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Mukhtar Ansari Death: मौत के बाद मुख्तार का परिवार बांदा के लिए रवाना

Mukhtar Ansari Death: माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उनका परिवार बांदा जेल के लिए रवाना हो गया है।

Rajnish Mishra
Published on: 28 March 2024 11:14 PM IST (Updated on: 28 March 2024 11:18 PM IST)
मुख्तार अंसारी
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मुख्तार अंसारी (Pic: Social Media)

Mukhtar Ansari Death Update: माफिया डान मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) का बांदा जेल में करीब 8:30 बजे हार्ट अटैक आने के वजह से मौत हो गई। मुख्तार अंसारी की खराब तबीयत की सूचना मिलते ही उनके परिजन बांदा के लिए रवाना हो गये। बताया जा रहा है की कुछ ही देर में परिजन बांदा पहुंच जायेगा।

जिले धारा 144 लागू

बताया जा रहा है की माफिया डॉन मुख्तार अंसारी को गुरुवार शाम को हार्टअटैक (Cardiac Arrest) आ गया। जिसके चलते डाक्टरों की तीन टीम ने जेल में ही इलाज शुरू कर दिया। लेकिन हालत में सुधार न होता देख बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती करना पड़ा जहां उनका इलाज चल रहा था लेकिन मुख्तार अंसारी की मौत हो गई। मुख्तार की मौत की सूचना मिलते ही गाजीपुर में धारा 144 लागू कर दिया गया है ।

दो दिन पहले भी तबीयत हुई थी खराब

बता दें कि माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की तबीयत 26 मार्च को भी खराब हो गई थी। मुख्तार अंसारी की तबीयत खराब होते ही दो दिन पहले भी मेडिकल कॉलेज (Medical College Banda) में भर्ती किया गया था। इस दौरान चौदह घंटे बाद जब तबीयत में सुधार हुआ तो मुख्तार को फिर से बांदा जेल भेज दिया गया था।

जेल में बंद था मुख्तार

बता दें की माफिया डान मुख्तार अंसारी 19 साल से जेल में बंद था। सोलह सालों तक मुख्तार अंसारी अलग अलग जेलों से होते हुए पंजाब (Punjab) के रोपण जेल पहुंचा। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कानूनी लड़ाई लड़ने के बाद मुख्तार को बांदा जेल लाया गया था। जहां वो तीन सालों से बंद था।

बड़ा माफिया डॉन था मुख्तार

मुख्तार अंसारी का नाम बड़े माफिया डॉन में शामिल था। मुख्तार अंसारी का बर्चस्व यूपी के हर जनपदों में था।



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Sidheshwar Nath Pandey

Sidheshwar Nath Pandey

Content Writer

मेरा नाम सिद्धेश्वर नाथ पांडे है। मैंने इलाहाबाद विश्विद्यालय से मीडिया स्टडीज से स्नातक की पढ़ाई की है। फ्रीलांस राइटिंग में करीब एक साल के अनुभव के साथ अभी मैं NewsTrack में हिंदी कंटेंट राइटर के रूप में काम करता हूं। पत्रकारिता के अलावा किताबें पढ़ना और घूमना मेरी हॉबी हैं।

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