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UP पुलिस की कार्रवाई से सहनी खफा, योगी सरकार पर बड़ा हमला, कहा-चुनाव में जनता लेगी हिसाब
विकासशील इंसान पार्टी के मुखिया व बिहार के पशु एवं मत्स्य पालन मंत्री मुकेश सहनी ने पुलिस-प्रशासन की ओर से की गई कार्रवाई पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है।
पटना: बनारस में फूलन देवी की प्रतिमा (fulan devi statue) को जब्त करने और पुलिस-प्रशासन की ओर से की गई कार्रवाई पर सियासत गरमा गई है। विकासशील इंसान पार्टी के मुखिया व बिहार के पशु एवं मत्स्य पालन मंत्री मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) ने पुलिस-प्रशासन की ओर से की गई कार्रवाई पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने योगी सरकार (yogi sarkaar) पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान जनता इस घटना का हिसाब जरूर लेगी।
सहनी ने कहा कि बिहार (Bihar) में हमारी पार्टी वीआईपी भारतीय जनता पार्टी (bjp) के साथ है मगर मुझे इस बात का दुख है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा ने हमारा साथ नहीं दिया। उन्होंने उत्तर प्रदेश की 165 विधानसभा सीटों पर वीआईपी के प्रत्याशी उतारने का भी ऐलान किया। उन्होंने कहा कि निषाद समुदाय इस घटना की अनदेखी नहीं कर सकता और योगी सरकार को इसकी कीमत चुकानी होगी।
एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकल सके मुकेश सहनी
दरअसल सहनी रविवार को पूर्व सांसद फूलन देवी की प्रतिमा की स्थापना के कार्यक्रम के सिलसिले में वाराणसी पहुंचे थे मगर उन्हें बाबतपुर एयरपोर्ट (Babatpur Airport) से बाहर नहीं निकलने दिया गया। पुलिस अधिकारियों ने कार्यक्रम पर रोक का हवाला देते हुए उन्हें एयरपोर्ट पर ही रोके रखा। वीआईपी की ओर से होटल रमाडा में सहनी की पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया था मगर सहनी एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकल सके। बाद में वे एक दूसरी फ्लाइट से पटना लौट गए।
सहनी को एयरपोर्ट पर रोकने के साथ ही पुलिस-प्रशासन ने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को कैंटोनमेंट स्थित होटल डिपेरिस में नजरबंद कर दिया। इसके साथ ही शहर भर में पार्टी की ओर से लगाए गए बैनर, पोस्टर और होर्डिंग भी उतार दिए गए। पुलिस की ओर से की गई इस कार्रवाई का पार्टी कार्यकर्ताओं ने तीखा विरोध भी किया। पुलिस-प्रशासन की ओर से की गई कार्रवाई से सहनी काफी खफा बताए जा रहे हैं।
यूपी में भाजपा ने नहीं दिया साथ
पटना लौटने पर सहनी ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पुलिस ने मुझे बाबतपुर एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने दिया। मजबूरी में मुझे कोलकाता की फ्लाइट से पटना लौटना पड़ा। उन्होंने कहा कि पुलिस की ओर से की गई कार्रवाई कतई उचित नहीं है। लोकतंत्र में हर किसी को अपना कार्यक्रम करने का हक है मगर उत्तर प्रदेश में मुझे कार्यक्रम करने से रोका गया। प्रदेश की योगी सरकार को इस मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में निषाद समुदाय इस घटना का हिसाब जरूर लेगा।
वीआईपी के मुखिया ने कहा कि बिहार में हम भाजपा का साथ दे रहे हैं मगर उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार की ओर से हमारे साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया गया। पार्टी यूपी सरकार के इस कदम का कड़ा विरोध करती है। उन्होंने कहा कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में हम अपनी पार्टी के 165 प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता घर-घर जाकर वीआईपी का संदेश पहुंचाएंगे और चुनाव में भाजपा को इसकी कीमत चुकानी होगी।
पुलिस कार्रवाई के बाद सारे कार्यक्रम स्थगित
दूसरी ओर वाराणसी में पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव मिश्रा, युवा विंग के अध्यक्ष संतोष सहनी और पार्टी के अन्य नेताओं ने योगी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी प्रदेश के 18 मंडलों में फूलन देवी की प्रतिमा लगाना चाहती थी मगर प्रशासन की ओर से इसकी मंजूरी नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने प्रतिमाओं को जब्त कर लिया है। पुलिस की ओर से की गई इस कार्रवाई के बाद पार्टी के सारे कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष से मुकेश सहनी को रमाडा होटल में पत्रकार वार्ता से भी रोका गया। इसके साथ ही पुलिस ने सैकड़ों कार्यकर्ताओं को जगह-जगह रोक कर कार्यक्रम को विफल बनाने की कोशिश की। वीआईपी के नेताओं ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है और आने वाले चुनाव में जनता इसका हिसाब जरूर लेगी।
रमाडा के मालिक सहित चार पर मुकदमा
इस बीच वाराणसी पुलिस ने मुकेश सहनी के कार्यक्रम को लेकर रमाडा होटल के मालिक जवाहर जायसवाल सहित चार लोगों पर कोरोना महामारी अधिनियम और अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि कार्यक्रम के संबंध में होटल की ओर से पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की गई। डीसीपी वरुणा जोन विक्रांत वीर ने बताया कि होटल पहुंचने पर मैनेजर ने बताया कि सिर्फ एक कमरा बुक कराया गया है।
उन्होंने कहा कि बाद में लोगों की अत्यधिक आवाजाही को देखकर जब मामले की पड़ताल की गई तो पता चला कि होटल पर एक हॉल में करीब ढाई सौ लोग इकट्ठा थे। उन्होंने कहा कि होटल की ओर से पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की गई। इसी कारण होटल मालिक सहित चार लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है।