TRENDING TAGS :
Ghaziabad Crime News: गाजियाबाद के चोरों का निकला चीन से कनेक्शन, पुलिस मामले की कर रही जांच
Ghaziabad Crime News: गाजियाबाद में हाल ही में चोरों की गिरफ्तारी हुई थी,पुलिस के पुछताछ के बाद चोरों ने बड़ा खुलासा किया है।
Ghaziabad News: यूपी के गाजियाबाद से पकड़े गए चोरी के सामान का कनेक्शन चाईना से पाया गया है। चोर महंगे-महंगे टावर के इक्विपमेंट को दिल्ली में एक कबाड़ी में बेचा करता था जहां से उस कबाड़ी वाला का संपर्क करोल बाग में बड़ा मेबाईल स्क्रीन के व्यपारी से था। कबाड़ी वाले का सामान वो चाईना कुरियर करता था जिसके एवज में उसके पास एसेंम्बल्ड माल लौट कर आता था। पुलिस पूरे मामले की तहकीकात कर रही है।
आपको बता दें की गाजियाबाद में पकड़े गए 5 चोरों का कनेक्शन चाइना से पाया गया है। जी हां मामला चौंकाने वाला है। दरअसल देश के बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जिओ के टावर से एनसीआर में करीब 2 करोड रुपए का माल चोरी हो गया था। पुलिस ने जब माल समेत पांच आरोपियों को पकड़ा तो उनके तार देश की राजधानी से जुड़े। और फिर कनेक्शन चाइना तक पाया गया।
नेटवर्क कार्ड,चिप और मदर बोर्ड की चोरी
आप पूरा मामला जानेंगे,तो हैरान रह जाएंगे। ये पूरा मामला गाजियाबाद के लोनी इलाके से शुरू होता है। लोनी में हाल-फिलहाल में रिलायंस जिओ के टावर से महंगे नेटवर्क कार्ड,मदरबोर्ड,चिप,मॉडम आदि चोरी हो गए थे। इस तरह की चोरियां कई बार हुई थी। जिसके बाद रिलायंस जिओ कंपनी ने पुलिस को शिकायत की थी। टावर में से चोरी होने के चलते टावर बंद हो जाती थी। जिससे लोगों को परेशानी होती थी। पुलिस ने इस मामले में लोनी ट्रॉनिका सिटी के रहने वाले तीन आरोपियों को पकड़ा।
आरोपियों से पूछताछ हुई तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। आरोपी ने बताया कि चोरी किए हुए माल को दिल्ली के गोकुलपुरी इलाके के रहने वाले जहांगीर नाम की कबाड़ी को बेचते थे। इस कबाड़ी का कनेक्शन करोल बाग के बड़े मोबाइल स्क्रीन व्यापारी सौरभ से था। सौरभ और जहांगीर मिलकर टावर में से चोरी किए गए महंगे इक्विपमेंट को कोरियर के जरिए चाइना में भेज दिया करते थे। तीनों चोरों की निशानदेही पर सौरव और जहांगीर को भी पकड़ लिया गया।
चाइना से वापस आता था फिनिश माल
जो माल भारत से चाइना भेजा जाता था, उसका इस्तेमाल करके कुछ नए डिजिटल सामान चाइना में बनाए जाते थे।और फिनिश्ड डिजिटल माल को दिल्ली के करोल बाग में भेजा जाता था। माल की डिलीवरी के बाद जहांगीर और सौरभ के बीच रुपए का लेनदेन होता था। यही नहीं चाइना में बैठे इनके एजेंट भी चाइनीस करेंसी में लेनदेन करते थे।
मामला देश विरोधी गतिविधियों का तो नहीं
सबसे बड़ा सवाल यह है कि भारत से चोरी हुआ सामान कोरियर के माध्यम से कैसे चाइना भेज दिया जाता था। इस पर पुलिस जांच कर रही है। दूसरा सवाल यह है कि क्या यह मामला भारत विरोधी गतिविधियों से तो नहीं जुड़ा हुआ है। लिहाजा पुलिस ने अन्य एजेंसियों को भी मामले की जानकारी दी है। मामले का कनेक्शन चाइना से जुड़ने के बाद कई और सवाल भी खड़े हो रहे हैं। जिनका जवाब पुलिस को आगे की जांच के बाद मिलेगा।
फिलहाल आरोपियों से 2 करोड़ कीमत का सामान बरामद होने से रिलायंस जिओ कंपनी और लोगों ने भी राहत की सांस ली है। क्योंकि इनकी गिरफ्तारी के बाद माना जा रहा है कि रिलायंस जिओ के टावर से महंगे डिजिटल इक्विपमेंट्स चोरी होने का सिलसिला थम पाएगा।