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National Herald case: ईडी के नोटिस पर आगबबूला कांग्रेस, बीजेपी पर सोनिया व राहुल को अपमानित करने का आरोप

National Herald corruption case: नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को ईडी द्वारा समन जारी करने के विरोध में कांग्रेस पार्टी के नेताओं विरोध जताया।

Rahul Singh Rajpoot
Published on: 12 Jun 2022 6:41 PM IST
National Herald case Congress leader Sachin pilot press conference
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National Herald case Congress leader Sachin pilot press conference (image news network)

National Herald corruption case: नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को ईडी द्वारा समन जारी करने के विरोध में कांग्रेस पार्टी के नेताओं विरोध जताया। देशभर में कांग्रेस के नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र सरकार के खिलाफ हमला बोला। यूपी की राजधानी लखनऊ में राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के पत्रकार वार्ता में कहा कि आजादी के आंदोलन की आवाज नेशनल हेराल्ड न्यूज पेपर और कांग्रेस अलग नहीं है। आजादी के संघर्ष में योगदान देने और अंग्रेजी हुकूमत को जड़ से उखाड़ने के लिए नेशनल हेराल्ड न्यूज पेपर की शुरूआत हुई थी।

ऐसोसिएटेड जनरल लिमिटेड कंपनी ने इसका प्रकाशन किया। पंडित जवाहर लाल नहेरू, सरदार पटेल, आचार्य नरेन्द्र देव, रफी अहमद किद्वई और अनेक देशभक्तों के सानिध्य में इस समाचार पत्र को 1937 में आरंभ किया गया था। अंग्रेजों को इस अखबार से इतना खतरा महसूस हुआ कि ब्रिटिश हुकूमत ने कांग्रेस द्वारा चलाये गये ''भारत छोड़ो'' आंदोलन के समय 1942 से 1945 तक इस अखबार को बंद करवा दिया था। उन्होंने कहा कि आज फिर उस समय की अंग्रेजी हुकूमत का समर्थन करने वाली विचारधारा 'आज़ादी के आंदोलन की इस आवाज़' को दबाने का घिनौना षडयंत्र कर रही है।

इस षडयंत्र के मुखिया स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं और ईडी उनका हथियार है। सचिन पायलट ने बताया कि इस फर्जी और षड़यंत्रकारी मामले को लेकर पूरे देश में कांग्रेसजनों में आक्रोष का माहौल व्याप्त है। सोमवार सुबह कांग्रेस पार्टी के सभी सांसद, विधायक, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, कार्यकारिणी के सदस्य, प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारीगण सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ सत्याग्रह कार्यक्रम के तहत ईडी दफ्तर तक पदयात्रा करके करेंगे। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश समेत देशभर के सभी प्रदेश मुख्यालयों पर भी सत्यग्रह कार्यक्रम चलाया जायेगा।

सचिन पायलट ने कहा कि देश को गुमराह करने के लिए आए दिन मुद्दों को भटकाने की राजनीति में माहिर मोदी सरकार अब बदले की भावना में अंधी हो गई है। जिस मानसिकता ने अंग्रेजों का साथ दिया था, आज 'गुलामी की प्रतीक' वो मानसिकता ''आज़ादी की कुर्बानियों'' से प्रतिशोध ले रही है। इस बार उन्होंने एक नई ''कायराना व डरपोक साजिश'' की है। नेशनल हेराल्ड मामले में अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी, राहुल गांधी को ईडी से नोटिस जारी करवाया है। नेशनल हेराल्ड जब आर्थिक संकट से गुजर रहा था, तब कांग्रेस पार्टी ने 2002 से 2011 तक 10 साल में 90 करोड़ रूपये का ऋण दिया था, क्या यह कोई अपराध है?

उस ऋण से नेशनल हेराल्ड ने अपने कर्मचारियों के वेतन और प्रकाशन के अन्य ऋण का भुगतान किया, क्या यह भी कोई अपराध है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टी द्वारा किसी को भी ऋण देना अपराध नहीं हैं। भाजपा और अंधभक्त बेशक इसे अपराध मानते हैं। एसोसिएटेड जनरल लिमिटेड कंपनी जो 1937 से कांग्रेस पार्टी की विचारधारा का प्रचार-प्रसार कर रही है, उसकी मदद करना कोई अपराध नहीं है। कांग्रेस पार्टी चुनाव में ऑडिट रिपोर्ट भी दिनांक 6.11.2012 को जमा करा चुकी है, जिसे चुनाव आयोग ने भी अपराध नहीं माना था। सचिन पायलट ने कहा कि तानाशाह डर गया है।

शासन के सभी मोर्चों पर अपनी नाकामियों को छिपाने में विफल तानाशाह अब छटपटा रहा है। देश को गुमराह करने के लिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेतृत्व के खिलाफ एक घिनौना और कायरतापूर्ण षडयंत्र रचा जा रहा है। ईडी के भेजे गये नोटिस को बोगस बताते हुए कहा कि जब एसोसिएटेड जनरल लिमिटेड ऋण वापस नहीं कर पाया तो ऋण की राशि ईक्विटी शेयर में परिवर्तित की गयी, क्योंकि कांग्रेस पार्टी ईक्विटी शेयर नहीं रख सकती थी। तब उन्होंने एक नॉन प्रॉफिटेबल संस्था ''यंग इंडियन'' को दिए। ''यगं इंडियन'' एक नॉन प्रॉफिटेबल संस्था है।

अगर किसी भी परिस्थिति में यंग इंडिया बंद हो जाता है तो उसकी सारी सम्पत्ति किसी अन्य नॉन प्रॉफिटेबल संस्था को ही जा सकती है। किसी भी परिस्थिति में शेयर होल्डर या प्रबंधक समिति के सदस्यों में कानूनन नही बांटा जा सकता है। एसोसिएट जनरल लिमिटेड कंपनी की सम्पत्ति को बेचा नहीं जा सकता है और न ही कोई उस सम्पत्ति का उपयोग ही कर सकता है। इसलिए एसोसिएट जनरल लिमिटेड कंपनी की सम्पत्ति सुरक्षित है तथा हमेशा के लिए नॉन प्रॉफिटेबल संस्था में ही सुरक्षित रहेगी।



Prashant Dixit

Prashant Dixit

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