Muzaffarnagar News : स्व. महेंद्र सिंह टिकैत के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी, 13 साल पहले हो चुकी मौत

Muzaffarnagar News : किसानों की लड़ाई लड़ने वाले किसान मसीहा स्व. चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की मृत्यु के 13 साल बाद कैराना कोर्ट ने एक मामले को लेकर उनकी गिरफ्तारी का नोटिस जारी किया है।

Amit Kaliyan
Published on: 13 Sep 2024 11:45 AM GMT (Updated on: 13 Sep 2024 12:03 PM GMT)
Muzaffarnagar News : स्व. महेंद्र सिंह टिकैत के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी, 13 साल पहले हो चुकी मौत
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Muzaffarnagar News : किसानों की लड़ाई लड़ने वाले किसान मसीहा स्व. चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की मृत्यु के 13 साल बाद कैराना कोर्ट ने एक मामले को लेकर उनकी गिरफ्तारी का नोटिस जारी किया है। इस नोटिस को लेकर उस समय बखेड़ा खड़ा हो गया है, जब मुजफ्फरनगर जनपद की भौराकलां थाना पुलिस इस नोटिस को लेकर सिसौली गांव स्थित टिकैत परिवार के घर पहुंची थी। इस नोटिस को लेकर राकेश टिकैत के बेटे चरण सिंह टिकैत ने सवाल खड़ा करते हुए शासन-प्रशासन के साथ न्यायपालिका की बड़ी चूक होना बताया है।

बता दें कि शामली के कांधला में रोड जाम करने के एक मामले में भारतीय किसान यूनियन के संस्थापक और अध्यक्ष रहे स्व. चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत सहित कई लोगों के खिलाफ कैराना कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किए हैं, जबकि महेंद्र सिंह टिकैत के निधन को 13 साल हो चुके हैं, लेकिन अदालत में मृत्यु प्रमाण पत्र जमा न करने के कारण कोर्ट ने यह वारंट जारी किया है। इस मामले की अधिक जानकारी देते हुए राकेश टिकैत के बेटे चरण सिंह टिकैत ने बताया कि इससे न्यायपालिका पर सवाल खड़ा होता है कि क्या न्यायपालिका को नोटिस भेजने से पहले देखना नहीं चाहिए था? उन्होंने कहा कि बाबा महेंद्र सिंह टिकैत ने गरीब और किसान के लिए आवाज उठाई और उनको सभी लोग जानते हैं, पूरा भारत उन्हें जानता है। ऐसे तमाम लोग हैं जिन्हें न्याय पालिका और पुलिस प्रशासन की तरफ से मानसिक और शारीरिक परेशानी झेलनी पड़ती है।

13 साल पहले हो गया था निधन

चरण सिंह टिकैत ने आगे बताया कि बाबा ने 15 मई, 2011 को 7:14 बजे अपना शरीर त्यागा था, उसके 13 साल बाद यह नोटिस आना कोई बड़ी बात नहीं है। हालांकि थाना भोरा कला को इतनी जानकारी होनी चाहिए थी कि आप नोटिस कहां भेज रहे हो, उनको वहीं से वापस कर देना चाहिए था। उन्होंने कहा कि वह पेश कहां से होंगे, अब तो बाबा महेंद्र सिंह टिकैत स्वर्ग में हैं। उन्होंने एक कहावत 'मछली झाड़ी में और बकरी पानी में' का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि शासन और प्रशासन को समझना चाहिए, हां वारंट घर पर आया था। इसमें प्रशासन और शासन की भी लापरवाही है और यह हमने न्यायपालिका में भी देख लिया कि उनकी भी कोई जिम्मेदारी नहीं है, वह भी अपना आदेश जारी कर देते हैं।

Rajnish Verma

Rajnish Verma

Content Writer

वर्तमान में न्यूज ट्रैक के साथ सफर जारी है। बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी की। मैने अपने पत्रकारिता सफर की शुरुआत इंडिया एलाइव मैगजीन के साथ की। इसके बाद अमृत प्रभात, कैनविज टाइम्स, श्री टाइम्स अखबार में कई साल अपनी सेवाएं दी। इसके बाद न्यूज टाइम्स वेब पोर्टल, पाक्षिक मैगजीन के साथ सफर जारी रहा। विद्या भारती प्रचार विभाग के लिए मीडिया कोआर्डीनेटर के रूप में लगभग तीन साल सेवाएं दीं। पत्रकारिता में लगभग 12 साल का अनुभव है। राजनीति, क्राइम, हेल्थ और समाज से जुड़े मुद्दों पर खास दिलचस्पी है।

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