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Muzaffarnagar News: आखिर ऐसा क्या हुआ, अपनी ही जनसभा में नहीं पहुंच पाए अखिलेश, जनता लौटी मायूस
Muzaffarnagar News: जनसभा में समाजवादी पार्टी के मुखिया तो नहीं पहुंच सके लेकिन उसके बावजूद भी जनसभा की कमान उनके सांसद विधायक और नेतागणों ने संभालते हुए कार्यक्रम को पूरा किया।
Muzaffarnagar News: उत्तर प्रदेश की मीरापुर विधानसभा सीट पर 20 नवंबर को उपचुनाव होना है। जिसको लेकर आज समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को मीरापुर क्षेत्र में अपनी प्रत्याशी सुम्बुल राणा के चुनाव प्रचार में एक जनसभा को संबोधित करने के लिए पहुंचना था। देर शाम तक भी अखिलेश यादव को सुनने वाले लोगों को मायूस होकर लौटते हुए नजर आए।
लेकिन बताया जा रहा है कि किसी कारण से उनके हेलिकॉप्टर को उड़ने की परमिशन नहीं दी गई। जिसके चलते अखिलेश यादव जनसभा में नहीं पहुंच सके। जिसको लेकर अब 18 नवंबर में अखिलेश यादव मीरापुर विधानसभा क्षेत्र में पहुंचकर अपनी प्रत्याशी के लिए चुनाव प्रचार करते हुए एक रोड शो को करेंगे।
आपको बता दें कि आज की जनसभा में समाजवादी पार्टी के मुखिया तो नहीं पहुंच सके लेकिन उसके बावजूद भी जनसभा की कमान उनके सांसद विधायक और नेतागणों ने संभालते हुए कार्यक्रम को पूरा किया।
सुम्बुल राणा की वोट मांगते हुए भावुक अपील
इस दौरान जहां मंच से बोलते हुए समाजवादी पार्टी के मुजफ्फरनगर जनपद से सांसद हरेंद्र मलिक ने सपा प्रत्याशी सुम्बुल राणा के लिए जनता से वोट मांगते हुए भावुक अपील की उन्होंने कहा कि 20 तारीख का चुनाव अस्मत का चुनाव है, अगर आप कमेरे लोग हैं तो कमेरे सम्मान के साथ समझौता नहीं किया करते और आज आपका सम्मान आपके बीच में खड़ा है सम्मान के रूप में प्रत्याशी सुम्बुल आपके बीच में आई है इस बेटी को शगुन दे देना तहे दिल से आशीर्वाद दे देना और इसको चुनाव में जीताने का काम करना इतनी साइकिल चलाओ की साइकिल लखनऊ से पहले ना रुके।
हरेंद्र मलिक ने कहा कि प्रदेश के मुखिया आए थे और वह गलती से एक बात कह कर चले गए शायद गलती हुई होगी उनसे वह आपको नसीहत देकर के गए हैं पार्लियामेंट के इलेक्शन में आप बटे थे जो हमारा कमेरों का वोट था वह बटा था जिसका खामियाजा हमने भुगता है। इसलिए अबकी बार बटना नहीं एक रहकर के एक एक कमेरा साइकिल को वोट देने का काम करेगा तो निश्चित रूप से जीत आपकी होगी।
वही दूसरी तरफ मेरठ की सरधना विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान ने मंच से बोलते हुए कहा कि मैंने मुख्यमंत्री का यहां भी भाषण सुना मैंने मुख्यमंत्री का गाजियाबाद में भी भाषण सुना क्यूंकि मुख्यमंत्री का पद बड़ा होता है और कई बार लोग कहते हैं सम्मान की भाषा ना बोली जाए लेकिन सम्मान सम्मान करने वाले का ही किया जाता है दूसरे का नहीं किया जाता और बात करते हैं मुख्यमंत्री एक संवैधानिक पद पर बैठकर ऐसी भाषा कर रहे है बांटने की भाषा।
साथ ही अतुल प्रधान ने अपने भाषण में बीजेपी नेता संगीत सोम को दंगाई तक बता डाला उन्होंने कहा कि उस दंगाई को उसी जगह पर वहीं पर आपके साथ और लोगों के कारण और उसको वहीं जहां से चला था वहीं पर जीरो करने का काम किया है ये जानता है।