Ghaziabad News : सावन की शिवरात्रि आज, प्राचीन दूधेश्वर नाथ मंदिर में उमड़ी हजारों भक्तों की भीड़

Ghaziabad News : सावन की शिवरात्रि के त्यौहार पर गाजियाबाद के दूधेश्वर नाथ मंदिर में भारी संख्या में भक्त पहुंचे हैं।

Bobby Goswami
Report Bobby GoswamiPublished By Shraddha
Published on: 6 Aug 2021 5:47 AM GMT
दूधेश्वर नाथ मंदिर में उमड़ी हजारों भक्तों की भीड़
X

 दूधेश्वर नाथ मंदिर में उमड़ी हजारों भक्तों की भीड़

Ghaziabad News : आज सावन की शिवरात्रि (Shivratri) का त्यौहार है। देश भर के मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी है। इसी कड़ी में गाजियाबाद (Ghaziabad) के प्राचीन दूधेश्वर नाथ मंदिर (Dudheshwar Nath Temple) में भी भारी संख्या में भक्त पहुंचे हैं। मंदिर में सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं, तो वहीं कोरोना नियमों का भी पालन करवाया जा रहा है।


आपको बता दें कि गाजियाबाद में स्थित प्राचीन दूधेश्वर नाथ मंदिर की प्राचीन मान्यता है। यहां पर रावण ने भी पूजा-अर्चना की थी।बताया जाता है कि प्राचीन काल में मंदिर वाली जगह पर एक गाय आकर दूध दिया करती थी और बाद में वहीं पर भगवान दूधेश्वर के शिवलिंग दिखाई दिए। तभी से मंदिर की प्राचीन मान्यता है। भक्त यहां दूर-दूर से आते हैं। शिवरात्रि के मौके पर यहां हजारों भक्तों की भीड़ उमड़ती है।

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक मंदिर में आने वाली भक्तों की भीड़ को देखते हुए मंदिर के 3 किलोमीटर के दायरे में रूट डायवर्जन किया गया है। मंदिर के भीतर और बाहरी हिस्से में भारी पुलिस बल लगाया गया है। सीसीटीवी कैमरों से भी नजर रखी जा रही है। इससे पहले पुलिस अधिकारियों ने मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था का खुद जायजा लिया था। वहीं मंदिर प्रशासन की तरफ से भी सुरक्षा और कोरोना नियमों को मनवाने के लिए कर्मचारी लगाए गए हैं।

दूधेश्वर नाथ मंदिर में भी भारी संख्या में पहुंचे भक्त

कई किलोमीटर तक लगी लाइन

मंदिर की मान्यता इतनी है कि भक्त दूर-दूर से यहां पर आते हैं। सुबह से ही लोग जलाभिषेक के लिए कतार में लगे हुए थे, जो कतार काफी लंबी होती जा रही है। भक्तों का कहना है कि शिवरात्रि के मौके पर भगवान भोलेनाथ से जो भी मनोकामना की जाती है वह पूरी होती है। इस बार भक्त यह भी कामना कर रहे हैं कि जल्द से जल्द कोरोना के कहर से देश को पूरी तरह से आजादी मिल जाए। वहीं सुरक्षा एजेंसियों द्वारा दिए गए अलर्ट के चलते पुलिस कर्मियों को भी सख्त निर्देश दिए गए हैं, कि वे किसी भी तरह की कोताही सुरक्षा को लेकर ना करें।

Shraddha

Shraddha

Next Story