UP News Today: 28-29 सितंबर को समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन, पार्टी अध्यक्ष का होगा चुनाव

National Convention of Samajwadi Party: समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन होने जा रहा है। जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश का चुनाव होगा। सम्मेलन 28-29 सितंबर को होगा।

Rahul Singh Rajpoot
Published on: 15 Sep 2022 5:35 PM GMT
Akhilesh Yadav
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अखिलेश यादव (Photo- Ashutosh Tripathi- Newstrack)

UP News Today: लोकसभा और नगर निकाय चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का राष्ट्रीय सम्मेलन (national convention) होने जा रहा है। जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश का चुनाव होगा। सपा का दो दिवसीय राष्ट्रीय और राज्य सम्मेलन 28-29 सितंबर को होगा। जिसमें पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के नए अध्यक्ष को चुना जाएगा।

इससे पहले 5 अक्टूबर 2017 को आगरा में यह अधिवेशन हुआ था। जिसमें पहली बार अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया था। तब से पार्टी की बागडोर उनके हाथों में है और अब लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एक बार फिर पार्टी अधिवेशन होने जा रहा है।

अखिलेश यादव अब अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं

गौरतलब है कि 5 अक्टूबर 2017 को आगरा में जब 10वां राष्ट्रीय अधिवेशन हुआ था तब राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में अध्यक्ष के कार्यकाल की अवधि बढ़ाकर पांच साल करने सहित विभिन्न महत्वपूर्ण फैसले लिए गए थे। अखिलेश यादव अब अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं। जिसके बाद 28-29 सितंबर को होने वाले 11वें राष्ट्रीय और राज्य सम्मेलन में अखिलेश यादव की एक बार फिर से ताजपोशी पक्की है, यूपी के नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि नरेश उत्तम को फिर से बागडोर मिलेगी या फिर 2024 की लड़ाई से पहले किसी दूसरे नेता को यूपी का अध्यक्ष बनाया जाएगा।

समाजवादी पार्टी की सदस्यता अभियान तेज

बता दें भारतीय जनता पार्टी ने जहां लोकसभा चुनाव 2024 के लिए 80 का लक्ष्य रखा है वहीं अखिलेश यादव भी सदस्यता अभियान से लेकर संगठन तक के कील पेंच दुरुस्त करने में लगे हैं। सपा लगातार जनता के मुद्दों को उठाकर सरकार को घेरने में लगी है। अखिलेश यादव का साख एक बार फिर चाचा शिवपाल और 2022 के विधानसभा चुनाव में सहयोगी रहे ओम प्रकाश राजभर ने छोड़ दिया है वहीं वह अपने दूसरे सहयोगियों के दम पर बीजेपी को हराने की रणनीति तैयार कर रहे हैं। अखिलेश एम-वाई समीकरण के साथ दलितों पर भी खास फोकस कर रहे हैं।

Shashi kant gautam

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