्षता की ट्रेनिंग 2 दिन में 12 घंटे दी जाएगी। इसकी फीस 1000 रूपए निर्धारित है। साथ ही रिफ्रेशर कोर्स 2 दिन में 10 घंटे कराया जाएगा। रिफ्रेशर कोर्स की फीस 1000 रूपए और फायर हजार्ड के बाहर 6 दिन में 30 घंटे जिसकी फीस 500 रूपए होगी। रात में पहाड़ पर ट्रेनिंग 1 दिन में 4 घंटे, जिस की फीस 1000 रूपए होगी।



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