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Ghaziabad News: रोहिंग्या महिला ने 1 हजार में बनवाया फर्जी एड्रेस का आधार कार्ड, जांच एजेंसियां फर्जी रैकेट का जल्द करेंगी खुलासा
Ghaziabad News: गाजियाबाद जिले में एक महिला के उस इकबालिया बयान से हड़कंप मचा हुआ है।
Ghaziabad News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गाजियाबाद (Ghaziabad) जिले में एक महिला के उस इकबालिया बयान से हड़कंप मचा हुआ है, जिसमें उसने कहा है कि उसने फर्जी एड्रेस पर 1000 रिश्वत देकर आधार कार्ड बनवा लिया। इसके बाद कई जांच एजेंसियों को मामले की जानकारी दी गई है। महिला के इस इकबालिया बयान का लाइव वीडियो पुलिस के पास है। यह महिला टीला मोड़ इलाके की रहने वाली है।
पुलिस अधिकारी खुद मान रहे हैं, कि ऐसे अन्य मामले भी हो सकते हैं। और यह मामला रोहिंग्या से भी जुड़ा हुआ हो सकता है। आपको बता दें,गाजियाबाद के बीजेपी विधायक ने भी आरोप लगाया था कि फर्जी दस्तावेज बनाकर सैकड़ों रोहिंग्या को लोनी में आवास योजना का भी लाभ दिया गया था।
कूड़ा बीनने का काम करती है महिला
महिला ने इकबालिया बयान में यह भी बताया है कि ऐसे कई लोगों के आधार कार्ड बनवाए गए हैं। जिस एड्रेस के बारे में महिला जानती तक नहीं है, उस ऐड्रेस पर महिला का आधार कार्ड बनवाया गया है। यह महिला कूड़ा बीनने का काम करती है। ऐसे में कई बड़े सवाल देश की सुरक्षा को लेकर खड़े हो रहे हैं।
क्या देश का सबसे जरूरी दस्तावेज महज 1000 रुपये देकर फर्जी तरीके से बनवाया जा सकता है? या फिर इसके पीछे कोई और कारण है। पुलिस इस पर भी जांच करेगी,कि कहीं फ़र्ज़ी आधार कार्ड का रैकेट तो नहीं चल रहा है। यह सभी बातें जांच का विषय है। गाजियाबाद के एसपी देहात ने जानकारी दी कि मामले में अन्य एजेंसियों की मदद लेकर जल्द मामले से जुड़ा हुआ खुलासा किया जाएगा। वीडियो एक एनजीओ द्वारा शूट किया हुआ बताया जा रहा है।
विधायक के आरोपों की तस्दीक
विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने आरोप लगाया था कि लोनी में मिलीभगत करके रोहिंग्या को प्रधानमंत्री आवास योजना तक का लाभ दे दिया गया था।जिस पर जांच के बात पहले ही कही गई थी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर खेल हुआ था।
देश की सुरक्षा को लेकर खड़ा हो रहा बड़ा सवाल
ऐसे में सवाल यही है कि क्या विधायक की बात सही है? क्या वाकई लोनी इलाके में कोई बड़ा फर्जीवाड़ा चल रहा है? जिससे देश की सुरक्षा से खिलवाड़ किया जा रहा है? क्या रोहिंग्या को फर्जी आधार कार्ड बनवा कर यहां बसा दिया गया है? यह सभी सवाल महिला का वीडियो सामने आने के बाद फिर से मुंह उठाए खड़े हैं। देखना यह होगा कि पुलिस इन सवालों के जवाब कब तक तलाशी पाती है।