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School Re-Open: गाजियाबाद-फर्रूखाबाद के स्कूल खुले, पहले दिन दिखा ऐसा नजारा, स्टूडेंट्स के लिए ये खास इंतजाम
School Re-Open: 50 फ़ीसदी क्षमता के साथ बच्चों को आज स्कूल आने की इजाज़त मिली है। नौवीं से बारहवीं तक के स्टूडेंट्स आज स्कूलों में पहुंच रहे हैं।
School Re-Open: उत्तर प्रदेश में सोमवार को कक्षा 9 से 12 तक स्कूलों को खोला गया। स्कूल खुलने के साथ गाजियाबाद और फर्रूखाबाद में कोविड नियमों का पालन कराया गया है। साथ ही शासन की ओर से स्कूलों को सख्त निर्देश दिया गया है कि इसमे जरा भी कोताही नहीं बरती जाए। हालांकि पहले दिन स्टूडेंट्स की संख्या कम दिखी।
गाजियाबाद में 50 फ़ीसदी क्षमता के साथ बच्चों को आज स्कूल आने की इजाज़त मिली है। नौवीं से बारहवीं तक के स्टूडेंट्स आज स्कूलों में पहुंच रहे हैं। लेकिन सुबह से लेकर अब तक जो तस्वीर सामने आई है, उसमें यही देखने को मिला है कि अधिकतर बच्चों को उनके पैरंट्स स्कूल नहीं भेज रहे हैं।
गाजियाबाद में अर्थला के सरकारी स्कूल में जाकर न्यूट्रैक के रिपोर्टर ने जायजा लिया, तो पता चला कि सिर्फ 10 फ़ीसदी बच्चे ही स्कूल में प्रेजेंट हैं। बाकी के बच्चे स्कूल नहीं आए हैं। बच्चों से पूछा गया तो उनका कहना है कि माता-पिता ने पूरी तरह से सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को मानने के लिए दिशा निर्देश देकर भेजा है। बच्चों के टीचर भी उन्हें यही बात समझा रहे हैं। टीचर ने बताया कि पहला दिन होने के चलते ऐसा लगता है कि बच्चों की संख्या स्कूल में कम है। लेकिन आने वाले दिनों में यह संख्या बढ़ जाएगी। सोशल डिस्टेंसिंग के सभी नियमों का पालन करवाया जा रहा है। मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था स्कूल में की गई है।
बच्चों ने बताया कि ऑनलाइन क्लास में वह पढ़ाई नहीं हो पाती है, जो ऑफलाइन क्लास में बैठकर होती है। आपको यह भी बता दें कि कुछ दिन पहले पेरेंट्स एसोसिएशन ने एक सर्वे करवाया था,जिसमें कहा था कि 90 फ़ीसदी से ज्यादा पेरेंट्स नहीं चाहते हैं, कि उनके बच्चे स्कूल जाएं। शायद यह उसका भी असर हो सकता है, कि बच्चों की संख्या कम है। लेकिन आने वाले 2 से 5 दिनों के बीच में तस्वीर पूरी तरह से साफ होगी। हालांकि अधिकतर पेरेंट्स इस बात को मानते हैं कि उन्हें तीसरी लहर का डर है।
दो पाली में होगी पढ़ाई, माध्यमिक शिक्षक संघ ने किया विरोध
फर्रुखाबाद में 9वीं से 12वीं तक के स्कूल खुल गए हैं। शासन के निर्देश पर सभी इंटर कॉलेजों के प्रधानाचार्य, राजकीय, अशासकीय, सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय, सीबीएसई और आईसीएसई विद्यालयों के लिए निर्देश जारी किए थे। कक्षा 9 से कक्षा 12 तक कॉलेजों में दो पाली में पढ़ाई होगी।
कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए आधी क्षमता के साथ विद्यार्थियों को बुलाया गया है। पहले दिन स्कूलों में पहुंचने वाले विद्यार्थी की संख्या काफी कम रही। कॉलेज में पहुंचे छात्र-छात्राओं की थर्मल स्कैनिंग कराई गई। उधर, माध्यमिक शिक्षक संघ ने दो पाली में कक्षाओं का संचालन किए जाने का विरोध किया है। विरोध के रूप में हाथो में काली पट्टी बांधकर विरोध किया। संघ ने 16 से 25 अगस्त तक बांह पर काली पट्टी बांधकर सरकार के फरमान के विरोध का निर्णय लिया है।
उत्तर प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर का कहर कम होने के बाद जिलों में लॉकडाउन में ढील दी गई है। लॉकडाउन हटने के बाद धीरे-धीरे जरूरी गतिविधियों को बहाल किया जा रहा है। इसी कड़ी में जिले के स्कूल-कॉलेजों को एक बार फिर खोलने का फैसला किया है। सोमवार को कक्षा नौ से 12 तक के छात्र-छात्राओं को कोविड प्रोटोकाल के साथ स्कूलों में प्रवेश दिया गया है। यूपी बोर्ड के सभी स्कूलों में उपस्थिति काफी कम रही जबकि अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में उपस्थिति अच्छी रही सैनिटाइजर और थर्मल स्कैनिंग के बाद ही छात्रों को स्कूल में प्रवेश किया गया।
दो पाली में संचालित होने वाले विद्यालयों को लेकर शिक्षकों में आक्रोश गहराने लगा था। उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त विद्यालय शिक्षक संघ ने 8 घंटे 30 मिनट तक विद्यालयों के संचालन पर कड़ी आपत्ति दर्ज की है।