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Rakesh Tikait ने ग्रामीण भारत बंद को बताया 'नया ट्रायल', जयंत को दी नसीहत...पीछे हट जाएं, नहीं तो उन्हें बड़ा नुकसान
Rakesh Tikait on Bharat Band: किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, 'हमने ग्रामीण भारत बंद के बारे में बात की है। किसान कल अपने खेतों में न जाएं, ताकि एक बड़ा संदेश जाएगा।
किसान नेता राकेश टिकैत (Social Media)
Rakesh Tikait on Bharat Band: किसान नेता राकेश टिकैत ने भारत बंद पर बयान दिया। उन्होंने प्रदर्शनकारी किसानों की आगे की मंशा के साथ ये भी बताया कि, भारत बंद की क्या रणनीति है? बता दें, किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने शुक्रवार (16 फरवरी) को 'ग्रामीण भारत बंद' का ऐलान किया है। इस बंद को भारतीय किसान यूनियन (BKU) का पूरा समर्थन प्राप्त है।
आपको बता दें कि, शुक्रवार को पश्चिम उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में भी भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं और किसानों के द्वारा 9 स्थानों पर 10 से 12 बजे के लिए रोड जाम किया जायेगा। लेकिन भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के द्वारा यह अपील भी की गई है कि इस बंद के दौरान रास्ते में किसी को भी डिस्टर्ब नहीं किया जाएगा। बच्चों के पेपर भी हैं। वह अन्य जिलों में भी जाएंगे। इस बंद के दौरान कार्यकर्ता सड़क पर बैठकर शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मीटिंग करेंगे।
राकेश टिकैत बोले- यह एक नया ट्रायल है
मीडिया से बात करते हुए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा, 'कल ग्रामीण भारत बंद है। इसका मतलब है कि किसान कल खेत में न जाएं। क्योंकि, यह एक किस्म से वैचारिक बंद है।इसके चलते यह ग्रामीण भारत बंद का एक नया ट्रायल है। राकेश टिकैत ने यह अपील भी की है, कि कल गांव के लोग शहर ना जाएं। कल वह कुछ भी खरीदारी ना करें। यह एक नया ट्रायल है, इसका जो भी रिजल्ट आएगा उसके बाद ही यह फैसला लिया जाएगा कि इसके तहत आगे कैसे बढ़ना है।'
17 फरवरी को सिसौली गांव में भाकियू मासिक पंचायत
राकेश टिकैत ने 17 फरवरी को सिसौली गांव में होने वाली भारतीय किसान यूनियन की मासिक पंचायत के बारे में बताया कि, 'पंजाब और हरियाणा के किसान जो बॉर्डर पर डटे हुए हैं उसके संबंध में इस पंचायत में चर्चा की जाएगी। यह निर्णय लिया जाएगा कि इस मूवमेंट को आगे कैसे बढ़ाया जाए'। राकेश टिकैत की मानें तो इस पंचायत में हरियाणा ,दिल्ली ,पंजाब उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से पदाधिकारी पहुंचेंगे'।
राकेश टिकैत ने बताई 'मन की बात'
किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि, '2020 और 21 के आंदोलन में जिस तरह पूरे देश के किसान एकजुट थे। वह लड़ाई संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तरह लड़ी गई थी। उसमें 40 के आसपास बड़े किसान लीडर थे। हम चाहते हैं कि फिर से वही किसान संयुक्त मोर्चा बने। वही 40 लीडर इसकी अगुवाई करें और फतेह की तरफ जाएं'।
टिकैत ये भी बोले
राकेश टिकैत की मानें तो इस बंद का मतलब ग्रामीण भारत बंद है। जिसका अर्थ है कि किसान खेत में न जाएं। यह एक किस्म से वैचारिक बंद है। यह ग्रामीण भारत बंद का नया ट्रायल किया है। इसमें जो भी गांव में लोग रहते हैं वह शहर में ना आये एवं कल कुछ खरीदारी ना करें। खेत में काम ना करें। यह एक नया ट्रायल है। उन्होंने कहा, इसका रिजल्ट देखेंगे कि इसमें क्या घटाना है और क्या बढ़ाना। इस मोमेंट को हम आगे कैसे बढ़ाएंगे।