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UP Election 2022: लोनी बना बाहुबलियों का अखाड़ा
UP Election 2022: लोनी में धुर विरोधियों के चुनाव लड़ने के कारण राजनीतिक माहौल पहले से गर्म है और ऐसे में यहाँ शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराना भी एक चुनौती है।
UP Election 2022: यूपी प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP State Assembly Election 2022) के पहले चरण में गाजियाबाद (Ghaziabad vote) में भी मतदान होना है। इस जिले की पांच विधानसभा सीटों (5 assembly seats) में सबसे ज्यादा ध्यान खींच रहा है लोनी विधानसभा क्षेत्र (Loni Assembly seat) । वजह ये है कि यहाँ से जनप्रतिनिधि बनने के लिए बेक़रार प्रत्याशियों में ज्यादतर ऐसे हैं जिनके साथ अपराधिक रिकार्ड जुड़ा हुआ है। ऐसे में मतदाताओं के सामने 'कम खराब' व्यक्ति को चुनने की मजबूरी होगी।
लोनी (Loni) में धुर विरोधियों के चुनाव लड़ने के कारण राजनीतिक माहौल पहले से गर्म है और ऐसे में यहाँ शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराना भी एक चुनौती है। लोनी से वर्तमान विधायक और भाजपा (BJP) के प्रत्याशी नंद किशोर गुर्जर (Nand Kishore Gurjar) के खिलाफ पांच आपराधिक केस (five criminal cases) अलग-अलग थानों में दर्ज हैं। निर्दलीय प्रत्याशी रंजीता धामा के खिलाफ तीन, राष्ट्रीय लोक दल के मदन भैया के खिलाफ दो, ओवैसी की पार्टी एआइएमआइएम के प्रत्याशी महताब के खिलाफ चार मामले दर्ज हैं।
लोनी विधानसभा सीट (Loni Assembly seat) हिंदुत्व की प्रयोगशाला कही जाती है। यहां 'अली, बाहुबली और बजरंग बली' का नारा भी चल रहा है। यहाँ मुख्या मुकाबला भाजपा प्रत्याशी नंदकिशोर गुर्जर और सपा रालोद गठबंधन उम्मीदवार मदन भैय्या (Madan Bhaiya) के बीच है। नंदकिशोर गुर्जर गनौली गांव के रहने वाले हैं और उनकी छवि एक दबंग नेता की है। आधा दर्जन हथियारबंद लोग उनकी सुरक्षा में तैनात रहते हैं। नंद किशोर लोनी में गुंडाराज खत्म होने का श्रेय खुद को देते हैं जबकि कई आरोपों के चलते वो खासे सुर्खियों में रहे हैं।
नंदकिशोर गुर्जर को एक बार फिर चुनाव आयोग का नोटिस मिला है। उन पर लोनी में अली, बाहुबली और बजरंग बली का नारा लगाकर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करने का आरोप है। उनका कहना है कि इस बार यहां के लोग न अली, न बाहुबली को वोट देंगे। जीतेंगे बजरंग बली क्योंकि मैं महाकाल का भक्त हूं, जबकि सपा ने बाहुबली को टिकट दिया है।
नंदकिशोर गुर्जर के खिलाफ सपा और रालोद गठबंधन की तरफ से मदन भैय्या चुनावी मैदान में हैं। चार बार के विधायक रहे मदन भैय्या को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपराधी बताया था। मदन भैय्या कहते हैं कि लोनी की गुंडागर्दी और हिंदू-मुसलमान के बीच दिलों की दूरियों खत्म करने की उनकी कोशिश रहेगी। मदन भैय्या का भी कहना है कि वे बजरंग बली के परम भक्त हैं।
सियासी समीकरण
लोनी विधान सभा क्षेत्र के सियासी समीकरण में करीब डेढ़ लाख मुसलमान वोटर (Muslim Voters) हैं, जबकि 80 हजार गुर्जर (Gujjar voter) और 60 से 70 हजार दलित (Dalit Voters) मतदाता हैं। यहां धार्मिक आधार पर ध्रुवीकरण चुनावी रिजल्ट बदल सकता है। 2017 के विधानसभा चुनावपरिणामों पर नजर डालें तो भाजपा उम्मीदवार नंदकिशोर गुर्जर ने बसपा प्रत्याशी जाकिर अली को 42813 वोटों के बड़े अंतर से हराया था। इस चुनाव में भाजपा का वोट शेयर 41.19 प्रतिशत था, जबकि बसपा ने 25.6 फीसदी मत पाए थे।
बहरहा, लोनी में अपराध बड़ा मुद्दा है। तीन बार के पार्षद रहे जगत सिंह को पिछले दिनों छह गोलियां मारी गई थीं। अपराध खत्म होने के विधायक के दावों से उलट जगत सिंह कहते हैं कि यहां पहले से ज्यादा अपराध हैं।
पांच महिला प्रत्याशियों ने नामांकन किया है। इनमें शामिल मोदीनगर से भाजपा प्रत्याशी डा. मंजू शिवाच अपने पास रिवाल्वर रखती हैं, उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज नहीं है। वहीं निर्दलीय प्रत्याशी रंजीता धामा के खिलाफ तीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। सपना बंसल शिक्षा के मामले में अन्य प्रत्याशियों से आगे हैं तो बसपा प्रत्याशी डा. पूनम गर्ग हाथ में नकदी रखने के मामले में सबसे आगे हैं, रानी देवी श्री 12वीं पास हैं।