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मुस्लिम धर्मगुरुओं ने की घरों में ही रोजा-इफ्तार व नमाज अदा करने की अपील

प्रदेश में कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रमजान के दौरान सभी आवश्यक वस्तुएं सुविधाजनक तरीके से उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।

Roshni Khan
Published on: 22 April 2020 1:41 PM GMT
मुस्लिम धर्मगुरुओं ने की घरों में ही रोजा-इफ्तार व नमाज अदा करने की अपील
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लखनऊ। प्रदेश में कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रमजान के दौरान सभी आवश्यक वस्तुएं सुविधाजनक तरीके से उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा लॉकडाउन का उल्लंघन नहीं होना चाहिए और लोगों के घरों तक सामान पहुंचाया जाए। इधर, मुस्लिम धर्मगुरुओं ने लोगों से रमजान के पवित्र महीने में घर पर ही सभी धार्मिक कार्य करने की अपील की है।

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि सभी आवश्यक सामग्री की व्यवस्था, डोरस्टेप डिलीवरी के माध्यम से सुनिश्चित की जाए, जिससे रमजान के महीने में लोग सहरी और रोजा इफ्तारी घर पर ही कर सकें। उन्होंने कहा कि लोग किसी भी सूरत में घर से बाहर न आएं। उनको आवश्यक सामग्री घर पर ही मिल जाए, यह सुनिश्चित किया जाएगा।

मौलाना राबे हसनी नदवी ने कहा ये

ऑल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के मौलाना राबे हसनी नदवी ने मुसलमानों से रमजान की इबादत अपने घरों में करने की अपील करते हुए कहा कि कोरोना की वजह से यह सबके लिए जरूरी है, ये वक्त का तकाजा भी है और इससे एक अच्छी मिसाल कायम होगी।

इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि 24 अप्रैल को रमजानुल मुबारक का चांद देखा जाएगा। अगर चांद हो गया तो 25 अप्रैल को पहला रोजा होगा वरना 26 को पहला रोजा रखा जाएगा। ऐसे में सभी लोग रमजान के महीने में भी लॉकडाउन का पालन पूरी तरह से करें। उन्होंने कहा कि रोजा घर पर रखें, इफ्तार भी और नमाज भी घर पर ही पढ़ें और कोई भी घर के बाहर न जाए। इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया की ओर से 16 बिन्दुओं की एक गाइडलाइन भी मुसलमानों के लिए जारी की गई है।

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लोगों को समझाने के लिए गाड़ियों के जरिए मोहल्लों में ऐलान किया जा रहा

राजधानी लखनऊ में लोगों को समझाने के लिए गाड़ियों के जरिए मोहल्लों में ऐलान किया जा रहा है कि रमजान के पवित्र महीने में लोगों को घरों में रहकर रोजे, तरावीह और इफ्तार भी करना है, सिर्फ मस्जिद में जो लोग रहते हैं, वही लोग मस्जिद में तरावीह पढ़ेंगे। इस दौरान वह सामाजिक दूरी का भी पालन करें। घर पर नमाज अदा करने के लिए पड़ोसियों को न बुलाएं। कोरोना खत्म होने की दुआ करें, गरीबों के लिए इफ्तारी उनके घर तक पहुंचाए। इफ्तार पार्टी करने के बजाए गरीबों को उसी रुपये से अनाज दें।

फरंगी महली ने जिला प्रशासन से मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में सफाई व बिजली, पानी के पुख्ता इंतजाम करने की अपील की है। शहर में विशेषकर पुराने लखनऊ में अमन व अमान बनाये रखा जाए। साम्प्रदायिक तत्वों पर विशेष निगाह रखी जाए जो अमन व कानून के साथ खिलवाड़ करे उसको सख्त सजा दी जाए। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही इस माह में खुजूर की उपलब्धता बिना किसी रोक टोक के आसान की जाए। उन्होंने बताया कि रमजान में कोरोना बीमारी के बीच इबादत की आशंकाओं को दूर करने के लिए इदारा-ए-शरिया फरंगी महल ने हेल्पलाइन नम्बर 9918117798, 9044262162 की शुरुआत भी की है।

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