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'बिगड़े बोल' के नरेश अब अपने इन ‘बयानों’ को याद नहीं रखना चाहेंगे

भाजपा में शामिल होते ही अपनी पुरानी पार्टी की सांसद जया बच्चन पर हमला कर फंसे नरेश अग्रवाल के नाम एक अनोखा रिकार्ड कहा जा सकता है। सियासत मे अपना बिरला चक्र पूरा करने वाले नरेश अग्रवाल शायद अगड़ी पंक्ति के कम नेताओं में होगें।

tiwarishalini
Published on: 13 March 2018 11:19 AM IST
बिगड़े बोल के नरेश अब अपने इन ‘बयानों’ को याद नहीं रखना चाहेंगे
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लखऩऊ: भाजपा में शामिल होते ही अपनी पुरानी पार्टी की सांसद जया बच्चन पर हमला कर फंसे नरेश अग्रवाल के नाम एक अनोखा रिकार्ड कहा जा सकता है। सियासत मे अपना बिरला चक्र पूरा करने वाले नरेश अग्रवाल शायद अगड़ी पंक्ति के कम नेताओं में होगें। नरेश अग्रवाल ने अब सभी बड़े दलों में रहने का रिकार्ड बना लिया है। इस रिकार्ड के अलावा नरेश अग्रवाल को उनके बिगड़े बोलों के लिए जाना जाता है। आइए हम ऐसे ही बयानों के बारे में बताते हैं जिन्हें अब नरेश अग्रवाल और भारतीय जनता पार्टी दोनों ही भूल जाना चाहेंगे।

बिगड़े बोल के बादशाह

नरेश जिस दल में रहे उसके विपक्षी नेताओँ की सबसे अगली पंक्ति के नामों पर प्रहार किया है। य़हां तक की उन्होंने देवी देवता तक को नहीं छोड़ा। राम में रम और जिन में जानकी वाले बयान को राज्यसभा की कार्यवाही से निकाल दिया गया था पर इस पर बहुत बवाल हो गया था। इस बयान के बाद भाजपा नेताओं ने उनको सजा देने वाले को ईनाम तक का ऐलान कर दिया था। अब भाजपा इसे याद नहीं रखना चाहेगी।

कुलभूषण जाधव को बचाने के लिए जहां मोदी सरकार जमीन आसमान एक कर रही है वहीं नरेश अग्रवाल ने उसे आतंकवादी करार देकर कहा था-'अगर उन्होंने (पाकिस्तान) कुलभूषण जाधव को आतंकवादी अपने देश में माना है, तो वो उस हिसाब से जाधव के साथ व्यवहार करेंगे। हमारे देश में भी आतंकवादियों के साथ ऐसा ही व्यवहार करना चाहिए।’ इस बयान के मीडिया में आते ही चारों तरफ बवाल मच गया और भाजपा ने इस पर खूब हंगामा किया था, अब भाजपा इसे बिसार देगी

साल 2013 में नरेश अग्रवाल ने एक आम सभा में कहा था, ‘ मोदी प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं लेकिन चाय की दुकान से निकलकर आए व्यक्ति की सोच राष्ट्रव्यापी नहीं हो सकती है।’

नरेश अग्रवाल ने लखनऊ में आयोजित एक वैश्य सम्मेलन में पीएम मोदी पर हमला कर कहा था, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तो तेली है। वह बनिया नहीं है, सिर्फ बनिया यानी वैश्य ही व्यापार कर सकता है।’ इस बयान के बाद नरेश अग्रवाल को मंच पर ही इसको लेकर विरोध झेलना पड़ा था।

और तो और नरेश अग्रवाल ने भारतीय फौज की क्षमताओं पर भी शक किया था उन्होंने कहा था कि, "गृहमंत्री कहते हैं कि शहादत ख़ाली नहीं जाएगी, कोई हमारी तरफ आंख उठा कर नहीं देख सकता. रक्षा मंत्री भी बयान देती हैं, आंख तो रोज उठ रही है. अगर आतंकवादी ये हाल कर रहे हैं, पाकिस्तानी फौज आ जाएगी तो क्या हालत होगी."

इसके अलावा नरेश अग्रवाल ने कांग्रेस पर भी जमकर हमले किए हैं कांग्रेस पर हमला करते हुए नरेश अग्रवाल ने वैश्य सम्मेलन में कहा था- ‘कांग्रेस में वैश्य समाज के नेताओं को पनपने नहीं दिया गया।‘

इसके अलावा उन्होंने देश के पहले प्रधानमंत्री के बारे में नरेश अग्रवाल ने जहर बुझे सियासी तीर से हमला किया था। उन्होंने कहा था- ‘ जवाहर लाल नेहरू ने तो महात्मा गांधी के परिवार का राजनीतिक अस्तित्व ही खत्म कर दिया। अब भाजपा भी इसे ढर्रे पर चल रही है।’

अनोखा चक्र

पहले कांग्रेस, फिर सपा, फिर बसपा, फिर वापस सपा और अब भाजपा का चक्र उन्होंने पूरा कर लिया है। अपनी इस सियासी आदत के अलावा नरेश अग्रवाल का नाम अपने बड़बोलेपन और बिगड़े बोलों के लिए भी जाना जाता है। नरेश अग्रवाल ने सियसात में किसी को नहीं छोड़ा है।

अब भाजपा में कैसे निभेगी

भाजपा में शामिल होते ही नरेश अग्रवाल को समझ में आ गया होगा कि राजनैतिक शैली को बदलने की जरुरत है। उन्होंने जया बच्चन पर बयान दिया तो पार्टी की दिग्गज नेता सुषमा स्वराज ने इसे अस्वीकार्य बता दिया। नरेश को वैसे भी यह समझने में देर नहीं लगती। सपा में रहते उन्होंने बसपा सुप्रीमो को न जाने क्या कहा था पर बसपा में शामिल होते ही कहा था वह अपना लिंगभेद तक भूलकर करता करती का अंतर भूल गये। नरेश अग्रवाल सियासत के पुराने खिलाडी है घाट घाट का पानी पिया है तो ज्यादा दिक्कत तो नहीं होगी। वैसे भी सियासत अनुकूलन का ही दूसरा नाम है।



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tiwarishalini

tiwarishalini

Excellent communication and writing skills on various topics. Presently working as Sub-editor at newstrack.com. Ability to work in team and as well as individual.

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