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Ghazipur: लोकसभा चुनाव की आहट मिलते ही गाजीपुर में मुख्तार के गुर्गे सक्रिय
Ghazipur: जखनिया ब्लॉक में व्याप्त भ्रष्टाचार की शिकायत लम्बे समय से चल रही थी जिसकी जांच अब तेज कर दी गयी है।
Ghazipur: गाजीपुर जिले में अभी भी मुख्तार और अफजाल आंसारी की बादशाहत वैसे ही दिख रही है। जिले में इन माफियाओं के गुर्गों की सक्रियता लोकसभा चुनाव की आहट मिलते ही बढ़ गयी है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस की यहां धज्जियां उड़ रही हैं। हालात ये हैं कि लखनऊ से जांच अधिकारी जब बीडीओ के अत्यंत गंभीर भ्रष्टाचार की जांच के लिए पहुचते हैं तो उनका फूल मालाओं से जोरदार स्वागत होने लगता है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये जांच अधिकारी कैसी जांच करेंगे और सरकार को क्या रिपोर्ट देंगे।
प्रधानों से की जा रही वसूली मामले की जांच के लिए अधिकारी नियुक्त
यह अनोखा और ताजा मामला जखनिया ब्लॉक में व्याप्त भ्रटाचार की जांच का है। प्रधानों से की गई वसूली से लेकर ग्राम सभाओं में कराए जाने वाले विकास कार्यों में जबरदस्त कमीशनखोरी के मामले में बीडीओ की भ्रष्टाचार की शिकायत जब शासन तक पहुची तो शासन ने एक जांच अधिकारी नियुक्त कर भेजा।
इसकी खबर लगते ही मुख्तार और अफजाल अंसारी के गुर्गे बीडीओ को बचाने में ऐसे जुट गए कि जांच अधिकारी महोदय के वहां पहुंचते ही उनको फूलमालाओं से लाद दिया। सूत्र यह भी बता रहे हैं कि इस भव्य स्वागत के लिए प्रधानों और ऐसे संबंधित लोगों से पर्याप्त वसूली भी हुई है। अब प्रश्न यह उठता है कि शासन के जांच अधिकारी लोग जब ऐसे ही अपना स्वागत कराएंगे तो वे जांच किसका करेंगे?
इस प्रकरण को ठीक से जानने वाले लोगों का कहना है कि जिस शिकायत की जांच हो रही है उसमें इसी जनपद के रहने वाले एक ऐसे अधिकारी की सह है जो वर्तमान समय मे लखनऊ स्थित सचिवालय में ही तैनात हैं। बीडीओ को बचाने में मुख्तार और अफजाल अंसारी के लोगों की वह खूब मदद कर रहे हैं। सूत्र बता रहे हैं कि अब जिले में लोकसभा चुनाव की एक प्रकार से तैयारी का माहौल बना दिया गया है और अंसारी से जुड़े लोग अभी से अपना दबदबा बनाना शुरू कर दिए हैं।
क्या है पूरा मामला?
बताते चलें कि जखनिया ब्लॉक में व्याप्त भ्रष्टाचार की शिकायत लम्बे समय से चल रही थी जिसकी जांच अब तेज कर दी गयी है। इस बारे में प्रशासन के सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप किसी भी भ्रष्टाचारी को बख्शा नहीं जाएगा। वैसे भी गाजीपुर जिले को लेकर सरकार पहले से ही सतर्क भी है। यह वही जिला है जहां से विधानसभा चुनाव में भाजपा को एक भी सीट नहीं मिली थी।
अब जबकि लोकसभा चुनाव की तैयारियों में सभी दल लग गए हैं, गाजीपुर में माफिया मुख्तार अंसारी और उनके भाई अफजाल अंसारी के वे लोग अभी से बहुत सक्रिय हो गए हैं जिनके कारण अंसारी परिवार ने जिले पर अपना दबदबा बनाया है। बताया जाता है कि जिस बीडीओ की जांच का प्रकरण है उसे बचाने में इस परिवार ने पूरा जोर लगा दिया है।