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Muzaffarnagar News: यूपी के मुजफ्फरनगर में पहली बार ऑपरेशन पहचान APP एक क्लिक मे अपराधी की कुंडली का पर्दाफाश

Muzaffarnagar News:जनपद से जुड़े किसी भी अपराधी का काला चिट्ठा एक क्लिक करते ही निकल आएगादरअसल अपराधियों के क्रिमिनल रिकॉर्ड को डिजिटाइजेशन करने के लिए मुजफ्फरनगर पुलिस ने ऑपरेशन पहचान नाम से एक ऐप तैयार किया है।

Amit Kaliyan
Published on: 12 Dec 2024 4:44 PM IST
Muzaffarnagar News ( Pic- Newstrack)
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Muzaffarnagar News ( Pic- Newstrack) 

Muzaffarnagar News: उत्तर प्रदेश की मुजफ्फरनगर जनपद पुलिस ने अपराधियों पर शिकंजा कसने के ऑपरेशन पहचान शुरू किया है। जिसके चलते अब जनपद से जुड़े किसी भी अपराधी का काला चिट्ठा एक क्लिक करते ही निकल आएगादरअसल अपराधियों के क्रिमिनल रिकॉर्ड को डिजिटाइजेशन करने के लिए मुजफ्फरनगर पुलिस ने ऑपरेशन पहचान नाम से एक ऐप तैयार किया है। इस ऐप के अंदर जनपद से जुड़े जितने भी अपराधी हैं उन सब का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है अब तक इस ऐप पर तकरीबन 4600 अपराधियों का डेटाबेस फीड किया जा चुका है ये सभी अपराधी लूट, चोरी, आर्म्स एक्ट, शराब स्मगलिंग, नारकोटिक्स जैसे अपराध में लिप्त और थाने के टॉप 10 हिस्ट्रीशीटर अपराधी है जो बार-बार अपराधिक घटनाओं में लिप्त रहते हैं जिन पर पुलिस को हमेशा अपनी पेनी नजर रखनी पड़ती है। इसी के चलते अब मुजफ्फरनगर की पुलिस डिजिटल फॉरमैट के जरिए ऑपरेशन पहचान के ऐप में इन सभी अपराधियों का डाटा स्टोर करेगी। जिसके चलते अब जब कभी भी किसी अपराध से संबंधित किसी अपराधी का डाटा अगर पुलिस को खंगालना होगा तो वह एक क्लिक पर निकल आएगा।

पुलिस के इस ऑपरेशन पहचान की अधिक जानकारी देते हुए एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि आपको विदित होगा की जो पुलिस के रिकॉर्डस से जो क्रिमिनल रिकॉर्ड्स हैं इनका डिजिटाइजेशन करना डीजीपी मुख्यालय की है प्राथमिकता है इसी क्रम में श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय जनपद मुजफ्फरनगर के निर्देशन में एक ऑपरेशन पहचान नाम से एप तैयार किया गया है और इसका डाटाबेस तैयार किया गया है जल्द ही यह ऐप लॉन्च भी किया जाएगा हमारे डेटाबेस तैयार हो चुका है इस डेटाबेस में हमने अपराधी जो बार-बार घटनाओं में संलिप्त रहते हैं मुख्य तौर पर जो गोकशी लूट चोरी नकब्जनी आर्म्स स्मगलिंग शराब की स्मगलिंग या अन्य किसी प्रकार की नारकोटिक्स और इनकी स्मगलिंग में इंवॉल्व रहते हैं या थाने के टॉप टेन हैं हिस्ट्री सीटर अपराधी हैं जो बार-बार आदतन अपराधी हैं जो बार-बार अपराध करते हैं ऐसे अपराधियों की अपराधिक गतिविधियों पर नजर रखना एक आवश्यक हिस्सा होता है पुलिस का इस चीज को डिजिटल फॉर्मेट में करने के लिए ऑपरेशन पहचान ऐप तैयार किया गया है इसमें अभी तक जनपद मुजफ्फरनगर से जो यहां अपराध हुए हैं।

उसमें यहां के अपराधी भी हैं प्लस बाहर के अपराधी भी हैं कुल 4600 अपराधियों का अभी तक डेटाबेस तैयार किया गया है और इस ऐप में इनका भौतिक सत्यापन करने की सुविधा भी दी गई है जो थाने के बीट कांस्टेबलस हैं थाना के प्रभारी हैं या अन्य कोई भी पुलिसकर्मी जो उस थाने से संबंधित अपराध के अपराधी का मौके पर जाकरभौतिक सत्यापन कर सकता है और उसे भौतिक सत्यापन के बारे में पूरा विवरण पूरी जानकारी वहां पर एंडोर्स की जा सकती है जो पुलिस के किसी भी अधिकारी को उसमें अपराधियों की जो गतिविधियां हैं उसको ट्रैक करने में आसानी रहेगी इससे दो फायदे होंगे एक पुलिस के पास जो है एक रेडी टू क्लिक एक क्लिक पर जो किसी भी अपराधी का पूरा डेटाबेस खंगाल सकता है किसी भी अपराधी की आप डीटेल्स से उसके पूरा क्रिमिनल बैकग्राउंड आप सर्च कर सकते हैं इसके अलावा जो जो भौतिक सत्यापन किया जा रहा है।

उससे जो अपराधिक बार-बार गतिविधियों में सन लिप्त होते हैं उन पर भी एक डाटा रेंज बनेगी कि उनका यह पता रहेगा की हमारा पूरा डेटाबेस पुलिस के पास है तो वह अपराध में संलिप्त नहीं होंगे ऐसा हमारा सिद्धांत है इसी के क्रम में ये पूरी कार्रवाई की जा रही है और अभी जो जितने अपराधियों का डाटाबेस तैयार हुआ है इसमें फर्दर भी ऐड किए जाते रहेंगे अभी प्रारंभिक तौर पर 10 साला अपराधियों की सूची तैयार करवा कर और इसका पूरा डेटाबेस तैयार कराया है और लेकिन इसमें और अन्य भी जो शातिर गंभीर किस्म के अपराधी हैं उनके संबंध में भी जो पूरी जानकारी है वह इसमें एंडोर्स की जाएगी।

Shalini Rai

Shalini Rai

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