×

कोरोना के लिए संजीवनी साबित होने वाली दवा का सांसद ने किया वितरण 

सभी लोग इस दवा को ले सकते है और इसे लगातार तीन दिनों तक खाली पेट चार गोली लेना है । इसके बाद महीने भर तक इस दवा को नही लेना है अगर जरूरत महसूस होती है तो एक महीने बाद इसे रिपीट करना है अन्यथा नही । 

राम केवी
Published on: 29 April 2020 11:15 AM GMT
कोरोना के लिए संजीवनी साबित होने वाली दवा का सांसद ने किया वितरण 
X

बाराबंकीः कोरोना की वैश्विक महामारी से लोगों को बचाने के लिए केन्द्र और प्रदेश की सरकारें दिन रात एक किये हुए है और जिला प्रशासन भी इस कार्य में अपनी भूमिका का सफलता पूर्वक निर्वहन कर रहा है | आज बाराबंकी में भाजपा सांसद ने कोरोना से जंग में अपनी महती भूमिका निभा रहे पुलिस और प्रशासन के कर्मचारियों को एक ऐसी होम्योपैथिक दवा दी जो कोरोना में इम्यूनिटी बूस्टर का काम करेगी । कोरोना से बचाव के लिए लोगों को इम्युनिटी पावर देना अति आवश्यक है ।

बाराबंकी की सदर तहसील में आज भाजपा सांसद उपेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि यह आर्सेनिक 30 नाम की होम्योपैथिक दवा है इसका मुख्य कार्य लोगों के अन्दर इम्युनिटी पावर को बढ़ाना है जो कोरोना जैसे मरीज के लिए अतिआवश्यक है । यह दवा पहले चरण में सभी कोरोना वारियर्स को उपलब्ध कराई जा रही है और दूसरे चरण में यह सभी नागरिकों के लिए उपलब्ध कराई जाएगी ।

भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने भी इस दवा को सभी लोगों के लिए जरूरी बताया है । आज पुलिस विभाग के लिए पुलिस को और राजस्व विभाग के लिए एसडीएम को दवा दी गयी है जो अपने सभी कर्मचारियों को और उनके परिवार को दवा उनके माध्यम से पहुँचा दी जाएगी । आज पहले चरण में कोरोना से लड़ रहे कर्मचारियों के लिए यह उपलब्ध करा दी गयी है और दूसरे चरण में सभो नागरिकों को यह दवा उपलब्ध करा दी जाएगी ।

आर्सेनिक 30 बढ़ाएगी रोग प्रतिरोधक क्षमता

बाराबंकी में जिला होम्योपैथिक अधिकारी ए. एन. सिंह ने बताया कि यह दवा लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करती है होम्योपैथिक में इस दवा का नाम आर्सेनिक 30 है । इस दवा को जनपद के सभी होम्योपैथिक अस्पतालों पर उपलब्ध करा दी गयी जहाँ से प्रतिदिन 100 लोगों को यह दवा दी जाएगी क्योंकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न बिगड़ने पाए । सभी लोग इस दवा को ले सकते है और इसे लगातार तीन दिनों तक खाली पेट चार गोली लेना है । इसके बाद महीने भर तक इस दवा को नही लेना है अगर जरूरत महसूस होती है तो एक महीने बाद इसे रिपीट करना है अन्यथा नही ।

राम केवी

राम केवी

Next Story