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मुसलमान सरकार के हुक्म का कर रह पालन, ईद मनाने नहीं जा रहा ईदगाह

बेपनाह मुसलमानों में इसका अदब और एहतराम था क्यों के रमजान उल मुबारक जो बरकतों का महीना है अल्लाह की बेपनाह नियामत इस महीने में उतरती है ये आखिरी जुमा होता है तो उस जुदाई का गम मुसलमान को होता है।

SK Gautam
Published on: 22 May 2020 12:29 PM GMT
मुसलमान सरकार के हुक्म का कर रह पालन, ईद मनाने नहीं जा रहा ईदगाह
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मेरठ: शहर कारी शफीकुर्रहमान ने न्यूज ट्रैक से बातचीत के दौरान कहा कि रमजान उल मुबारक का आखिरी जुम्मा है। इसको जमातुल विदा के नाम से याद किया जाता है जमातुल विदा इसकी बड़ी अहमियत मुसलमानों में रही है हमेशा से हमने अपने बचपन के जमाने में देखा है कि लोग अलविदा जुम्मा पढ़ने के लिए शाही जामा मस्जिद दिल्ली जाया करते थे।

आज अलविदा जुमा है

बेपनाह मुसलमानों में इसका अदब और एहतराम था क्यों के रमजान उल मुबारक जो बरकतों का महीना है अल्लाह की बेपनाह नियामत इस महीने में उतरती है ये आखिरी जुमा होता है तो उस जुदाई का गम मुसलमान को होता है। जिस बुनियाद पर यह मुसलमान इसकी अहमियत को समझते हुए जमात उल विदा की तरफ मुतवज्जेह होता है आज अलविदा जुमा है। और इस्लाम की तारीख में ऐसी सूरत आज से पहले कभी पेश नहीं आई खुद मुसलमानों ने मस्जिदों के दरवाजे अपने हाथों से बंद कर दिए और हम लोग मस्जिदों के बाहर हो गए हालात के पेशे नजर इस करोना वायरस ने ऐसी बवा पूरी दुनिया में फैलाई के हम मुसलमान मस्जिदों को छोड़कर अपने घरों में नमाज पढ़ रहे हैं।

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नमाज और रोज़े अपने घरो में अदा किये है

इंतहाई तकलीफ की बात यह है इस कोरोना वायरस पालन मुसलमानों ने किया पूरी तरह से किया है पूरी दुनिया में हिंदुस्तान के मुसलमान ने किया है इतना कहीं किसी ने नहीं किया होगा कि मुसलमान अपनी इबादतों से रमजान के मुबारक महीने की बारकतों से महरूम रहकर अपने घरों पर कैद होकर रह गया और नमाज और रोज़े अपने घरो में अदा किये है, शहर कारी शफीकुर्रहमान ने कहा की में मुसलमानों से अपील करता हूं कि अपने घरों पर जहां भी नमाज पढ़ रहे हैं अब तक वहीं पर नमाज अदा करे, खासतौर से दुआओं का एहतमाम तौबा अल्लाह की बारगाह में तौबा की जरूरत है ताकि अल्लाह हमसे ये जो मुसीबत हमारे ऊपर आ रही है पूरी दुनिया मुक्तल्ला है अल्लाह इस मुसीबत को दूर कर दे, 2 दिन के बाद ईद का त्योहार आ रहा है।

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हिंदुस्तान का मुसलमान सरकार के हुक्म का पालन कर रहा है

पूरी दुनिया का मुसलमान ईद का त्यौहार मनाता है हमेशा लेकिन इस मर्तबा यह ईद का त्यौहार ऐसे हालात में है जहां दुनिया में जगह-जगह कोरोना वायरस की बुनियाद पर लॉक डाउन हो रहा है और हमारे हिंदुस्तान के अंदर भी लॉक डाउन है, हिंदुस्तान का मुसलमान सरकार के हुक्म का पालन कर रहा है के ईद जैसा इतना बड़ा त्योहार को मनाने ईदगाह नही जा रहा और अपने घरों पर ईद की नमाज अदा करके यह मुसलमान कानून का पालन कर रहा है मेरी अपील है मुसलमानों से 2 दिन के बाद जब भी चांद दिखेगा ईद की नमाज अदा करें अपने घरों पर सुकून और इत्मीनान के साथ में और अल्लाह की बारगाह में खूब दुआए मांगे अल्लाह जल्द से जल्द इस कोरोना महामारी को खत्म कर दे।

रिपोर्ट : सादिक़ खान मेरठ

SK Gautam

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