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Supertech Emerald News: बिल्डर के स्वांग में फंसता चला गया नोएडा प्राधिकरण, अब गिरेगी गाज
सुपरटेक एमराल्ड को 23 नवंबर 2००4 को सेक्टर-93 ए में 48263 वर्ग मीटर जमीन का आवंटन किया गया।
Supertech Emerald News: 26 सितंबर 2००9 की दूसरी संशोधित योजना के अनुसरण में ऐसा प्रतीत होता है कि बिल्डर ने 4०-4० मंजिला की दो इमारतों के निर्माण के लिए नींव का निर्माण कराया था। जबकि दूसरी संशोधित योजना में ग्राउंड प्लस 24 मंजिल को ही अनुमति दी गई थी। 2 मार्च 2०12 को तीसरे संसोधित प्लान में 39 या 4० मंजिला को शामिल किया गया।
एक बड़ी गलती यह हुई की बिल्डर ने जुलाई 2००9 में टी-16 व टी-17 टावर का निर्माण शुरू कराया, जबकि प्राधिकरण ने संसोधित प्लान 26 नवंबर 2००9 को स्वीकृत किया। यानि प्लान मंजूरी मिलने के 5 माह पहले ही बिल्डर नेे निर्माण कार्य शुरू करा दिया। जाहिर है इस मामले में बिल्डर की प्राधिकरण अधिकारियों ने सांठगांठ रही होगी।
सुपरटेक एमराल्ड को 23 नवंबर 2००4 को सेक्टर-93 ए में 48263 वर्ग मीटर जमीन का आवंटन किया गया। 21 जून 2००6 को प्राधिकरण ने 6556.51 वर्ग मीटर जमीन का आवंटन किया। इस दौरान सुपरटेक को 1.5 एफएआर दिया गया। नियमता सिर्फ नए अलाटी को ही 2 से 2.75 एफएआर दिया जा सकता था।
26 नवंबर 2००9 को प्राधिकरण ने एमराल्ड कोर्ट का दूसरा रिवाइज प्लान (संशोधित) स्वीकृत किया। यह रिवाइज प्लान एनबीआर-2००6 के नियमों को ताक पर रख किया गया। ऐसा होने के साथ ही बिल्डर ने घर खरीदारों के समक्ष टी-16 टावर में ग्राउंड प्लस 11 और ग्राउंड प्लस 1 शापिग कांप्लेक्स के स्थान पर दोनों टावरों में ग्राउंड प्लस 24 फ्लोर के साथ 73 मीटर ऊंचाई का नया प्रलोभन दिया।
साइट प्लान को भी बिल्डर ने घर खरीदारों के समक्ष नहीं रखा। आरडब्ल्यूए के बार-बार मांगने के बाद भी नोएडा प्राधिकरण की ओर उन्हें रिवाइज प्लान की जानकारी नहीं दी गई। यही नहीं दोनों टावरों के बीच की न्यूनतम दूरी का लेकर चीफ फायर आफिसर की ओर से भी प्राधिकरण कों बार-बार कहा गया। लेकिन प्राधिकरण ने इस मामले में जांच तक नहीं की और सेकंड रिवाइज्ड प्लान को मंजूरी दी गई।
प्राधिकरण पहुंचे एसआईटी के जांच अध्यक्ष
एसआईटी ने सुपरटेक एमराल्ड परियोजना में ट्विन टावर ( टी-16 व टी-17 ) की जांच शुरू कर दी है। इसके लिए गठित की गई की एसआईटी के अध्यक्ष, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त संजीव मित्तल सोमवार को नोएडा प्राधिकरण पहुंचे।
प्राधिकरण मुख्य कार्यपालक अधिकारी, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी व नियोजन विभाग के अधिकारियों के साथ लंबी बातचीत हुई। नियोजन विभाग को ट्विन टावर की पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन (पीपीटी) तैयार करने को कहा गया। मंगलवार को एसआईटी के तीन और सदस्य भी प्राधिकरण आएंगे। उनके समक्ष प्रेजेंटेशन दिया जाएगा। इसके बाद मौके पर जाकर निरीक्षण किया जाएगा।
मंगलवार को होगा विस्तृत प्रस्तुतीकरण
प्राधिकरण में एसआईटी के अध्यक्ष की ओर प्राधिकरण अधिकारियों के साथ लंबी बैठक चलती रही। नियोजन विभाग को पीपीटी तैयार करने के निर्देश दिए गए। इसमे सभी संशोधन किए गए प्लान की विस्तृत आख्या और 2००4 यानी आवंटन से लेकर 2०14 तक किए सभी बदलाव और प्राधिकरण की फाइलिंग प्रक्रिया को डिजिटल फॉर्मेट में देने के लिए कहा गया है।