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नटवरलाल टीचरः कई जिलों में फर्जी तैनाती से उठाया लाखों का वेतन

इस शिक्षिका के एक दो ही नहीं करीब आधा दर्जन से ज्यादा जनपदों के स्कूलों में फर्जी तरीके से नियुक्ति होने की बात सामने आ रही है। साथ ही यह भी संदेह है कि प्रदेश के बागपत, सहारनपुर, अलीगढ़, अंबेडकरनगर और प्रयागराज समेत कई अन्य जनपदों के कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में अनामिका शुक्ला नाम की शिक्षिका साइंस टीचर के पद पर कार्यरत हैं।

Rahul Joy
Published on: 5 Jun 2020 4:56 PM IST
नटवरलाल टीचरः कई जिलों में फर्जी तैनाती से उठाया लाखों का वेतन
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zila adhikari raebareily

रायबरेली: वीवीआईपी जिला रायबरेली में बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात एक शिक्षिका की कई जनपदों में फर्जी तैनाती का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि जनपद के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में तैनात एक शिक्षिका तैनात है लेकिन साथ ही वह प्रदेश के कई जनपदों में नौकरी कर रही है, साथ ही वह सभी जनपदों से बाकायदा वेतन भी ले रही है। जब यह मामला प्रशासन के पास पहुँचा तो आनन -फानन में प्रशासन ने उसकी जांच करने के आदेश दे दिये है।

फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया

रायबरेली जिले में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में महिला शिक्षक की तैनाती को लेकर एक बड़ा फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया आया है। जिले के बछरावां में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में तैनात शिक्षिका अनामिका शुक्ला यहां पर तैनात है , लेकिन साथ ही प्रदेश के कई अन्य जनपदों में भी तैनाती दिखाकर अपना वेतन उठाने में लगातार कामयाब है।

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कई स्कूलों में फर्जी नियुक्ति

सूत्रों की माने तो इस शिक्षिका के एक दो ही नहीं करीब आधा दर्जन से ज्यादा जनपदों के स्कूलों में फर्जी तरीके से नियुक्ति होने की बात सामने आ रही है। साथ ही यह भी संदेह है कि प्रदेश के बागपत, सहारनपुर, अलीगढ़, अंबेडकरनगर और प्रयागराज समेत कई अन्य जनपदों के कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में अनामिका शुक्ला नाम की शिक्षिका साइंस टीचर के पद पर कार्यरत हैं। अचंभित करने वाली बात यह है कि सभी के दस्तावेज एक ही हैं, जिसमें शिक्षिका को मैनपुरी का मूल निवासी दिखाया गया है।

जब इस पूरे मामले को रायबरेली के बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) आनंद प्रकाश शर्मा से बात की तो उन्होंने बताया कि रायबरेली जनपद में फरवरी में शिक्षिका अनामिका शुक्ला की तैनाती हुई. इसके कुछ दिनों के बाद ही यह मामला उनके संज्ञान में आया। मुख्यालय द्वारा सूबे के करीब 5-6 जनपद के बीएसए को पत्र लिखकर अनामिका शुक्ला नाम की शिक्षिका के बारे में विवरण मंगा गया था । हालांकि इनमें रायबरेली जनपद शामिल नहीं था।

छानबीन शुरू की

बीएसए ने बताया कि जानकारी होने पर उन्होंने अपने स्तर से मामले की पूरी तरह से छानबीन करवाई | धांधली की आशंका से बछरावां में तैनात उस शिक्षिका से अपना पक्ष रखने के संबंध में नोटिस जारी किया गया था, लेकिन पहले कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के कारण उसने आने में असमर्थता जाहिर की, जिसके बाद में उसने वत्सएप के माध्यम से अपना त्यागपत्र दे दिया। बीएसए ने बताया कि केवल रायबरेली जिले ने ही कार्यवाई करने के आदेश दिये है लेकिन अन्य जनपद ने इस मामले में उस शिक्षिका पर किसी प्रकार की भी अभी तक कार्रवाई नहीं की है हमने उसके सभी का ज्ञात हो जमा करा लिए हैं साथ ही उसने व्हाट्सएप पर अपना इस्तीफा भेजा था कार्यालय आकर किसी भी प्रकार का कोई जवाब नहीं दिया।

एफआईआर दर्ज की

पूरे मामले से विभाग के आलाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है और जल्द ही आरोपी शिक्षिका के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराकर दिए गए मानदेय की रिकवरी को लेकर भी कदम उठाएं जाएंगे। शिक्षिका द्वारा बड़े पैमाने पर किए गए इस फर्जीवाड़े का खुलासा होने पर पूरे विभाग में हड़कंप मच गया है। साथ ही अनामिका शुक्ला जैसे तमाम दूसरे शिक्षकों द्वारा भी घपलेबाजी किए जाने के कयास लगाए जा रहे हैं।

रिपोर्टर- नरेन्द्र सिंह , रायबरेली

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