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UP: कुख्यात सुशील मूंछ भगोड़ा घोषित, मुजफ्फरनगर पुलिस ने रखा 25 हजार रुपए का इनाम, विभिन्न जिलों में 49 मुकदमे दर्ज
UP Mafia Sushil Mooch: कुख्यात सुशील मूंछ पहले 2 लाख रुपए का इनामी बदमाश रह चुका है। सुशील मूंछ के खिलाफ लूट, गैंगस्टर, हत्या और गुंडा एक्ट के करीब 49 मुकदमे विभिन्न जिलों में दर्ज हैं।
Muzaffarnagar News : पश्चिमी यूपी के मुजफ्फरनगर जिले की कोर्ट ने गैंगस्टर के एक मामले में कुख्यात अपराधी सुशील मूंछ को भगोड़ा घोषित कर दिया है। कोर्ट से सुशील मूंछ के वारंट जारी होने के बाद मुजफ्फरनगर एसएसपी अभिषेक सिंह (Muzaffarnagar SSP Abhishek Singh) ने इस कुख्यात बदमाश सुशील मूंछ (UP Mafia Sushil Mooch) पर 25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर दिया। जिला पुलिस अब इस कुख्यात अपराधी की तलाश में जुटी है।
1997 के गैंगस्टर मामले में नहीं हुआ पेश
दरअसल, मुजफ्फरनगर के रतनपुरी थाना क्षेत्र के मथेडी गांव निवासी प्रदेश स्तर पर चिन्हित माफिया सुशील मूंछ पर नई मंडी थाना में वर्ष 1997 में एक गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज हुआ था। इस मामले कोर्ट में पेश न होने पर अदालत ने सुशील मूंछ को भगोड़ा घोषित कर दिया। जिसके बाद मुजफ्फरनगर पुलिस भी अब एक्शन मोड में दिखाई दे रही है। एसएसपी अभिषेक सिंह ने कुख्यात सुशील मूंछ पर 25 हजार का इनाम घोषित किया है।
सुशील मूंछ रह चुका है 2 लाख का इनामी
आपको बता दें, कुख्यात सुशील मूंछ पूर्व में 2 लाख रुपए का इनामी बदमाश रह चुका है। इस समय प्रदेश स्तर पर चिन्हित माफिया की लिस्ट में भी वो शामिल है। सुशील मूंछ के खिलाफ लूट ,गैंगस्टर, हत्या और गुंडा एक्ट के लगभग 49 मुकदमे विभिन्न जिलों के थानों में दर्ज हैं। जानकारी के मुताबिक, पूर्व में भी मुजफ्फरनगर पुलिस (Muzaffarnagar Police) ने सुशील मूंछ पर गैंगस्टर एक्ट की धारा 14 (A) के तहत संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई की है।
SSP बोले- जल्द से जल्द गिरफ्तार करेंगे
इस मामले को लेकर एसएसपी मुज़फ्फरनगर अभिषेक सिंह ने बताया कि, 'प्रदेश स्तर से चिन्हित एक माफिया सुशील मूंछ के विरुद्ध मैंने 25000 रुपए का इनाम घोषित किया है। क्योंकि, वह गैंगस्टर अदालत से भगोड़ा घोषित कर दिया गया है। उसके ऊपर 49 मुकदमे दर्ज हैं। यह एक शातिर माफिया है। इसके विरुद्ध पहले भी पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इसकी संपत्तियां जब्त की है। अब जल्द से जल्द इसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जाएगा। ताकि, यह ट्रायल पूरा हो सके। इसको कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जा सके।'