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रचेगा बलिया इतिहास ! लहराएगा यूपी का सबसे उंचा तिरंगा

Rishi
Published on: 17 Dec 2017 7:12 PM IST
रचेगा बलिया इतिहास ! लहराएगा यूपी का सबसे उंचा तिरंगा
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बलिया : दो युवा रिपुन्जय रमण पाठक और रामबहादुर यादव बागी बलिया को एक बार फिर इतिहास के पन्नों पर जगह देने का पुरजोर प्रयास कर रहे हैं। इन दोनों की मुहीम है कि बलिया में यूपी का सबसे उंचा तिरंगा लहराय। इसके लिए ये अपनी 50 सदस्यों वाली टीम के जरिए जिले में हस्ताक्षर अभियान भी चला रहे हैं। जिसे अपार जनसमर्थन भी मिल रहा है।

हमने रिपुन्जय और रामबहादुर से उनकी इस मुहीम के बारे में बात की। और उनके अनुभव को आपके साथ साझा कर रहे हैं।

रिपुन्जय कहते हैं, पिछले साल दिसंबर में मै अपनी फैमली के साथ दिल्ली गया। वहां कनाट प्लेस पर लहराते तिरंगे को देख सिर गर्व से उठ गया। दिल में देशभक्ति की भावना हिलोरे लेने लगी। इसके बाद मै दोस्तों के साथ बाघा सीमा पर भी गया। यहां भी जब लहराते तिरंगे को देखा तो दिल में ख्याल आया की क्यों न ऐसा ही तिरंगा बलिया की धरती पर भी लहराए। वहां से वापस आने के बाद सबसे पहले हमने ये बात अपने दोस्त रामबहादुर के साथ साझा की। तो वो भी इसके लिए तैयार हो गया।

रिपुन्जय बताते हैं कि लेकिन अभी ये परेशानी हमारे सामने थी कि हमें ये नहीं पता था की आरंभ कहां से करना है। कई दिनों के बाद पता चला की दिल्ली में जो तिरंगा लगा है उसे नेशनल फ्लैग फाउन्डेशन ने लगाया है। इसके बाद हमने पता किया की ये फाउन्डेशन किसकी है। पता चल कि नवीन जिंदल जोकि पूर्व सांसद है। ये फाउन्डेशन उनका ही है। काफी प्रयास के बाद हमारी उनसे मुलाकात हुई। तब उन्होंने हमें बताया कि इसके लिए क्या और कैसे करना है।

रामबहादुर कहते हैं कि जब रिपुन्जय बलिया लौटे तो हम डीएम से मिले। उन्हें अपनी योजना के बारे में बताया। उन्होंने कहा की इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय की परमिशन होनी चाहिए। हमने सभी फार्मेलिटी पूरी कर दी। इसके साथ ही हम तिरंगे के पोल व फाउन्डेशन के लिए कंपनी भी खोज रहे थे। मुबई की फ्लैग शाप ने हमें बताया कि इसमें तक़रीबन 40 लाख का खर्च है। इतनी बड़ी रकम हम दोनों इकठ्ठा नहीं कर सकते थे इसलिए हम सांसद नीरज शेखर और भरत सिंह से मिले। दोनों ने अश्वासन दिया कि वो हमारी सहायता करेंगे। इसके साथ ही जिले के कई गणमान्य लोगों से मिलकर अपनी बात बताई। तो उन्होंने भी हमारी इस मुहीम को अपना समर्थन दिया।

रामबहादुर बताते हैं कि सबसे मिल रहे समर्थन से हमारी उम्मीदों को पंख लग चुके थे। बलिया बलिदान दिवस 19 अगस्त को हमने शहीद पार्क में समर्थन तिरंगा कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें बड़ी संख्या में छात्र युवा और अन्य लोग शामिल हुए। जनजागरण के लिए हमारी टीम जिले भर में हस्ताक्षर अभियान चला रही है। हमें अभीतक लगभग तीन लाख हस्ताक्षर मिल चुके हैं। जो एक विश्व रिकार्ड भी है। इसी अभियान के साथ हम डोनेशन कार्यक्रम भी कर रहे हैं। सभी का समर्थन हमें मिल रहा है।

रिपुन्जय कहते हैं कि हमें गृह विभाग से बताया गया कि आप संबंधित राज्य सरकार से संपर्क करें। इसके बाद हमने सीएम योगी को इस संबंध में पत्र लिखा और स्वीकृति मांगी। जिसके बदले में हमें सामान्य प्रशासन विभाग से बताया गया कि प्रकरण सामान्य प्रशासन से संबंधित नहीं है। इसके बाद हम ये नहीं समझ पा रहे कि हमें करना क्या है। फिलहाल हम फ्लैग कोड के अंतर्गत 26 जनवरी 2018 को भूमिपूजन कर कार्य आरंभ करने वाले हैं। जिसमें जिले के सभी अधिकारी व जनप्रतिनिधियों का शामिल होना तय है।



Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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