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नवरात्रि पर मुसलमानों ने कराया कन्‍या भोज, कहा- बेटी आखिर बेटी होती है

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Published on: 15 April 2016 4:28 AM GMT
नवरात्रि पर मुसलमानों ने कराया कन्‍या भोज, कहा- बेटी आखिर बेटी होती है
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कानपुर: जाजमऊ इलाके में आज कौमी एकता की मिसाल उस समय देखने को मिली जब मुस्लिम समुदाय के लोगों ने क्षेत्र के दुर्गा मंदिर में कन्या भोज कराया। उन्‍होंने कहा कि हमारे पीएम मोदी का कहना है कि 'बेटी बचाओ देश बचाओ' कन्या भोज करा कर हम लोगों को यही सन्देश देना चाहते हैं कि बेटी चाहे हिन्दू की हो या मुसलमान की बेटी - बेटी होती है और हमें बेटियों का सम्मान करना चाहिए। साथ ही बेटी को बेटे के समान दर्जा देना चाहिए। इसीलिए हम लोगों ने आज नवरात्रि पर दुर्गा मंदिर में कन्या भोज कराया है।

बे‍टियों को मिलना चाहिए समान दर्जा

-बेटियों से ही वंश आगे बढ़ता है इसलिए बेटी और बेटों के बीच भेद भाव नहीं करना चाहिए।

-हम कन्या भोज कराकर लोगों को यही सन्देश देना चाहते हैं कि बेटी चाहे हिन्दू की हो चाहे मुसलमान की उसको समाज में बराबर का दर्ज देना चाहिए।

-तभी हमारा समाज तरक्की करेगा और हमारे देश की भी तरक्की होगी।

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कन्‍या भोज के दौरान बैठी कन्‍याएंं कन्‍या भोज के दौरान बैठी कन्‍याएंं

हाजी समीम अख्तर के मुताबिक

-हिन्दू, मुस्लिम सभी ही एक ही बगीचे के फूल हैं। हम सभी एकजुट होकर देश की तरक्की चाहते हैं।

-हमें किसी भी कीमत पर राजनीति का शिकार नहीं होना है।

-मेरे पिताजी भी कन्या भोज कराते थे और मैं भी उनके नक़्शे कदम पर चल रहा हूं।

muslim कन्‍याओं को भोज कराते हाजी समीम अख्तर

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-नवरात्री के पर्व को हम सब बड़े ही सिद्दत के साथ मनाते हैं और नवरात्री के अंतिम दिन दुर्गा मंदिर में कन्या भोज कराते हैं।

-इससे मन को सुकून मिलता है मेरा फर्ज है इन बच्चों को भोजन कराकर कपड़े भी देता हूं।

-और यह सिलसिला मेरे मरते दम तक जारी रहेगा।

नीचे की स्‍लाइड्स में देखें तस्‍वीरें...

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