TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

बीजेपी सांसद ने दिखाया बगावती तेवर, पूछा- पार्टी नेतृत्व बताए क्यों काटा टिकट?

बीजेपी में टिकट वितरण के बाद असंतोष तेज़ी से बढ़ रहा है। सबसे ज्यादा असंतोष उन नेताओं में है जिनका टिकट काटा गया है। इसमें अब बाराबंकी की सांसद प्रियंका सिंह रावत का भी नाम जुड़ गया है।

Dharmendra kumar
Published on: 28 March 2019 6:32 PM IST
बीजेपी सांसद ने दिखाया बगावती तेवर, पूछा- पार्टी नेतृत्व बताए क्यों काटा टिकट?
X

बाराबंकी: बीजेपी में टिकट वितरण के बाद असंतोष तेज़ी से बढ़ रहा है। सबसे ज्यादा असंतोष उन नेताओं में है जिनका टिकट काटा गया है। इसमें अब बाराबंकी की सांसद प्रियंका सिंह रावत का भी नाम जुड़ गया है। टिकट कटने से आहत प्रियंका सिंह रावत ने नेतृत्व पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने नेतृत्व से पूछा कि आखिर उनका टिकट क्यों काटा गया?

सांसद ने आगे राजनीति पर कहा कि अभी उन्हें पार्टी आलाकमान के उत्तर का इंतजार है। उन्होंने कहा कि जवाब मिलने के बाद आगे के कदम विचार किया जाएगा।

यह भी पढ़ें...भारतीय खिलाड़ियों ने शैक्षिक कार्यशाला में लिया भाग

बता दें कि बीजेपी ने बाराबंकी से मौजूदा सांसद प्रियंका सिंह रावत का टिकट काट कर पार्टी विधायक उपेन्द्र सिंह रावत को इस बार मैदान में उतारा है। टिकट कटने से नाराज प्रियंका सिंह रावत ने पार्टी नेतृत्व पर सवालिया निशान खड़े करते हुए कहा कि प्रदेश में जिन सांसदों के टिकट काटे गए हैं वह सभी सुरक्षित सीटों के सांसदों के ही हैं। क्या सामान्य सीटों के सांसदों का काम ठीक था? आखिर सारा फेरबदल सुरक्षित सीटों पर ही क्यों किया गया?

यह भी पढ़ें...‘यदि आवश्यकता पड़ी तो वह इस सीट से चुनाव लड़ने को तैयार हैं’ : शिवसेना विधायक

प्रियंका सिंह रावत ने कहा कि काटे गए टिकटों में अधिक एससी महिलाएं हैं जबकि वह स्वयं महिला होने के बाद भी पुरुषों से ज्यादा काम किया। क्षेत्र में भी सुलभ रहीं और जनता के सम्मान के लिए अथक परिश्रम किया। इसके बावजूद उनका टिकट काट दिया गया, उनका टिकट क्यों काटा गया इसका जवाब नेतृत्व को देना होगा?

यह भी पढ़ें...लौजेन के भाई-बहनों ने सऊदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए

प्रियंका सिंह रावत ने कहा कि उन्होंने एक साल पहले ही नेतृत्व से अपने बारे में टिकट की स्थिति साफ करने के बारे में पूछा था तो मुझे आश्वासन दिया गया कि सब ठीक है और सरकार के कामों को जनता तक पहुंचाने के लिए सभी सरकारी कार्यक्रमों में वह उपस्थित रहें। नेतृत्व के कहने पर ही उन्हीं के अनुसार काम किया, फिर भी उनके कामों को नजरअंदाज कर दिया गया।



\
Dharmendra kumar

Dharmendra kumar

Next Story