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पांच एकड़ जमीन भी मुस्लिम मंदिर निर्माण के लिए दे दें : अजीज कुरैशी

उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मिजोरम में राज्यपाल रह चुके डॉ. अजीज कुरैशी ने अयोध्या प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद देश व उत्तर प्रदेश में शांति कायम रखने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद किया है।

Roshni Khan
Published on: 23 Nov 2019 9:11 AM GMT
पांच एकड़ जमीन भी मुस्लिम मंदिर निर्माण के लिए दे दें : अजीज कुरैशी
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मेरठ: उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मिजोरम में राज्यपाल रह चुके डॉ. अजीज कुरैशी ने अयोध्या प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद देश व उत्तर प्रदेश में शांति कायम रखने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद किया है। साथ ही उन्होंने कहा है कि मुल्क के हालात को देखते हुए मुस्लिम पक्षकारों को अयोध्या में जो पांच एकड़ जमीन मस्जिद के लिए मिल रही है, उसे भी मंदिर निर्माण के लिए दे देना चाहिए और मंदिर निर्माण में सहयोग करें। इसी के साथ पूर्व राज्यपाल ने कहा है कि भाजपा को उत्तर प्रदेश में हराने के लिए 2022 विधानसभा चुनाव में तमाम राजनीति दलों को भाजपा के खिलाफ एक साथ आकर लड़ना होगा।

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वर्तमान राजनीतिक हालात और अयोध्या मसले पर की बात

पूर्व राज्यपाल डॉ. अजीज कुरैशी ने कल शाम यहां नौचंदी स्थित रामबाग कॉलोनी में डॉ. रिहान जैदी के आवास पर वर्तमान राजनीतिक हालात और अयोध्या मसले को लेकर पत्रकारों से बातचीत में सवालों के जवाब में कहा अयोध्या मामले में फैसला तथ्यों के नहीं बल्कि आस्था के आधार पर आया है। मुस्लिमों का अगर कोई हक वहां नही है तो पांच एकड़ भूमि मस्जिद को क्यों देने की घोषणा की गई? उन्होंने कहा कि फिर भी मुस्लिम देश में अमन-चैन, भाईचारा बनाए रखने के लिए इस मामले में पुनर्विचार याचिका दाखिल न करें। साथ ही मुस्लिम मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के तहत मस्जिद निर्माण के लिए मिलने वाली पांच एकड़ जमीन को भी मंदिर निर्माण के लिए दे दें और मंदिर निर्माण में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि अयोध्या में ढांचा गिराने वालों पर कार्रवाई हो।

औवेसी को भाजपा का एजेंट बताया

पूर्व राज्यपाल ने औवेसी को भाजपा का एजेंट बताते हुए कहा कि कुछ फिरकापरस्त ताकतें लोगों को भड़काकर अपना स्वार्थ सिद्ध करती हैं। ऐसे लोगों से सावधान रहें और उनके मंसूबों को फेल करें। एनआरसी और जनसंख्या नियंत्रण कानून पर पूछे गए एकत सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मुस्लिमों को डराने की कोशिश हो रही है। पूर्व राज्यपाल ने अमित शाह के बयान, साध्वी प्रज्ञा को गृहमंत्री की कमेटी में शामिल किए जाने और प्रदेश की राज्यपाल की ओर से एक स्थान का नाम बदलने को लेकर बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी।

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पूर्व राज्यपाल डॉ. अजीज कुरैशी ने बीएचयू में संस्कृत पढ़ाने के लिए मुस्लिम प्रोफेसर की नियुक्ति के विरोध को गलत बताया। उन्होंने कहा कि संस्कृत सबसे बड़ी जुबान है। सभी ने संस्कृत से फायदा उठाया। चंद लोगों की वजह से नुकसान पहुंचा, जो मान बैठे कि इस पर सिर्फ उनका अधिकार है। अजीज कुरैशी ने कहा कि धारा 370 को हटाने के वह खिलाफ नहीं है, लेकिन उसके लागू करने के तरीके के खिलाफ हैं।

पूर्व राज्यपाल ने सवालों के जवाब में कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक के लिए राजनीतिक क्रेडिट लिया जा रहा है, इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान से बांग्ला देश अलग कर दिया, लेकिन कभी राजनीतिक क्रेडिट नहीं लिया। पूर्व राज्यपाल ने कहा कि देश की अर्थ व्यवस्था बेपटरी है, रेल, पेट्रोलियम कंपनियों का निजीकरण किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नेहरू की आलोचना करने को लेकर भी बीजेपी को कटघरे में खड़ा किया कहा कि भाजपा के नेता उनके पैरों की धूल नहीं हैं।

Roshni Khan

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