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जयंत चौधरी की आरएलडी NDA में शामिल, UP में लगा इंडिया गठबंधन को झटका, बोले- अच्छे हैं हमारे भाव
Jayant Chaudhary: एनडीए के साथ शामिल होने का फैसला बहुत कम समय में लेना पड़ा है। इसके पीछे कोई बड़ी प्लानिंग नहीं थी। कुछ ऐसी परिस्थितियां बनी की, आज राहें समाजवादी पार्टी और उसके गठबंधन सहयोगी पार्टियों से अलग हो गईं।
Jayant Chaudhary: यह तय हो गया है कि आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में राष्ट्रीय लोक दल (RLD) समाजवादी पार्टी से अगल होकर इंडिया गठबंधन के खिलाफ चुनावी मैदान में ताल ठोके हुए नजर आएगी। अभी तक एनडीए में आरएलडी शामिल होने के अटकलों को जो खबरें आ रही थीं, वह अब थमती हुई दिखाई दे रही हैं। अब सौ फीसदी साफ हो चुका है कि लोकसभा चुनाव में यूपी में सपा सहित इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों का सफाया करने के लिए आरएलडी भाजपा-एनडीए के पाले को धार देते हुए दिखाई देगी। गठबंधन की पुष्टि खुद रालोद के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने की है। इसके साथ, यह बात साफ हो गई है कि आरएलडी भाजपा के साथ ही लोकसभा चुनाव लड़ेगी, लेकिन वह किस डेट में एनडीए में शामिल होगी, इसका कोई आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है।
देश में बदलाव की अजीत सिंह अग्रणी भूमिका
आरएलडी के मुखिया एवं अपने पिता चौधरी अजीत सिंह की जंयती के कार्यक्रम में दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए पार्टी के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि 1980 से लगातार इस देश में जो कुछ अच्छे परिवर्तन देखने को मिले, जैसे राष्ट्र निर्माण कार्य, लोगों के जीवन में सार्थक बदलाव और जो देश में रिफॉर्म हुआ, जिसमें अग्रणी भूमिका चौधरी अजीत सिंह की रही। देश का किसान आज भी अजीत सिंह को अपना मानता है, इसलिए कार्यक्रम न होने बाद भी आज लोग खुद यहां आए हैं।
विधायक- कार्यकर्ताओं से बात करके लिए फैसला
एनडीएन में शामिल होने पर पार्टी के विधायकों की नाराजगी पर जयंत चौधरी ने कहा कि मैंनें अपने दल के सारे विधायकों और कार्यकर्ताओं से बीतचीत करने के लिए बाद ही भाजपा के साथ जाने के लिए फैसला लिया है। एनडीए के साथ शामिल होने का फैसला बहुत कम समय में लेना पड़ा है। इसके पीछे कोई बड़ी प्लानिंग नहीं थी। कुछ ऐसी परिस्थितियां बनी की, आज राहें समाजवादी पार्टी और उसके गठबंधन सहयोगी पार्टियों से अलग हो गईं।
हमारे भाव अच्छे हैं
भाजपा के साथ शामिल होने पर जयंत चौधरी ने कहा कि हमारे भाव कुछ अच्छे हैं। हम अपने समाज के लोगों के लिए और देश के लिए कुछ अच्छा करना चाहते हैं, इसलिए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कदम से कदम तल मिलाकर चलने जा रहे हैं। किसान नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न का सम्मान मिलने से हम सबका मन प्रफुल्लित है। यह सम्मान मेरे परिवार और मेरे दल तक के लिए समीति नहीं है, बल्कि देश के करोड़ों किसानों और कामगारों का सम्मान किया गया है।
पश्चिमी यूपी से सपा को होगा सफाया
जब मीडिया से जयंत चौधरी से पूछा कि आरएलडी कब एनडीए में शामिल होगी, इस बात के सवाल के जवाब को वह टाल गए। आरएलडी प्रवक्ता रोहित अग्रवाल ने एनडीए के साथ पार्टी में शामिल होने पर कहा कि जिस प्रकार से इंडिया गठबंधन दिखा रहा है, उससे साफ है कि वह पूरी तरह समाप्त हो चुका है। इस स्थिति में हम किसानों और युवाओं के साथ धोखा नहीं दे सकते है, इसलिए आरएलडी एनडीए गठबंधन में शामिल होने रहा है। हम लगातार किसानों की भलाई के लिए काम कर रही है। अग्रवाल ने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में सपा पश्चिमी यूपी में आरएलडी से अलग होने के बाद यहां अपना खाता नहीं खोल पाएगी।
जानिए पश्चिमी यूपी का समीकरण
बता दें कि यूपी की 80 लोकसभा सीटों में पश्चिमी यूपी से 27 सीटें हैं। इन सीटों पर जीत दर्ज करने के लिए जाट अपनी अहम भूमिका निभाते हैं। बीते लोकसभा चुनाव 2019 में एनडीए को सबसे अधिक 19 सीटें प्राप्त हुई थीं, जबकि महागठबंधन के खाते में 8 सीटें आई थीं। इसमें चार सपा और चार बसपा को मिली थीं। कांग्रेस और आरएलडी का खाता तक नहीं खुला था, लेकिन उसके बाद साल 2022 में हुए यूपी विधानसभा चुनाव में आरएलडी ने सपा के साथ मिलकर लड़े चुनाव में अपना प्रभाव छोड़ने पर कामयाब रही और 8 सीटों पर जीत दर्ज की थी। पार्टी ने 33 सीटों पर अपने उम्मदीवार उतारे थे। साल 2019 और 2014 के लोकसभा चुनाव में भी रालोद अपना खाता नहीं खोल पाई थी।