TRENDING TAGS :
Lucknow University: नैक मूल्यांकन की तारीखों में हुआ बदलाव, अब 21, 22 व 23 जुलाई को टीम करेगी भ्रमण
Lucknow University: राजधानी के लखनऊ विश्विद्यालय (Lucknow University) में नैक मूल्यांकन के मद्देनजर तैयारियां की जा रही हैं। 5 विशेष दलों द्वारा व्यवस्थाओं को परखा भी जा रहा है।
Lucknow University: राजधानी के लखनऊ विश्विद्यालय (Lucknow University) में नैक मूल्यांकन (NAAC Appraisal) के मद्देनजर तैयारियां की जा रही हैं। 5 विशेष दलों द्वारा व्यवस्थाओं को परखा भी जा रहा है। सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य, डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर और कुलपति भी पूरी तरह से नैक मूल्यांकन में विश्विद्यालय को बेहतर ग्रेड दिलाने के लिये लगे हुए हैं। लेकिन, ताज़ा जानकारी के मुताबिक, नैक मूल्यांकन हेतु आने वाली टीम अब 21 से 23 जुलाई तक जांचेगी। पहले यह 11 से 13 जुलाई के बीच होने वाला था।
अब 21 से 23 जुलाई के बीच होगा मूल्यांकन
विश्विद्यालय के प्रवक्ता दुर्गेश श्रीवास्तव (University spokesperson Durgesh Srivastava) ने जानकारी देते हुए बताया कि इस बात की सूचना प्राप्त हुई है कि नैक टीम विश्वविद्यालय का भ्रमण, अब 11, 12 और 13 जुलाई के स्थान पर 21, 22 और 23 जुलाई को करेगी।
मूल्यांकन व्यवस्था में हुआ है बदलाव
बता दें कि विश्विद्यालय की क्वॉलिटी को परखने के लिए नैक ग्रेड (NAAC Grade) को अहम माना जाता है। साल 2014 में हुई ग्रेडिंग में एलयू को बी-ग्रेड दिया गया था। जिसके बाद, साल 2016 में नैक ग्रेडिंग की मूल्यांकन व्यवस्था में बदलाव आया है। अब एसएसआर 74 नंबर का और फील्ड विजिट 26 नंबर का हो गया है। लखनऊ विश्विद्यालय के एसएसआर को मान लिया गया है और अब निगाहें 21 से 23 जुलाई तक होने वाले स्थलीय निरीक्षण पर रहेगा।
बीते 2 सालों से चल रही नैक की तैयारी
कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय (Vice Chancellor Professor Alok Kumar Rai) ने बताया था कि विवि में नैक की तैयारी दो साल से चल रही है, क्योंकि वर्ष 2018 में ग्रेडिंग पूरी हो गई थी। गौरतलब है कि विश्विद्यालय में अभूतपूर्व कार्य हुए हैं। कई विभागों का नवीनीकरण किया गया है। शताब्दी वर्ष में साज सज्जा भी की गई थी।
इसके अलावा, प्रवेश प्रक्रिया व परीक्षाओं को ऑटोमेशन किया है। साथ ही, छात्र लाउंज, छात्र कल्याण कार्यालय, सामुदायिक शौचालय आदि का निर्माण हुआ है। अब विभाग स्तर पर काम चल रहा है। सभी विभागों को उनका डाक्यूमेंटेशन, वॉल ऑफ फेम, उनके एचीवमेंट अवॉर्ड आदि को अपडेट करने व प्रजेंटेबल बनाने के लिए कहा गया है।