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Supertech Emerald Case : अंतिम चरण में पहुंची SIT की जांच, खुलेंगी भ्रष्टाचार की परतें

सुपरटेक एमराल्ड मामले (Supertech Emerald Case) में स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) की जांच अंतिम चरण में है। फाइनल नोटिंग गुरुवार तक शासन को प्रेषित की जाएगी।

Deepankar Jain
Report Deepankar JainPublished By Ashiki
Published on: 8 Sep 2021 2:16 PM GMT
These nine files will open the pole of irregularities in Emerald, six files are related to the tower and three are related to the court
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सुपरटेक एमराल्ड मामला: फोटो- सोशल मीडिया

Supertech Emerald Case: सुपरटेक एमराल्ड मामले (Supertech Emerald Case) में स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) की जांच अंतिम चरण में है। फाइनल नोटिंग गुरुवार तक शासन को प्रेषित की जाएगी। बुधवार को दूसरे फेज की बैठक में टीम ने ट्विन टावर के रिवाइज प्लान की अलग-अलग नोटिंग मंगवाई। इस नोटिंग में 20 जून 2005 से लेकर 2 मार्च 2012 तक यानी पहले रिवाइज प्लान से लेकर तीसरे रिवाइज प्लान तक ट्विन टावर के निर्माण के लिए सेंक्शन किए गए मानचित्र, भूखंड का क्षेत्रफल, कवर्ड एरिया, अनुमानित एफएआर, परचेबल एफएआर व सेट बैक की अलग-अलग जानकारी ली गयी। इसका प्रेजेंटेशन भी नियोजन विभाग की ओर से एसआईटी के समक्ष किया गया।

दरअसल, मुख्यमंत्री के निर्देश पर एसआईटी ट्विन टावर की जांच कर रही है। एसआईटी की टीम इसके सभी पहलुओं पर नजर बनाए हुए है। बुधवार को टीम ने जांच की शुरुआत 2005 में पास किए गए प्रथम प्लान से की। इसके तहत 20 जून 2005 को जो नक्शा पास किया गया उसके भूखंड का कुल क्षेत्रफल 48236.00 वर्ग मीटर, स्वीकृत योग्य एरिया (पर्मिसबल) 35 प्रतिशत यानी 16892.05 वर्ग मीटर और पास किया गया कवर्ड एरिया 14.03 प्रतिशत 6773.25 वर्ग मीटर था। इसी तरह स्वीकृत योग्य एफएआर 1.50 (72394.5० वर्ग मीटर) व पास किया गया एफएआर 134.28 (64810.04 वर्गमीटर) साथ ही सेट बेक कोे भी दिखाया गया। अधिकतम ऊंचाई 30 मीटर रही। इस पूरे प्रकरण को अलग से देखा गया। यहा कहीं खामी तो नहीं थी। नोटिंग तैयार की गई। इसके बात सुपरटेक ने 6556.61 वर्गमीटर अतिरिक्त भूखंड को इसमे जोड़ते हुए पहला रिवाइज प्लान पास कराया।

दूसरे व तीसरे रिवाइज प्लान में बदला मानचित्र का स्वरूप

26 नवंबर 2009 को दूसरा प्लान पास कराया गया। इसके तहत मानचित्र और एफएआर, कवर्ड एरिया, सेटबैक में फिर बदलाव किया गया। नया प्लान ग्राउंड प्लस 24 के हिसाब से बनाया गया। यह प्लान 54819.510 वर्ग मीटर का था। इसमे स्वीकृत योग्य एफएआर 1.50 प्रतिशत (82229.265 वर्ग मीटर) क्रय योग्य एफएआर 33 प्रतिशत 27135.657 वर्ग मीटर कुल एफएआर 109364.922 वर्ग मीटर दिया गया। सेटबैक के लिए में फ्रंट में 15 मीटर, बैक में 9 मीटर, दोनों तरफ साइड में 9-9 मीटर का स्पेस रखना था। इसके बाद तीसरा प्लान 2 मार्च 2012 को पास कराया गया। यहा क्रय योग्य के साथ एफएआर 2.75 कर दिया गया। यह प्लान 40 फ्लोर का पास कराया गया। इसके मानचित्र में बदलाव किया गया।

तीनों प्लान की जांच के बाद आज होगी फाइनल नोटिंग

अलग-अलग स्वीकृत किए गए प्लान व मानचित्रों की जांच के बाद एसआईटी की टीम को कई प्रमाण मिले है। जिसको लेकर अनिमितयता में लिप्त अधिकारियों व कर्मचारियों के नामों की सूची तैयार की जा रही है। गुरुवार को फाइनल नोटिंग तैयार कर शासन को भेज दी जाएगी। जिसके बाद एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्यवाही की जाएगी।

Ashiki

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