UP News: NCRB के आंकड़ों में नजीर बना यूपी, 'योगी मॉडल' से बदली सूबे की तस्वीर

Lucknow News Today: उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कानून व्यवस्थाको लेकर जीरो टॉलरेंस का परिणाम है कि अब प्रदेश में पर्व और त्योहारों पर दंगे नहीं होते हैं।

Rahul Singh Rajpoot
Published on: 26 Oct 2022 3:23 PM GMT
Lucknow News In Hindi
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ। (Social Media)

Lucknow News: उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (UP CM Yogi Adityanath) की कानून व्यवस्था (Law and order) को लेकर जीरो टॉलरेंस का परिणाम है कि अब प्रदेश में पर्व और त्योहारों पर दंगे नहीं होते हैं, संगठित अपराध भी समाप्त हो गया है। राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (National Crime Records Bureau) के वर्ष 2021 की रिपोर्ट में साल 2021 में देशभर में कुल 378 दंगे हुए। इसमें सर्वाधिक 100 दंगे सिर्फ झारखंड में हुए हैं। दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र रहा, जहां 77 सांप्रदायिक दंगों के मामले दर्ज हुए हैं। वहीं, तीसरे स्थान पर बिहार में 51 मामले, हरियाणा में 40 मामले तथा राजस्थान और मध्य प्रदेश में 22-22 घटनाएं दर्ज की गई हैं। जबकि उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक हिंसा की सिर्फ एक घटना हुई।

महिला अपराध में 6.2 फीसदी की कमी

ऐसे ही एनसीआरबी की रिपोर्ट में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध में यूपी में 6.2 फीसदी की गिरावट आई है। जबकि महिला अपराध में पहले नम्बर पर असम, दूसरे स्थान पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, तीसरे पर ओड़िसा, चौथे पर हरियाणा और पांचवें स्थान पर तेलंगाना है। इन राज्यों में प्रति एक लाख की आबादी पर क्रमशः 168.3, 147.6, 137.8, 119.7 और 111.2 मामले दर्ज हुए हैं। एनसीआरबी की रिपोर्ट यह भी बताती है कि उत्तर प्रदेश राज्य में दोष सिद्धि दर देश के अधिकांश अपराधों में सबसे अधिक है। इसके साथ ही बाल अपराधों में 11.11 फीसदी की कमी आई है। जबकि साइबर क्राइम के मामले भी घटकर 8829 हो गए है। रिपोर्ट के मुताबिक साइबर क्राइम के मामलों में 22.6 फीसदी की कमी आई है।

माफिया की संपत्तियां जप्त कर मिल रही सजा

प्रदेश में माफिया के खिलाफ कार्रवाई दिनों दिन तेज होती जा रही है। यूपी पुलिस अपराधियों और माफिया पर कहर बनकर टूटी है। अब सिर्फ बुलडोजर ही नहीं चल रहा, बल्कि पुलिस कोर्ट में पैरवी कर माफिया के खिलाफ सजा भी करा रही है। शासन और पुलिस मुख्यालय स्तर पर चिह्नित 62 माफिया में से सात माफिया और 28 शागिर्दों को सजा दिलाई गई है। इन पर 13 मुकदमे थे।

देश में पहली बार रिकार्ड चार हजार करोड़ रुपए की अवैध संपत्ति जब्त

पिछले साढ़े पांच साल में इनाम घोषित माफिया और अपराधियों की रिकार्ड चार हजार करोड़ रुपए की अवैध संपत्ति को जब्त किया गया है। देश में माफिया के खिलाफ इतनी बड़ी कार्रवाई पहले कभी नहीं हुई है। पुलिस ने माफिया की 1420 करोड़ रुपए की सालाना अवैध कमाई भी बंद कराई है। प्रदेश स्तर पर 50 और यूपी पुलिस के मुख्यालय स्तर पर 12 माफिया चिह्नित हैं और पुलिस ने इनकी 21 सौ करोड़ रुपए की अवैध संपत्ति को जब्त और ध्वस्त किया है। पुलिस ने माफिया के खिलाफ 428 मुकदमे दर्ज कर गैंग के 906 सदस्यों और सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई की है और 436 अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।

यूपी पुलिस हो रही हाईटेक, देश में होगी नंबर वन

सीएम योगी ने यूपी पुलिस को देश का नंबर एक पुलिस बनाने के लिए खजाना खोल दिया है। यूपी पुलिस को हाईटेक बनाने के लिए गृह विभाग सैकड़ों करोड़ रुपए खर्च कर रहा है। जल्द ही यूपी पुलिस बाडी वार्न कैमरा और फुल बाडी प्रोटेक्टर से लैस होगी। साथ ही प्रदेश के 10 जिलों में हाईटेक सोशल मीडिया मानिटरिंग सेल और लॉ एंड आर्डर क्यूआरटी टीम स्थापित की जाएगी। क्राइम सीन वीडियोग्राफी ऐप की मुजफ्फरनगर, बाराबंकी और अलीगढ़ में शुरूआत हो चुकी है। जल्द अन्य जिलों में भी शुरूआत होगी।

अब यूपी पुलिस के सभी थानों में साइबर हेल्प डेस्क है। तकनीकी का इस्तेमाल कर यूपी हेल्प लाइन नंबर 112 के रिस्पांस टाइम को करीब नौ मिनट किया गया है। यूपी सरकार ने पुलिस के बजट में भी दुगुने की वृद्धि की है और 30,203 करोड़ रुपए हो गया है। प्रदेश में 244 थानों और 133 चौकियों की स्थापना की गई है।

माफिया जब्त संपत्ति (आंकड़े करोड़ में )

  • अतीक अहमद- 959
  • मुख्तार अंसारी- 448
  • देवेंद्र सिंह- 111
  • यशपाल तोमर- 94
  • दिलिप मिश्राृ 32
  • ध्रुव सिंहृ- 20
  • अनुपम दुबे -19.4
  • सुनील राठी- 12
  • सुशील मूंछ- 3.45
Deepak Kumar

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